सुरक्षा के साथ मानवता की मिसाल पेश कर रहे जवान

प्रसूता व शिशु को सुरक्षित नदी पार करा अस्पताल भेजा छत्तीसगढ़ संवाददाता बीजापुर, 22 जुलाई। नक्सल प्रभावित बीजापुर जिले के अंदरुनी क्षेत्रों में नक्सल मोर्चे पर तैनात सुरक्षाबल के जवान सुरक्षा के साथ मानवता की मिसाल भी पेश कर रहे हैं। जवानों ने प्रसूता और नवजात शिशु को नम्बी धारा से सुरक्षित पार कराकर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र उसूर के लिए रवाना किया। दरअसल, इन दिनों इलाके में हो रही अनवरत बारिश के चलते नदी-नाले उफान पर चल रहे हैं। कई अंदरुनी गांव का सडक़ संपर्क ब्लॉक व जिला मुख्यालय से कट गया है। आवागमन के साधन भी मुहैया नहीं हो पा रहे हैं। ऐसे उसूर ब्लॉक के संवेदनशील गांव नम्बी में तैनात सीआरपीएफ 196 व कोबरा 205 के जवान देवदूत बनकर प्रसूता व उसके नवजात बच्चे को नम्बी धारा से सुरक्षित पार कराकर उपचार के लिए उसूर के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के लिए रवाना किया। बताया गया है कि नयापारा नम्बी की रहने वाली माड़वी जागी पति माड़वी आंदा (24) की समय से पहले डिलीवरी हो गई थी। उसे उपचार के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र उसूर जाना था। उसूर व नम्बी के बीच नम्बीधारा नदी में ज्यादा पानी होने से नम्बी कैम्प में तैनात सीआरपीएफ व कोबरा के जवानों ने नवजात बच्चे व उसकी माता को सुरक्षित नदी पार कराकर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र उसूर रवाना किया।

सुरक्षा के साथ मानवता की मिसाल पेश कर रहे जवान

प्रसूता व शिशु को सुरक्षित नदी पार करा अस्पताल भेजा छत्तीसगढ़ संवाददाता बीजापुर, 22 जुलाई। नक्सल प्रभावित बीजापुर जिले के अंदरुनी क्षेत्रों में नक्सल मोर्चे पर तैनात सुरक्षाबल के जवान सुरक्षा के साथ मानवता की मिसाल भी पेश कर रहे हैं। जवानों ने प्रसूता और नवजात शिशु को नम्बी धारा से सुरक्षित पार कराकर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र उसूर के लिए रवाना किया। दरअसल, इन दिनों इलाके में हो रही अनवरत बारिश के चलते नदी-नाले उफान पर चल रहे हैं। कई अंदरुनी गांव का सडक़ संपर्क ब्लॉक व जिला मुख्यालय से कट गया है। आवागमन के साधन भी मुहैया नहीं हो पा रहे हैं। ऐसे उसूर ब्लॉक के संवेदनशील गांव नम्बी में तैनात सीआरपीएफ 196 व कोबरा 205 के जवान देवदूत बनकर प्रसूता व उसके नवजात बच्चे को नम्बी धारा से सुरक्षित पार कराकर उपचार के लिए उसूर के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के लिए रवाना किया। बताया गया है कि नयापारा नम्बी की रहने वाली माड़वी जागी पति माड़वी आंदा (24) की समय से पहले डिलीवरी हो गई थी। उसे उपचार के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र उसूर जाना था। उसूर व नम्बी के बीच नम्बीधारा नदी में ज्यादा पानी होने से नम्बी कैम्प में तैनात सीआरपीएफ व कोबरा के जवानों ने नवजात बच्चे व उसकी माता को सुरक्षित नदी पार कराकर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र उसूर रवाना किया।