कचरा ले जाने वाले रिक्शा खुद ही हो रहे 'कबाड़', तो कैसे स्वच्छ हो हमारा परिवेश

ग्राम पंचायत में लाखों रुपए खर्च करने के बाद भी अधिकांश गांव स्वच्छ सुंदर ग्राम की दिशा में आगे नहीं बढ़ रहे हैं और ग्राम पंचायतों में सोख्ता का निर्माण भी योजना के अनुसार नहीं हो रहा है, जिसके कारण हैंडपंप के आसपास पानी जमा हो रहा है.

कचरा ले जाने वाले रिक्शा खुद ही हो रहे 'कबाड़', तो कैसे स्वच्छ हो हमारा परिवेश
ग्राम पंचायत में लाखों रुपए खर्च करने के बाद भी अधिकांश गांव स्वच्छ सुंदर ग्राम की दिशा में आगे नहीं बढ़ रहे हैं और ग्राम पंचायतों में सोख्ता का निर्माण भी योजना के अनुसार नहीं हो रहा है, जिसके कारण हैंडपंप के आसपास पानी जमा हो रहा है.