छतरपुर में 15 साल की नाबालिग ने लगाई फांसी:काम से घर लौटे पिता को पंखे से लटका मिला शव, आत्महत्या का कारण अज्ञात

छतरपुर में रविवार को एक 15 साल की नाबालिग लड़की के आत्महत्या कर ली। जानकारी के मुताबिक सटई रोड संध्या विहार कॉलोनी में रहने वाली आरती क्लास 9 में पढ़ती थी। उसके पिता रामबाबू राजपूत टैक्सी चालक है, जो शाम को जब काम से घर लौटे, तो उनके गेट खटखटाने पर लकड़ी ने गेट नहीं खोला। इसके बाद वह दीवार फांदकर घर के अंदर घुसे। जहां उन्हें लकड़ी की बॉडी दुपट्टे के सहारे पंखे से लटकी मिली। इसके बाद उन्होंने पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने शव को उताकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा। इस दौरान सिविल लाइन थाना प्रभारी वाल्मीकि चौबे ने बताया कि इस मामले में आत्महत्या का कारण अभी सामने नहीं आया है। लड़की का मोबाइल जब्त कर मामले की जांच की जा रही है। सोमवार सुबह लड़की के शव का पोस्टमार्टम किया जा रहा है। कोचिंग से लौटने के बाद फांसी लगाई वहीं, लकड़ी के पिता रामबाबू राजपूत ने बताया कि वह सुबह 10 बजे कोचिंग से लौटकर घर आई थी। इसके बाद उसने घर पर खाना भी बनाया। फिर फांसी लगा ली। उन्होंने बताया कि लकड़ी अपने तीनों भाई - बहनों में सबसे बड़ी है। उसकी एक छोटी बहन 11 साल और भाई 7 साल का है ,जो उसकी मां के साथ भोपाल में रहते है। उसकी मां भोपाल में रहकर मजदूरी करती है।

छतरपुर में 15 साल की नाबालिग ने लगाई फांसी:काम से घर लौटे पिता को पंखे से लटका मिला शव, आत्महत्या का कारण अज्ञात
छतरपुर में रविवार को एक 15 साल की नाबालिग लड़की के आत्महत्या कर ली। जानकारी के मुताबिक सटई रोड संध्या विहार कॉलोनी में रहने वाली आरती क्लास 9 में पढ़ती थी। उसके पिता रामबाबू राजपूत टैक्सी चालक है, जो शाम को जब काम से घर लौटे, तो उनके गेट खटखटाने पर लकड़ी ने गेट नहीं खोला। इसके बाद वह दीवार फांदकर घर के अंदर घुसे। जहां उन्हें लकड़ी की बॉडी दुपट्टे के सहारे पंखे से लटकी मिली। इसके बाद उन्होंने पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने शव को उताकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा। इस दौरान सिविल लाइन थाना प्रभारी वाल्मीकि चौबे ने बताया कि इस मामले में आत्महत्या का कारण अभी सामने नहीं आया है। लड़की का मोबाइल जब्त कर मामले की जांच की जा रही है। सोमवार सुबह लड़की के शव का पोस्टमार्टम किया जा रहा है। कोचिंग से लौटने के बाद फांसी लगाई वहीं, लकड़ी के पिता रामबाबू राजपूत ने बताया कि वह सुबह 10 बजे कोचिंग से लौटकर घर आई थी। इसके बाद उसने घर पर खाना भी बनाया। फिर फांसी लगा ली। उन्होंने बताया कि लकड़ी अपने तीनों भाई - बहनों में सबसे बड़ी है। उसकी एक छोटी बहन 11 साल और भाई 7 साल का है ,जो उसकी मां के साथ भोपाल में रहते है। उसकी मां भोपाल में रहकर मजदूरी करती है।