दुबई का जायका बढ़ाएंगे मालवा के मटर-करेले:इंदौर-शारजाह फ्लाइट से भेजा गया 1500 किलो पैरिशिबल कार्गो
दुबई का जायका बढ़ाएंगे मालवा के मटर-करेले:इंदौर-शारजाह फ्लाइट से भेजा गया 1500 किलो पैरिशिबल कार्गो
अब मालवा के मटर और करेले दुबई के लोगों का जायका बढ़ाएंगे। इंदौर-शारजाह फ्लाइट से पहली बार मालवा की माटी में उगे करेले और मटर दुबई भेजे गए हैं। इंदौर के एक स्टार्टअप ने गुरुवार रात शारजाह जाने वाली उड़ान से 1500 किलो माल (मटर और करेला) भेजा है। मटर और करेला दुबई के सेंट्रल फ्रुट एंड वैजिटेबल मार्केट में बेचा जाएगा। बता दें की दुबई की सीधी उड़ान बंद होने से शारजाह की उड़ान से मटर और करेला यूएई भेजा गया है। स्टार्टअप प्रबंधन का कहना है की उनके पास अगले कुछ माह के लिए एडवांस में ऑर्डर है। वहीं इंदौर एयरपोर्ट से मिली जानकारी के अनुसार आरना वेंचर्स (इंटरनेशनल ट्रेड एंड बिजनेस) स्टार्टअप की तरफ से इंदौर से शारजाह के लिए कार्गो बुक करवाया गया था। स्टार्टअप के फाउंडर डॉ. सौरभ काले ने बताया कि उनका उद्देश्य मध्य प्रदेश के किसानों को यूएई के अंतर्राष्ट्रीय मार्केट से सीधे जोड़कर उनके लिए व्यापार के नए अवसरों का निर्माण करना है। यह मध्य प्रदेश सरकार के निर्यात विभाग के सहयोग से संभव हो पाया है। डॉ. काले ने बताया कि इंदौर से हर महीने शारजाह जाने वाली 4 उड़ानों में हमारा माल जाएगा। दुबई और अमीरात में पाकिस्तानी मटर आसानी से मिल जाती है। लेकिन अपने स्वाद के लिए भारतीय मटर की मांग वहां पर काफी अधिक है। चूंकि अभी इंदौर से सीधी इंटरनेशनल कार्गो उड़ान नहीं है। इसलिए यात्री उड़ान के साथ ही हमारे माल को भेजा गया है। आगे भारतीय बाजार से दुबई के लिए फलों और सब्जियों का निर्यात किया जाएगा। काले ने आगे बताया कि “स्थानीय से वैश्विक' (लोकल टू ग्लोबल) पहल के तहत स्थानीय भारतीय किसानों को अंतरराष्ट्रीय बाजार से जोड़ने के उद्देश्य से ऐसा किया गया है। पहले हम गुजरात से अपना माल दुबई भेजते थे। लेकिन अब हमने मध्य प्रदेश से ही यह काम करने का निर्णय लिया है। गौरतलब है कि इंदौर एयरपोर्ट पर नया कार्गो टर्मिनल दो हिस्सों में बना है।1700 वर्गमीटर क्षेत्र में डोमेस्टिक कार्गो टर्मिनल और 300 वर्गमीटर क्षेत्र में पैरिशेबल कार्गो टर्मिनल बना है। पैरिशेबल कार्गो की वजह से जल्दी खराब होने वाली वस्तुएं देश और विदेश में भेजना आसान हुआ है।
अब मालवा के मटर और करेले दुबई के लोगों का जायका बढ़ाएंगे। इंदौर-शारजाह फ्लाइट से पहली बार मालवा की माटी में उगे करेले और मटर दुबई भेजे गए हैं। इंदौर के एक स्टार्टअप ने गुरुवार रात शारजाह जाने वाली उड़ान से 1500 किलो माल (मटर और करेला) भेजा है। मटर और करेला दुबई के सेंट्रल फ्रुट एंड वैजिटेबल मार्केट में बेचा जाएगा। बता दें की दुबई की सीधी उड़ान बंद होने से शारजाह की उड़ान से मटर और करेला यूएई भेजा गया है। स्टार्टअप प्रबंधन का कहना है की उनके पास अगले कुछ माह के लिए एडवांस में ऑर्डर है। वहीं इंदौर एयरपोर्ट से मिली जानकारी के अनुसार आरना वेंचर्स (इंटरनेशनल ट्रेड एंड बिजनेस) स्टार्टअप की तरफ से इंदौर से शारजाह के लिए कार्गो बुक करवाया गया था। स्टार्टअप के फाउंडर डॉ. सौरभ काले ने बताया कि उनका उद्देश्य मध्य प्रदेश के किसानों को यूएई के अंतर्राष्ट्रीय मार्केट से सीधे जोड़कर उनके लिए व्यापार के नए अवसरों का निर्माण करना है। यह मध्य प्रदेश सरकार के निर्यात विभाग के सहयोग से संभव हो पाया है। डॉ. काले ने बताया कि इंदौर से हर महीने शारजाह जाने वाली 4 उड़ानों में हमारा माल जाएगा। दुबई और अमीरात में पाकिस्तानी मटर आसानी से मिल जाती है। लेकिन अपने स्वाद के लिए भारतीय मटर की मांग वहां पर काफी अधिक है। चूंकि अभी इंदौर से सीधी इंटरनेशनल कार्गो उड़ान नहीं है। इसलिए यात्री उड़ान के साथ ही हमारे माल को भेजा गया है। आगे भारतीय बाजार से दुबई के लिए फलों और सब्जियों का निर्यात किया जाएगा। काले ने आगे बताया कि “स्थानीय से वैश्विक' (लोकल टू ग्लोबल) पहल के तहत स्थानीय भारतीय किसानों को अंतरराष्ट्रीय बाजार से जोड़ने के उद्देश्य से ऐसा किया गया है। पहले हम गुजरात से अपना माल दुबई भेजते थे। लेकिन अब हमने मध्य प्रदेश से ही यह काम करने का निर्णय लिया है। गौरतलब है कि इंदौर एयरपोर्ट पर नया कार्गो टर्मिनल दो हिस्सों में बना है।1700 वर्गमीटर क्षेत्र में डोमेस्टिक कार्गो टर्मिनल और 300 वर्गमीटर क्षेत्र में पैरिशेबल कार्गो टर्मिनल बना है। पैरिशेबल कार्गो की वजह से जल्दी खराब होने वाली वस्तुएं देश और विदेश में भेजना आसान हुआ है।