डोंगरीपारा चिपावंड और मड़ानार में धूमधाम से मना गुरुपूर्णिमा पर्व

छत्तीसगढ़ संवाददाता कोंडागांव, 22 जुलाई। जिला कोंडागांव के उच्च प्राथमिक शाला मड़ानार और डोंगरीपारा चिपावंड के संस्था में पदस्थ रहे सेवानिवृत प्रधानाध्यापक आर. एस. मरकाम के मुख्य आतिथ्य में बड़ी धूमधाम से गुरुपूर्णिमा मनाया गया। कार्यक्रम के प्रारम्भ में संस्था में स्थापित मां सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष दीपप्रज्वलित एवं पुष्प अर्पित की गई। बच्चों के द्वारा गुरु की महिमा पर गीत, कविता एवं भाषण प्रस्तुत किया गया। प्रधान अध्यापिका गमला पुजारी ने कहा कि गुरु सिर्फ पढ़ाने वाले शिक्षक ही नहीं बल्कि जीवन के प्रत्येक अवसर पर ज्ञान देने वाले हमारे गुरु हैं, उनका सदैव सम्मान करें। प्रधान अध्यापिका सावित्री कोर्राम ने गुरु महिमा का वर्णन किया और गुरु महत्व के बारे में बताया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि आर एस मरकाम ने गुरु महिमा पर गीत गाकर गुरु द्वारा दिए जाने वाले ज्ञान के महत्व को सभी को बताया, साथ ही गुरु को पारसमणि के समान बताया। जिस प्रकार पारसमणि लोहे को छू दे तो वो सोना बन जाता है, उसी प्रकार गुरु भी तुम सभी को ज्ञान देकर लोहे से सोने में परिवर्तित कर रहे हैं। शिक्षिका आरती बेर ने गुरु का सदैव आदर और सम्मान करने कहा। बच्चों ने अपने शिक्षक शिक्षिकाओं का सम्मान कर आशीर्वाद प्राप्त किए। इस अवसर पर मड़ानर की शिक्षिका रंजीता तिग्गा ललिता समरथ शिवचरण साहू डोंगरीपरा संस्था के शिक्षक हीरालाल चुरेंद्र, नीरज ठाकुर ,रूपेंद्र साहू , शिक्षिका पियंका पटेल,योगिता नाग मिडिल में पदस्थ भृत्य यशोदा ठाकुर उपस्थित रहे। कार्यक्रम का सफल संचालन शिक्षक नीरज ठाकुर द्वारा किया गया।

डोंगरीपारा चिपावंड और मड़ानार में धूमधाम से मना गुरुपूर्णिमा पर्व

छत्तीसगढ़ संवाददाता कोंडागांव, 22 जुलाई। जिला कोंडागांव के उच्च प्राथमिक शाला मड़ानार और डोंगरीपारा चिपावंड के संस्था में पदस्थ रहे सेवानिवृत प्रधानाध्यापक आर. एस. मरकाम के मुख्य आतिथ्य में बड़ी धूमधाम से गुरुपूर्णिमा मनाया गया। कार्यक्रम के प्रारम्भ में संस्था में स्थापित मां सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष दीपप्रज्वलित एवं पुष्प अर्पित की गई। बच्चों के द्वारा गुरु की महिमा पर गीत, कविता एवं भाषण प्रस्तुत किया गया। प्रधान अध्यापिका गमला पुजारी ने कहा कि गुरु सिर्फ पढ़ाने वाले शिक्षक ही नहीं बल्कि जीवन के प्रत्येक अवसर पर ज्ञान देने वाले हमारे गुरु हैं, उनका सदैव सम्मान करें। प्रधान अध्यापिका सावित्री कोर्राम ने गुरु महिमा का वर्णन किया और गुरु महत्व के बारे में बताया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि आर एस मरकाम ने गुरु महिमा पर गीत गाकर गुरु द्वारा दिए जाने वाले ज्ञान के महत्व को सभी को बताया, साथ ही गुरु को पारसमणि के समान बताया। जिस प्रकार पारसमणि लोहे को छू दे तो वो सोना बन जाता है, उसी प्रकार गुरु भी तुम सभी को ज्ञान देकर लोहे से सोने में परिवर्तित कर रहे हैं। शिक्षिका आरती बेर ने गुरु का सदैव आदर और सम्मान करने कहा। बच्चों ने अपने शिक्षक शिक्षिकाओं का सम्मान कर आशीर्वाद प्राप्त किए। इस अवसर पर मड़ानर की शिक्षिका रंजीता तिग्गा ललिता समरथ शिवचरण साहू डोंगरीपरा संस्था के शिक्षक हीरालाल चुरेंद्र, नीरज ठाकुर ,रूपेंद्र साहू , शिक्षिका पियंका पटेल,योगिता नाग मिडिल में पदस्थ भृत्य यशोदा ठाकुर उपस्थित रहे। कार्यक्रम का सफल संचालन शिक्षक नीरज ठाकुर द्वारा किया गया।