कलेक्टर का जिला अस्पताल में 15 दिनों में दूसरा दौरा:मरीजों से बातचीत कर जानी व्यवस्थाएं; साफ-सफाई और स्टाफ की उपस्थिति की जांच की

अशोकनगर के कलेक्टर आदित्य सिंह ने गुरुवार सुबह 9 बजे जिला अस्पताल का औचक निरीक्षण किया। ये उनका पदभार संभालने के बाद 15 दिनों में दूसरा दौरा था। कलेक्टर सीधे वार्डों में पहुंचे और मरीजों से बातचीत की। उन्होंने मरीजों और उनके परिजनों से उपचार की गुणवत्ता और भोजन की व्यवस्था के बारे में जानकारी ली। गर्मी के मौसम को देखते हुए बाल रोगी वार्ड में एयर कंडीशनर की जांच की। उन्होंने खिड़कियां बंद करवाकर एसी की कार्यप्रणाली की जांच करवाई। स्टाफ को सुबह 9 बजे तक अस्पताल पहुंचना अनिवार्य सिविल सर्जन डॉ. डीके भार्गव के साथ कलेक्टर ने ग्राउंड फ्लोर से लेकर ऊपरी मंजिल तक का निरीक्षण किया। उन्होंने अस्पताल प्रशासन को कई महत्वपूर्ण निर्देश दिए। साफ-सफाई सुबह 7 बजे से पहले पूरी होनी चाहिए। सभी स्टाफ को सुबह 9 बजे तक अस्पताल पहुंचना अनिवार्य किया गया। ड्यूटी पर तैनात कर्मचारियों की सूची बोर्ड पर लगाने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने एनआरसी वार्ड का भी निरीक्षण किया और वहां कुछ आवश्यक बदलाव करने के निर्देश दिए। उनका यह निरीक्षण अस्पताल की व्यवस्थाओं में सुधार की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

कलेक्टर का जिला अस्पताल में 15 दिनों में दूसरा दौरा:मरीजों से बातचीत कर जानी व्यवस्थाएं; साफ-सफाई और स्टाफ की उपस्थिति की जांच की
अशोकनगर के कलेक्टर आदित्य सिंह ने गुरुवार सुबह 9 बजे जिला अस्पताल का औचक निरीक्षण किया। ये उनका पदभार संभालने के बाद 15 दिनों में दूसरा दौरा था। कलेक्टर सीधे वार्डों में पहुंचे और मरीजों से बातचीत की। उन्होंने मरीजों और उनके परिजनों से उपचार की गुणवत्ता और भोजन की व्यवस्था के बारे में जानकारी ली। गर्मी के मौसम को देखते हुए बाल रोगी वार्ड में एयर कंडीशनर की जांच की। उन्होंने खिड़कियां बंद करवाकर एसी की कार्यप्रणाली की जांच करवाई। स्टाफ को सुबह 9 बजे तक अस्पताल पहुंचना अनिवार्य सिविल सर्जन डॉ. डीके भार्गव के साथ कलेक्टर ने ग्राउंड फ्लोर से लेकर ऊपरी मंजिल तक का निरीक्षण किया। उन्होंने अस्पताल प्रशासन को कई महत्वपूर्ण निर्देश दिए। साफ-सफाई सुबह 7 बजे से पहले पूरी होनी चाहिए। सभी स्टाफ को सुबह 9 बजे तक अस्पताल पहुंचना अनिवार्य किया गया। ड्यूटी पर तैनात कर्मचारियों की सूची बोर्ड पर लगाने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने एनआरसी वार्ड का भी निरीक्षण किया और वहां कुछ आवश्यक बदलाव करने के निर्देश दिए। उनका यह निरीक्षण अस्पताल की व्यवस्थाओं में सुधार की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।