प्रिंसिपल के पक्ष में आए स्टूडेंट्स:एवीबीपी कार्यकर्ताओं पर कॉलेज स्टाफ के साथ अभद्रता करने का आरोप लगाया

जिला मुख्यालय के शासकीय पॉलिटेक्निक कॉलेज परिसर में शराब की खाली बोतल मिलने पर शुक्रवार को एवीबीपी और प्रिंसिपल आमने-सामने हो गए थे। कॉलेज के प्रभारी प्राचार्य सीएस चौहान छात्र नेताओं से भिड़ते नजर आए थे।वहीं, इस घटनाक्रम के करीब तीन घंटे बाद आयुक्त तकनीकी शिक्षा संचालनालय ने आदेश जारी कर प्रभारी प्राचार्य चौहान को हटाकर उनके स्थान पर अंग्रेजी विषय की व्याख्याता अभिरुचि सिंह को प्रभारी प्राचार्य का प्रभार सौंपने का आदेश जारी किया गया था। इस पूरे घटनाक्रम के विरोध में शनिवार सुबह पॉलिटेक्निक कालेज के छात्र-छात्राओं ने क्लास का बहिष्कार कर दिया। उन्होंने कॉलेज गेट के बाहर एवीबीपी के कार्यकर्ताओं पर कॉलेज स्टाफ और प्रभारी प्राचार्य के साथ करीब तीन घंटे तक अभद्रता करने का आरोप लगाते हुए प्रदर्शन किया है। वहीं, प्रशासन से उनके कॉलेज में किसी भी बाहरी लोगों के हस्तक्षेप नहीं करने की मांग की है। छात्र-छात्राओं का कहना है कि जब तक उनकी बातों को नहीं माना स्टूडेंट्स क्लास नहीं अटेंड करेंगे। कॉलेज के छात्रों ने कहा बताया तीन घंटे अभद्रता का सिर्फ तीस सेकेंड का वीडियो दिखाया एवीबीपी के कार्यकर्ताओं पर कार्यवाही की मांग को लेकर क्लॉस अटेंड नहीं करने वाले कॉलेज के स्टूडेंट्स का कहना है कि उनके महाविद्यालय में प्राइवेट कॉलेजों से भी बेहतर व्यवस्था है। नियमित क्लास भी लगती है। शुक्रवार को जब क्लास में हंगामा होने पर सभी बाहर आए, तो एवीबीपी के कार्यकर्ता कॉलेज के स्टाप के साथ अभद्रता कर रहे थे। छात्र दीपक कहार का कहना है कि हमारे प्राचार्य को कमरे में बंद कर लिया गया था। उनके साथ अभद्रता की गई। हम किसी भी प्रशासनिक अधिकारी को कल का सारा घटनाक्रम बताकर वास्तविकता से अवगत कराएंगे। हमें हमारे प्रिंसिपल सर वापस दिए जाएं। वहीं, छात्र रत्नप्रिया यादव का कहना है कि हमारे प्रिंसिपल ने थोड़ा अभद्र व्यवहार कर लिया जो उनकी नजर में था हमारी नजर में नहीं। एवीबीपी के लोग इतना चिल्ला रहे थे वो किसी ने नोटिस नही कियां। तीन घंटे के घटना क्रम को तीस सेकेंड में दिखाया गया है। जो पूरी तरह से गलत है। छात्रों को समझाइश देने पहुंची तहसीलदार क्लास में नहीं जाने की बात पर अड़े छात्र-छात्राओं को क्लास अटेंड करने की समझाइश देने के लिए तहसीलदार लबीना घाघरे कॉलेज पहुचीं। उन्होंने स्टूडेंट्स से कहा कि आप अपनी बात हमें लिखित में दे दो। हम उचित कार्यवाही करेंगे। जिसके बाद करीब 12 बजे छात्र क्लास रूम में जाने को राजी हुए। यह था पूरा मामला पॉलिटेक्निक कॉलेज में शुक्रवार को एबीवीपी कार्यकर्ताओं और प्रभारी प्राचार्य सीएस चौहान के बीच कहासुनी के बाद झूमाझटकी हो गई। कॉलेज में शराब की बॉटल मिलने और चौकीदार के शराब के नशे में होने पर एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने आक्रोश जताते हुए कार्रवाई की मांग की। जिसपर प्राचार्य से बहस हो गई। प्राचार्य कक्ष में तेज आवाज में समस्या बता रहे संगठन मंत्री आशीष शर्मा से प्राचार्य बोले चिल्लाना बंद करें। इस पर शर्मा ने कहा मैं चिल्लाऊंगा और समस्या बताऊंगा। इस पर कॉलेज प्राचार्य सीएस चौहान टेबल पर हाथ ठोकते हुए बोले क्या कर लोगे। इसके बाद तेजी से कुर्सी से उठकर शर्मा की कॉलर पकड़कर झूमाझटकी की। प्राचार्य कक्ष में मौजूद शिक्षकों और कार्यकर्ताओं ने दोनों को संभालते हुए दूर किया। इस पर प्राचार्य गुस्सा करते हुए बोले कि जो करना हो कर लो। इसके बाद एबीवीपी ने कलेक्टर से शिकायत की। चार के निलंबन की मांग सिर्फ प्राचार्य को हटाया संगठन मंत्री आशीष शर्मा ने बताया कि घटनाक्रम से कार्यकर्ताओं में काफी आक्रोश है। घटना के बाद सभी कार्यकर्ता कलेक्टर आदित्य सिंह के पास पहुंचे और उन्हें ज्ञापन सौंपते हुए कहा कि मामले में प्राचार्य सीएस चौहान स्टाफ के विनोद परसाई, अजय नागर, विकास भूमरकर को निलंबित करने की मांग की। प्राचार्य के द्वारा दोषियों और लापरवाही बरतने वालों के खिलाफ कार्रवाई के बजाए उन्हें संरक्षण दिया जा रहा है। मामले में सिर्फ प्राचार्य को हटाया है। बाकि पर भी कार्रवाई जरूरी है।

जिला मुख्यालय के शासकीय पॉलिटेक्निक कॉलेज परिसर में शराब की खाली बोतल मिलने पर शुक्रवार को एवीबीपी और प्रिंसिपल आमने-सामने हो गए थे। कॉलेज के प्रभारी प्राचार्य सीएस चौहान छात्र नेताओं से भिड़ते नजर आए थे।वहीं, इस घटनाक्रम के करीब तीन घंटे बाद आयुक्त तकनीकी शिक्षा संचालनालय ने आदेश जारी कर प्रभारी प्राचार्य चौहान को हटाकर उनके स्थान पर अंग्रेजी विषय की व्याख्याता अभिरुचि सिंह को प्रभारी प्राचार्य का प्रभार सौंपने का आदेश जारी किया गया था। इस पूरे घटनाक्रम के विरोध में शनिवार सुबह पॉलिटेक्निक कालेज के छात्र-छात्राओं ने क्लास का बहिष्कार कर दिया। उन्होंने कॉलेज गेट के बाहर एवीबीपी के कार्यकर्ताओं पर कॉलेज स्टाफ और प्रभारी प्राचार्य के साथ करीब तीन घंटे तक अभद्रता करने का आरोप लगाते हुए प्रदर्शन किया है। वहीं, प्रशासन से उनके कॉलेज में किसी भी बाहरी लोगों के हस्तक्षेप नहीं करने की मांग की है। छात्र-छात्राओं का कहना है कि जब तक उनकी बातों को नहीं माना स्टूडेंट्स क्लास नहीं अटेंड करेंगे। कॉलेज के छात्रों ने कहा बताया तीन घंटे अभद्रता का सिर्फ तीस सेकेंड का वीडियो दिखाया एवीबीपी के कार्यकर्ताओं पर कार्यवाही की मांग को लेकर क्लॉस अटेंड नहीं करने वाले कॉलेज के स्टूडेंट्स का कहना है कि उनके महाविद्यालय में प्राइवेट कॉलेजों से भी बेहतर व्यवस्था है। नियमित क्लास भी लगती है। शुक्रवार को जब क्लास में हंगामा होने पर सभी बाहर आए, तो एवीबीपी के कार्यकर्ता कॉलेज के स्टाप के साथ अभद्रता कर रहे थे। छात्र दीपक कहार का कहना है कि हमारे प्राचार्य को कमरे में बंद कर लिया गया था। उनके साथ अभद्रता की गई। हम किसी भी प्रशासनिक अधिकारी को कल का सारा घटनाक्रम बताकर वास्तविकता से अवगत कराएंगे। हमें हमारे प्रिंसिपल सर वापस दिए जाएं। वहीं, छात्र रत्नप्रिया यादव का कहना है कि हमारे प्रिंसिपल ने थोड़ा अभद्र व्यवहार कर लिया जो उनकी नजर में था हमारी नजर में नहीं। एवीबीपी के लोग इतना चिल्ला रहे थे वो किसी ने नोटिस नही कियां। तीन घंटे के घटना क्रम को तीस सेकेंड में दिखाया गया है। जो पूरी तरह से गलत है। छात्रों को समझाइश देने पहुंची तहसीलदार क्लास में नहीं जाने की बात पर अड़े छात्र-छात्राओं को क्लास अटेंड करने की समझाइश देने के लिए तहसीलदार लबीना घाघरे कॉलेज पहुचीं। उन्होंने स्टूडेंट्स से कहा कि आप अपनी बात हमें लिखित में दे दो। हम उचित कार्यवाही करेंगे। जिसके बाद करीब 12 बजे छात्र क्लास रूम में जाने को राजी हुए। यह था पूरा मामला पॉलिटेक्निक कॉलेज में शुक्रवार को एबीवीपी कार्यकर्ताओं और प्रभारी प्राचार्य सीएस चौहान के बीच कहासुनी के बाद झूमाझटकी हो गई। कॉलेज में शराब की बॉटल मिलने और चौकीदार के शराब के नशे में होने पर एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने आक्रोश जताते हुए कार्रवाई की मांग की। जिसपर प्राचार्य से बहस हो गई। प्राचार्य कक्ष में तेज आवाज में समस्या बता रहे संगठन मंत्री आशीष शर्मा से प्राचार्य बोले चिल्लाना बंद करें। इस पर शर्मा ने कहा मैं चिल्लाऊंगा और समस्या बताऊंगा। इस पर कॉलेज प्राचार्य सीएस चौहान टेबल पर हाथ ठोकते हुए बोले क्या कर लोगे। इसके बाद तेजी से कुर्सी से उठकर शर्मा की कॉलर पकड़कर झूमाझटकी की। प्राचार्य कक्ष में मौजूद शिक्षकों और कार्यकर्ताओं ने दोनों को संभालते हुए दूर किया। इस पर प्राचार्य गुस्सा करते हुए बोले कि जो करना हो कर लो। इसके बाद एबीवीपी ने कलेक्टर से शिकायत की। चार के निलंबन की मांग सिर्फ प्राचार्य को हटाया संगठन मंत्री आशीष शर्मा ने बताया कि घटनाक्रम से कार्यकर्ताओं में काफी आक्रोश है। घटना के बाद सभी कार्यकर्ता कलेक्टर आदित्य सिंह के पास पहुंचे और उन्हें ज्ञापन सौंपते हुए कहा कि मामले में प्राचार्य सीएस चौहान स्टाफ के विनोद परसाई, अजय नागर, विकास भूमरकर को निलंबित करने की मांग की। प्राचार्य के द्वारा दोषियों और लापरवाही बरतने वालों के खिलाफ कार्रवाई के बजाए उन्हें संरक्षण दिया जा रहा है। मामले में सिर्फ प्राचार्य को हटाया है। बाकि पर भी कार्रवाई जरूरी है।