आसान नहीं लोगों का उप तहसील तक पहुंचना, भारी परेशानी

छत्तीसगढ़ संवाददाता बेमेतरा, 7 अगस्त। मारो नगर पंचायत में सत्ता पलट की जितनी आतुरता जिम्मेदारों को थी, यदि उतनी आतुरता विकास की होती तो नगर पंचायत की सूरत कुछ और होती। मारो उप तहसील कार्यालय जहां पर प्रतिदिन आसपास के सैकड़ों किसान आते हैं। नियमित कामकाज होता है। लोग पहुंचते कैसे हैं, बारिश में यह जानने आपको जाने की जरूरत नहीं सब तस्वीर में साफ है। बच्चे, बूढ़े, दिव्यांग एवं महिलाओं को बारिश में इस कार्यालय तक पहुंचते एकबार जिम्मेदार देख लेते तो पीड़ा समझ आ जाती। मारो वह नगर पंचायत है जो आज तक विकास का मुक्कमल मंजिल नहीं पा सका।

आसान नहीं लोगों का उप तहसील तक पहुंचना, भारी परेशानी
छत्तीसगढ़ संवाददाता बेमेतरा, 7 अगस्त। मारो नगर पंचायत में सत्ता पलट की जितनी आतुरता जिम्मेदारों को थी, यदि उतनी आतुरता विकास की होती तो नगर पंचायत की सूरत कुछ और होती। मारो उप तहसील कार्यालय जहां पर प्रतिदिन आसपास के सैकड़ों किसान आते हैं। नियमित कामकाज होता है। लोग पहुंचते कैसे हैं, बारिश में यह जानने आपको जाने की जरूरत नहीं सब तस्वीर में साफ है। बच्चे, बूढ़े, दिव्यांग एवं महिलाओं को बारिश में इस कार्यालय तक पहुंचते एकबार जिम्मेदार देख लेते तो पीड़ा समझ आ जाती। मारो वह नगर पंचायत है जो आज तक विकास का मुक्कमल मंजिल नहीं पा सका।