3 महिला सहित 5 नक्सलियों का समर्पण 19 लाख का था ईनाम

छत्तीसगढ़ संवाददाता सुकमा, 25 जुलाई। सुकमा जिले में 3 महिला हार्डकोर नक्सली सहित पांच हार्डकोर नक्सलियों ने पुलिस अफसरों के सामने आत्मसमर्पण किया। आत्मसमर्पित नक्सलियों पर कुल 19 लाख रुपये का ईनाम घोषित है। पुलिस ने बताया कि आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों में कवासी दुला (25), सोढ़ी बुधरा (27) और महिला मडक़म गंगी (27) शामिल हैं, जो प्लाटून नंबर एक में क्रमश: डिप्टी कमांडर, सेक्शन कमांडर और सेक्शन ए कमांडर के रूप में सक्रिय थे। तीनों नक्सलियों पर पांच-पांच लाख रुपये का ईनाम है। दो अन्य महिला नक्सलियों में पोडिय़ाम सोमड़ी (25) और मडक़म आयते (35) पर दो-दो लाख रुपये का ईनाम है। उन्होंने बताया कि सुकमा पुलिस के नक्सल विरोधी प्रकोष्ठ की खुफिया शाखा और पड़ोसी राज्य ओडिशा की पुलिस ने उनके आत्मसमर्पण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। पुलिस ने बताया कि नक्सलियों के खिलाफ पुलिस दल पर हमला व सडक़ों को नुकसान पहुंचाने समेत कई अन्य घटनाओं में शामिल होने का आरोप है। उन्होंने बताया कि आत्मसमर्पण करने वाले सभी नक्सलियों को 25-25 हजार रुपये की सहायता प्रदान की गई और सरकार की नीति के अनुसार उनका पुनर्वास किया जाएगा।

3 महिला सहित 5 नक्सलियों का समर्पण 19 लाख का था ईनाम
छत्तीसगढ़ संवाददाता सुकमा, 25 जुलाई। सुकमा जिले में 3 महिला हार्डकोर नक्सली सहित पांच हार्डकोर नक्सलियों ने पुलिस अफसरों के सामने आत्मसमर्पण किया। आत्मसमर्पित नक्सलियों पर कुल 19 लाख रुपये का ईनाम घोषित है। पुलिस ने बताया कि आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों में कवासी दुला (25), सोढ़ी बुधरा (27) और महिला मडक़म गंगी (27) शामिल हैं, जो प्लाटून नंबर एक में क्रमश: डिप्टी कमांडर, सेक्शन कमांडर और सेक्शन ए कमांडर के रूप में सक्रिय थे। तीनों नक्सलियों पर पांच-पांच लाख रुपये का ईनाम है। दो अन्य महिला नक्सलियों में पोडिय़ाम सोमड़ी (25) और मडक़म आयते (35) पर दो-दो लाख रुपये का ईनाम है। उन्होंने बताया कि सुकमा पुलिस के नक्सल विरोधी प्रकोष्ठ की खुफिया शाखा और पड़ोसी राज्य ओडिशा की पुलिस ने उनके आत्मसमर्पण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। पुलिस ने बताया कि नक्सलियों के खिलाफ पुलिस दल पर हमला व सडक़ों को नुकसान पहुंचाने समेत कई अन्य घटनाओं में शामिल होने का आरोप है। उन्होंने बताया कि आत्मसमर्पण करने वाले सभी नक्सलियों को 25-25 हजार रुपये की सहायता प्रदान की गई और सरकार की नीति के अनुसार उनका पुनर्वास किया जाएगा।