भदभदा-कलियासोत डैम के 1-1 गेट खोले गए:भोपाल में अब तक 51.8 इंच बारिश; सामान्य से 39% ज्यादा

कैचमेंट एरिया में बारिश होने से भोपाल के भदभदा और कलियासोत डैम के 1-1 गेट सोमवार सुबह खोल दिए गए। सुबह साढ़े 9 बजे भदभदा डैम का एक गेट खोला गया। फिर कलियासोत डैम का गेट खुला। केरवा डैम के गेट से भी पानी छलक रहा है। यहां 8 ऑटोमैटिक गेट है। भदभदा डैम का सीजन में 10वीं बार गेट खुला है। वहीं, कलियासोत डैम के 14 बार गेट खोले जा चुके हैं। भोपाल के पास कोलार डैम भी पानी का लेवल फुल टैंक लेवल पर पहुंच गया है। केरवा भी फुल भर चुका है। सितंबर में साढ़े 9 इंच बारिश जून, जुलाई और अगस्त के बाद सितंबर महीने में भी भोपाल में अच्छी बारिश हुई है। पिछले तीन महीने में तो कोटे से ज्यादा पानी गिर चुका है। सितंबर में साढ़े 7 इंच के मुकाबले साढ़े 9 इंच पानी गिर चुका है। सुबह से धूप-छांव वाला मौसम रविवार को भोपाल में बारिश हुई। कोलार समेत कई इलाकों में देर रात तक तेज बारिश का दौर चला। वहीं, सोमवार को धूप-छांव वाला मौसम है। आखिरी सप्ताह में ऐसा रहता है मौसम मौसम विभाग के अनुसार, सितंबर के आखिरी सप्ताह में गर्मी का असर बढ़ जाता है, क्योंकि मानसून की विदाई होने लगती है। इस वजह से तापमान 33-34 डिग्री के पार पहुंच जाता है। यही कारण है कि पिछले 4 साल की तुलना में इस बार गर्मी का असर भी ज्यादा है। इस बार भी ऐसा ही मौसम है। दिन में उमस और गर्मी का असर है। पिछले कुछ दिन से शाम को हल्की बारिश का दौर चल रहा है। अबकी बार सामान्य से ज्यादा बारिश बता दें कि इस मानसून भोपाल में सामान्य से ज्यादा बारिश हो चुकी है। भोपाल की सामान्य बारिश 37.6 इंच है, जबकि इस बार 50.8 इंच पानी गिर गया है। यानी, 39% बारिश ज्यादा हो चुकी है।

कैचमेंट एरिया में बारिश होने से भोपाल के भदभदा और कलियासोत डैम के 1-1 गेट सोमवार सुबह खोल दिए गए। सुबह साढ़े 9 बजे भदभदा डैम का एक गेट खोला गया। फिर कलियासोत डैम का गेट खुला। केरवा डैम के गेट से भी पानी छलक रहा है। यहां 8 ऑटोमैटिक गेट है। भदभदा डैम का सीजन में 10वीं बार गेट खुला है। वहीं, कलियासोत डैम के 14 बार गेट खोले जा चुके हैं। भोपाल के पास कोलार डैम भी पानी का लेवल फुल टैंक लेवल पर पहुंच गया है। केरवा भी फुल भर चुका है। सितंबर में साढ़े 9 इंच बारिश जून, जुलाई और अगस्त के बाद सितंबर महीने में भी भोपाल में अच्छी बारिश हुई है। पिछले तीन महीने में तो कोटे से ज्यादा पानी गिर चुका है। सितंबर में साढ़े 7 इंच के मुकाबले साढ़े 9 इंच पानी गिर चुका है। सुबह से धूप-छांव वाला मौसम रविवार को भोपाल में बारिश हुई। कोलार समेत कई इलाकों में देर रात तक तेज बारिश का दौर चला। वहीं, सोमवार को धूप-छांव वाला मौसम है। आखिरी सप्ताह में ऐसा रहता है मौसम मौसम विभाग के अनुसार, सितंबर के आखिरी सप्ताह में गर्मी का असर बढ़ जाता है, क्योंकि मानसून की विदाई होने लगती है। इस वजह से तापमान 33-34 डिग्री के पार पहुंच जाता है। यही कारण है कि पिछले 4 साल की तुलना में इस बार गर्मी का असर भी ज्यादा है। इस बार भी ऐसा ही मौसम है। दिन में उमस और गर्मी का असर है। पिछले कुछ दिन से शाम को हल्की बारिश का दौर चल रहा है। अबकी बार सामान्य से ज्यादा बारिश बता दें कि इस मानसून भोपाल में सामान्य से ज्यादा बारिश हो चुकी है। भोपाल की सामान्य बारिश 37.6 इंच है, जबकि इस बार 50.8 इंच पानी गिर गया है। यानी, 39% बारिश ज्यादा हो चुकी है।