कर्नाटक सरकार ने 'हमारे बारह' पर लगाया बैन, कहा- इससे दंगे भड़क सकते हैं

बेंगलुरु, 7 जून । अन्नू कपूर स्टारर फिल्म हमारे बारह विवादों में घिरी हुई है। अब कर्नाटक की कांग्रेस सरकार ने राज्य में इस फिल्म की रिलीज पर प्रतिबंध लगा दिया है। सरकार की ओर से कहा गया है कि अगर फिल्म रिलीज हुई तो दंगे भड़क सकते हैं। सरकार के अवर सचिव बी.के. भुवनेन्द्र कुमार द्वारा हस्ताक्षरित इस आदेश में निर्देश जारी किया गया कि फिल्म का ट्रेलर दो हफ्ते तक या अगले आदेश तक जारी न किया जाए। यह आदेश कर्नाटक सिनेमा (विनियमन) अधिनियम 1964 की धारा 15 (1) और 15 (5) के तहत दिया गया है। दरअसल, फिल्म के ट्रेलर को भड़काऊ बताते हुए राज्य के कई मुस्लिम संगठनों ने आरोप लगाया कि हमारे बारह में मुस्लिम धर्म को अपमानजनक तरीके से दिखाया गया है। उन्होंने फिल्म पर प्रतिबंध लगाने की मांग की। आदेश में कहा गया है, अगर फिल्म को रिलीज किया जाता है तो इससे धर्म और जातियों के बीच दरार पैदा होगी। जानबूझकर एक धर्म को निशाना बनाना, सांप्रदायिक सद्भाव को नुकसान पहुंचाना, देश में एकता में खलल डालना और मुसलमानों की भावनाओं को ठेस पहुंचाना साजिश का एक हिस्सा है। फिल्मों का धर्मों के बीच नफरत फैलाने के बजाय समाज का मार्गदर्शन करना चाहिए। बता दें कि फिल्म 7 जून यानी आज रिलीज होने वाली थी, लेकिन फिल्म की रिलीज को रोकने के लिए कर्नाटक समेत कई राज्यों ने आवाज उठाई। आदेश में कहा गया कि फिल्म के ट्रेलर का रिव्यू करने पर पाया गया कि फिल्म के निर्माता और निर्देशक ने पवित्र कुरान और उसके संदेशों को गलत तरीके से दिखाया है। भड़काऊ और अपमानजनक बयान दिए गए हैं, जिसे देख ऐसा भी लगता है कि निर्माताओं ने एक कम्युनिटी को अपमानजनक तरीके से दिखाने की कोशिश की है। धर्म के आधार पर कम्युनिटी का विश्लेषण करना एक ऐसा मुद्दा है जो समाज को प्रभावित करेगा। आदेश में कहा गया, अगर हमारे बारह की रिलीज को अनुमति दी जाती है, तो यह दंगे भड़का सकता है, समुदायों के बीच दरार पैदा करेगा और जानबूझकर एक खास धर्म का अपमान करेगा। इसके अलावा, इस फिल्म के सीन्स में महिलाओं का अपमान भी किया गया है। राज्य में सांप्रदायिक झड़पों की संभावना को देखते हुए, इस पर प्रतिबंध लगा दिया गया। फिल्म का ट्रेलर और टीजर रिलीज होने के बाद से फिल्म के कलाकारों को जान से मारने की धमकियां मिल रही हैं। इन धमकियों को लेकर अन्नू कपूर ने डायरेक्टर और प्रोड्यूसर के साथ महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से मुलाकात कर सुरक्षा की मांग की थी। निर्देशक कमल चंद्रा ने कहा, मेरे पास काफी अज्ञात नंबरों से कॉल और मैसेज आ रहे हैं। मैंने कॉल उठाना बंद कर दिया है। यह एक गंभीर फिल्म है, हमने किसी कम्युनिटी को टारगेट नहीं किया है। यह सिर्फ एक परिवार की कहानी है। मेरी आप सबसे अपील है कि इसको किसी कम्युनिटी से न जोड़ें। हमने किसी को भी ठेस पहुंचाने का काम नहीं किया है। पहले फिल्म देखें और उसके बाद ही फैसला लें। कृपया किताब के पन्ने से पूरी किताब का आकलन न करें। कमल चंद्रा के डायरेक्शन में बनी फिल्म में अन्नू कपूर के अलावा पार्थ समथान, अश्विनी कालसेकर और पारितोष तिवारी लीड रोल में हैं। इसका निर्माण राधिका जी फिल्म और न्यूटेक मीडिया एंटरटेनमेंट द्वारा किया गया है। --(आईएएनएस)

कर्नाटक सरकार ने 'हमारे बारह' पर लगाया बैन, कहा- इससे दंगे भड़क सकते हैं
बेंगलुरु, 7 जून । अन्नू कपूर स्टारर फिल्म हमारे बारह विवादों में घिरी हुई है। अब कर्नाटक की कांग्रेस सरकार ने राज्य में इस फिल्म की रिलीज पर प्रतिबंध लगा दिया है। सरकार की ओर से कहा गया है कि अगर फिल्म रिलीज हुई तो दंगे भड़क सकते हैं। सरकार के अवर सचिव बी.के. भुवनेन्द्र कुमार द्वारा हस्ताक्षरित इस आदेश में निर्देश जारी किया गया कि फिल्म का ट्रेलर दो हफ्ते तक या अगले आदेश तक जारी न किया जाए। यह आदेश कर्नाटक सिनेमा (विनियमन) अधिनियम 1964 की धारा 15 (1) और 15 (5) के तहत दिया गया है। दरअसल, फिल्म के ट्रेलर को भड़काऊ बताते हुए राज्य के कई मुस्लिम संगठनों ने आरोप लगाया कि हमारे बारह में मुस्लिम धर्म को अपमानजनक तरीके से दिखाया गया है। उन्होंने फिल्म पर प्रतिबंध लगाने की मांग की। आदेश में कहा गया है, अगर फिल्म को रिलीज किया जाता है तो इससे धर्म और जातियों के बीच दरार पैदा होगी। जानबूझकर एक धर्म को निशाना बनाना, सांप्रदायिक सद्भाव को नुकसान पहुंचाना, देश में एकता में खलल डालना और मुसलमानों की भावनाओं को ठेस पहुंचाना साजिश का एक हिस्सा है। फिल्मों का धर्मों के बीच नफरत फैलाने के बजाय समाज का मार्गदर्शन करना चाहिए। बता दें कि फिल्म 7 जून यानी आज रिलीज होने वाली थी, लेकिन फिल्म की रिलीज को रोकने के लिए कर्नाटक समेत कई राज्यों ने आवाज उठाई। आदेश में कहा गया कि फिल्म के ट्रेलर का रिव्यू करने पर पाया गया कि फिल्म के निर्माता और निर्देशक ने पवित्र कुरान और उसके संदेशों को गलत तरीके से दिखाया है। भड़काऊ और अपमानजनक बयान दिए गए हैं, जिसे देख ऐसा भी लगता है कि निर्माताओं ने एक कम्युनिटी को अपमानजनक तरीके से दिखाने की कोशिश की है। धर्म के आधार पर कम्युनिटी का विश्लेषण करना एक ऐसा मुद्दा है जो समाज को प्रभावित करेगा। आदेश में कहा गया, अगर हमारे बारह की रिलीज को अनुमति दी जाती है, तो यह दंगे भड़का सकता है, समुदायों के बीच दरार पैदा करेगा और जानबूझकर एक खास धर्म का अपमान करेगा। इसके अलावा, इस फिल्म के सीन्स में महिलाओं का अपमान भी किया गया है। राज्य में सांप्रदायिक झड़पों की संभावना को देखते हुए, इस पर प्रतिबंध लगा दिया गया। फिल्म का ट्रेलर और टीजर रिलीज होने के बाद से फिल्म के कलाकारों को जान से मारने की धमकियां मिल रही हैं। इन धमकियों को लेकर अन्नू कपूर ने डायरेक्टर और प्रोड्यूसर के साथ महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से मुलाकात कर सुरक्षा की मांग की थी। निर्देशक कमल चंद्रा ने कहा, मेरे पास काफी अज्ञात नंबरों से कॉल और मैसेज आ रहे हैं। मैंने कॉल उठाना बंद कर दिया है। यह एक गंभीर फिल्म है, हमने किसी कम्युनिटी को टारगेट नहीं किया है। यह सिर्फ एक परिवार की कहानी है। मेरी आप सबसे अपील है कि इसको किसी कम्युनिटी से न जोड़ें। हमने किसी को भी ठेस पहुंचाने का काम नहीं किया है। पहले फिल्म देखें और उसके बाद ही फैसला लें। कृपया किताब के पन्ने से पूरी किताब का आकलन न करें। कमल चंद्रा के डायरेक्शन में बनी फिल्म में अन्नू कपूर के अलावा पार्थ समथान, अश्विनी कालसेकर और पारितोष तिवारी लीड रोल में हैं। इसका निर्माण राधिका जी फिल्म और न्यूटेक मीडिया एंटरटेनमेंट द्वारा किया गया है। --(आईएएनएस)