प्रदूषण के कारण शहर से दूर किए जा रहे ईंट-भट्टे:कुम्हार समाज ने महापौर को दिया ज्ञापन; कहा- एक वर्ष का समय दिया जाए

देवास में ईंट भट्टे प्रदूषण के कारण शहर से बाहर किए जा रहे हैं। इसको लेकर बुधवार को प्रजापति कुम्हार समाज के प्रतिनिधि मंडल ने नगर निगम पहुंचकर महापौर गीता दुर्गेश अग्रवाल को ज्ञापन दिया। इस दौरान समाज के लोगों ने बताया कि नगर निगम सीमा क्षेत्र में जो 50 वर्षों से ईंट भट्टे संचालित हो रहे है, उन्हें प्रदूषण के चलते हटाने के लिए कहा गया है। वर्तमान में कुम्हार समाज के ईंट भट्टे शहरी सीमा के बाहर होने के साथ ही निजी भूमि पर संचालित हो रहे हैं। यह भट्टे प्रदूषण के लिए ज्यादा खतरा नहीं है। ईंट भट्टे संचालकों की मांग है कि हमारे ईंट भट्टों की पहले जांच की जाए। इसमें कभी केमिकल या अन्य सामग्री का उपयोग नहीं किया जाता है। हमें एक वर्ष का समय दिया जाए, उसके बाद हम स्वेच्छा से भट्टे हटा लेंगे। प्रदूषण का सूचकांक बढ़ा महापौर प्रतिनिधि दुर्गेश अग्रवाल ने बताया कि देवास में वायु प्रदूषण का सूचकांक काफी बढ़ा हुआ है। नगर निगम क्षेत्र में ईंट भट्टों का भी सर्वे हुआ है। करीब 25 ईंट भट्टे है उनके संचालकों की बैठक ली गई थी। उनसे आग्रह किया गया है कि हमारे देवास शहर के हित में अपने ईंट भट्टे दूसरी जगह शिफ्ट करें। समाज का प्रतिनिधि मंडल मिला और उन्होंने अपनी बात रखी है। उन्होंने कहा कि ईंट भट्टे का बड़ा सिस्टम होता है। वर्तमान में कुछ कच्चे भट्टे हैं, उन्हें विस्थापित करने में कुछ समय दिया जाए, उस पर हम विचार करेंगे।

प्रदूषण के कारण शहर से दूर किए जा रहे ईंट-भट्टे:कुम्हार समाज ने महापौर को दिया ज्ञापन; कहा- एक वर्ष का समय दिया जाए
देवास में ईंट भट्टे प्रदूषण के कारण शहर से बाहर किए जा रहे हैं। इसको लेकर बुधवार को प्रजापति कुम्हार समाज के प्रतिनिधि मंडल ने नगर निगम पहुंचकर महापौर गीता दुर्गेश अग्रवाल को ज्ञापन दिया। इस दौरान समाज के लोगों ने बताया कि नगर निगम सीमा क्षेत्र में जो 50 वर्षों से ईंट भट्टे संचालित हो रहे है, उन्हें प्रदूषण के चलते हटाने के लिए कहा गया है। वर्तमान में कुम्हार समाज के ईंट भट्टे शहरी सीमा के बाहर होने के साथ ही निजी भूमि पर संचालित हो रहे हैं। यह भट्टे प्रदूषण के लिए ज्यादा खतरा नहीं है। ईंट भट्टे संचालकों की मांग है कि हमारे ईंट भट्टों की पहले जांच की जाए। इसमें कभी केमिकल या अन्य सामग्री का उपयोग नहीं किया जाता है। हमें एक वर्ष का समय दिया जाए, उसके बाद हम स्वेच्छा से भट्टे हटा लेंगे। प्रदूषण का सूचकांक बढ़ा महापौर प्रतिनिधि दुर्गेश अग्रवाल ने बताया कि देवास में वायु प्रदूषण का सूचकांक काफी बढ़ा हुआ है। नगर निगम क्षेत्र में ईंट भट्टों का भी सर्वे हुआ है। करीब 25 ईंट भट्टे है उनके संचालकों की बैठक ली गई थी। उनसे आग्रह किया गया है कि हमारे देवास शहर के हित में अपने ईंट भट्टे दूसरी जगह शिफ्ट करें। समाज का प्रतिनिधि मंडल मिला और उन्होंने अपनी बात रखी है। उन्होंने कहा कि ईंट भट्टे का बड़ा सिस्टम होता है। वर्तमान में कुछ कच्चे भट्टे हैं, उन्हें विस्थापित करने में कुछ समय दिया जाए, उस पर हम विचार करेंगे।