बंद स्ट्रीट लाइट को सुधारने एसडीएम ने दिए निर्देश

बुधवार को कांवडिय़ों का मेला, बतौली में रात्रि विश्राम छत्तीसगढ़ संवाददाता अम्बिकापुर, 30 जुलाई। शंकर घाट से जल लेकर कैलाश गुफा में जलाभिषेक करने के लिए 31 जुलाई बुधवार को हजारों की संख्या में कांवडिय़े बतौली पहुंचेंगे। बतौली में बुधवार को रात्रि विश्राम के बाद सभी गुरुवार को कैलाश गुफा की कूच करते हैं। बंद स्ट्रीट लाइट को सुधारने एसडीएम ने निर्देश दिए। हजारों की संख्या में बुधवार को ही कांवडि़ए बांसाझाल पहुंच जाते हैं, यहां पर अम्बिकापुर के रेडीमेड विक्रेता संघ विशेष व्यवस्था करती है। बतौली में कांवडिय़ों के स्वागत के लिए जोर-शोर से तैयारी चालू है। कई संस्थानों ने इसके लिए वाटर प्रूफ टेंट लगाए हैं। रौनियार युवा समिति, बतौली नगर समिति के साथ कई संस्थाएं कांवडिय़ों की सेवा करते हैं। नाश्ता,भोजन,फल,चाय के साथ चिकित्सक उपलब्ध रहते हैं। एक अनुमान के अनुसार पच्चीस से तीस हजार कांवडिय़ों का आगमन होता है। शंकर घाट अम्बिकापुर से 30 से 35 किलोमीटर चल कर आने के बाद कांवडि़ए थक जाते है और बतौली में विश्राम करते हैं। कांवडिय़ों के लिए विभिन्न संस्थाएं भोजन नास्ता के साथ जगराता का आयोजन करते हैं। रात भर कांवडिय़ों का आना जाना लगा रहता है। बतौली,कुनकुरी कला मुख्य मार्ग,बगीचा रोड, थाना रोड में कांवडिय़ों का भोजन और रात्रि विश्राम होता है।जिसमे बच्चे,बूढ़े,महिलाएं और नवयुवतियों का दल शामिल होता है। परन्तु इन गांवों के सडक़ों में लगे विद्युत के स्ट्रीट लाइट नहीं जलती। बरसात के आते ही सडक़ों में जीव जंतुओं की आवाजाही होती रहती है।गांव में सडक़ों में लगे स्ट्रीट लाइट बन्द पड़े थे।जिससे जीव जंतुओं के हमलों की आशंका बनी रहती है।रात भर सडक़ो में कांवडि़ए आवा जाही करते हैं।अंधेरी सडक़ो में खतरा बना रहता है।

बंद स्ट्रीट लाइट को सुधारने एसडीएम ने दिए निर्देश
बुधवार को कांवडिय़ों का मेला, बतौली में रात्रि विश्राम छत्तीसगढ़ संवाददाता अम्बिकापुर, 30 जुलाई। शंकर घाट से जल लेकर कैलाश गुफा में जलाभिषेक करने के लिए 31 जुलाई बुधवार को हजारों की संख्या में कांवडिय़े बतौली पहुंचेंगे। बतौली में बुधवार को रात्रि विश्राम के बाद सभी गुरुवार को कैलाश गुफा की कूच करते हैं। बंद स्ट्रीट लाइट को सुधारने एसडीएम ने निर्देश दिए। हजारों की संख्या में बुधवार को ही कांवडि़ए बांसाझाल पहुंच जाते हैं, यहां पर अम्बिकापुर के रेडीमेड विक्रेता संघ विशेष व्यवस्था करती है। बतौली में कांवडिय़ों के स्वागत के लिए जोर-शोर से तैयारी चालू है। कई संस्थानों ने इसके लिए वाटर प्रूफ टेंट लगाए हैं। रौनियार युवा समिति, बतौली नगर समिति के साथ कई संस्थाएं कांवडिय़ों की सेवा करते हैं। नाश्ता,भोजन,फल,चाय के साथ चिकित्सक उपलब्ध रहते हैं। एक अनुमान के अनुसार पच्चीस से तीस हजार कांवडिय़ों का आगमन होता है। शंकर घाट अम्बिकापुर से 30 से 35 किलोमीटर चल कर आने के बाद कांवडि़ए थक जाते है और बतौली में विश्राम करते हैं। कांवडिय़ों के लिए विभिन्न संस्थाएं भोजन नास्ता के साथ जगराता का आयोजन करते हैं। रात भर कांवडिय़ों का आना जाना लगा रहता है। बतौली,कुनकुरी कला मुख्य मार्ग,बगीचा रोड, थाना रोड में कांवडिय़ों का भोजन और रात्रि विश्राम होता है।जिसमे बच्चे,बूढ़े,महिलाएं और नवयुवतियों का दल शामिल होता है। परन्तु इन गांवों के सडक़ों में लगे विद्युत के स्ट्रीट लाइट नहीं जलती। बरसात के आते ही सडक़ों में जीव जंतुओं की आवाजाही होती रहती है।गांव में सडक़ों में लगे स्ट्रीट लाइट बन्द पड़े थे।जिससे जीव जंतुओं के हमलों की आशंका बनी रहती है।रात भर सडक़ो में कांवडि़ए आवा जाही करते हैं।अंधेरी सडक़ो में खतरा बना रहता है।