ओंकारेश्वर ज्योर्तिलिंग मंदिर से लगी धर्मशाला जर्जर:छज्जा गिरा तो मलबा श्रद्धालुओं पर गिरेगा; शिकायत के बावजूद कार्रवाई नहीं

बीते महीने उज्जैन में महाकाल मंदिर परिसर की एक दीवार ढहने से दो लोगों की दबने से मौत हो गई थी। प्रदेश की सियासत गर्माइ लेकिन सरकार ने अन्य मंदिर या धार्मिक स्थलों की सुध नहीं ली। प्रदेश के दूसरे ज्योर्तिलिंग ओंकारेश्वर मंदिर से लगी एक धर्मशाला जर्जर हो चुकी है। यह धर्मशाला मंदिर के बाहर प्रवेश द्वार पर है। जिसका छज्जा भी बाहर है। यह जिस दिन भी गिरेगी, पूरा मलबा श्रद्धालुओं पर गिरेगा। मामले में प्रशासन से शिकायतें भी गई लेकिन कोई एक्शन नहीं लिया गया। नगर के सत्यनारायण अग्रवाल ने बताया कि श्रीजी मंदिर ट्रस्ट कमानी गेट के पास स्थित अति प्राचीन गेंदालाल मन्नीबाई धर्मशाला है, जो वर्तमान जर्जर हो चुकी हैं। इस संबंध में खंडवा कलेक्टर, एसडीएम पुनासा, सीएमओ ओंकारेश्वर से शिकायत की। बावजूद प्रशासन ने धर्मशाला को तोड़ने की कार्रवाई नहीं की। यहां पर बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं का आगमन होता है। यहां से मंदिर तक श्रद्धालुओं की लंबी लाइन लगी रहती है। सीएमओ बोले- ऐसा है तो मामले को दिखवाते हैं शिकायतकर्ता अग्रवाल का कहना है कि ज्योतिर्लिंग मंदिर का रास्ता काफी सकरा है। सरकारी जमीन पर भवन बने हुए है। इन हटाकर रास्ते को चौड़ा किया जा सकता है। ताकि दुर्घटना को रोका जा सकें। इधर, सीएमओ संजय गीते का कहना है कि, बारिश के पूर्व कई जर्जर भवन व होटल मालिकों को नोटिस दिए थे। इस धर्मशाला की जानकारी नहीं है। इसे दिखवाया जाएगा।

ओंकारेश्वर ज्योर्तिलिंग मंदिर से लगी धर्मशाला जर्जर:छज्जा गिरा तो मलबा श्रद्धालुओं पर गिरेगा; शिकायत के बावजूद कार्रवाई नहीं
बीते महीने उज्जैन में महाकाल मंदिर परिसर की एक दीवार ढहने से दो लोगों की दबने से मौत हो गई थी। प्रदेश की सियासत गर्माइ लेकिन सरकार ने अन्य मंदिर या धार्मिक स्थलों की सुध नहीं ली। प्रदेश के दूसरे ज्योर्तिलिंग ओंकारेश्वर मंदिर से लगी एक धर्मशाला जर्जर हो चुकी है। यह धर्मशाला मंदिर के बाहर प्रवेश द्वार पर है। जिसका छज्जा भी बाहर है। यह जिस दिन भी गिरेगी, पूरा मलबा श्रद्धालुओं पर गिरेगा। मामले में प्रशासन से शिकायतें भी गई लेकिन कोई एक्शन नहीं लिया गया। नगर के सत्यनारायण अग्रवाल ने बताया कि श्रीजी मंदिर ट्रस्ट कमानी गेट के पास स्थित अति प्राचीन गेंदालाल मन्नीबाई धर्मशाला है, जो वर्तमान जर्जर हो चुकी हैं। इस संबंध में खंडवा कलेक्टर, एसडीएम पुनासा, सीएमओ ओंकारेश्वर से शिकायत की। बावजूद प्रशासन ने धर्मशाला को तोड़ने की कार्रवाई नहीं की। यहां पर बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं का आगमन होता है। यहां से मंदिर तक श्रद्धालुओं की लंबी लाइन लगी रहती है। सीएमओ बोले- ऐसा है तो मामले को दिखवाते हैं शिकायतकर्ता अग्रवाल का कहना है कि ज्योतिर्लिंग मंदिर का रास्ता काफी सकरा है। सरकारी जमीन पर भवन बने हुए है। इन हटाकर रास्ते को चौड़ा किया जा सकता है। ताकि दुर्घटना को रोका जा सकें। इधर, सीएमओ संजय गीते का कहना है कि, बारिश के पूर्व कई जर्जर भवन व होटल मालिकों को नोटिस दिए थे। इस धर्मशाला की जानकारी नहीं है। इसे दिखवाया जाएगा।