कोरिया के खिलाफ फॉर्म में चल रही भारतीय टीम एसीटी हॉकी सेमीफाइनल में प्रबल दावेदार

हुलुनबुइर (चीन), 15 सितंबर । शानदार फॉर्म में चल रही पेरिस ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता भारतीय टीम सोमवार को यहां होने वाले एशियाई चैंपियंस ट्रॉफी (एसीटी) हॉकी टूर्नामेंट के सेमीफाइनल में कोरिया के खिलाफ प्रबल दावेदार होगी। भारतीय टीम ने अभी तक टूर्नामेंट में एक भी मैच नहीं गंवाया है, उसने पांचों लीग मैच जीते हैं। हरमनप्रीत सिंह की अगुवाई वाली टीम ने अपने अभियान की शुरुआत मेजबान चीन पर 3-0 की जीत के साथ की। इसके बाद उसने जापान को 5-1 और मलेशिया को 8-1 से मात दी। भारतीय टीम ने कोरिया को 3-1 से हराने के बाद चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान पर 2-1 से जीत हासिल की। भारतीय टीम का प्रदर्शन शानदार रहा है। खिलाड़ियों ने प्रत्येक विभाग में बेहतर खेल दिखाया है, फिर चाहे अग्रिम पंक्ति हो या मिडफील्ड हो या फिर रक्षण। लीग चरण में भारत के लिए स्ट्राइकरों का प्रदर्शन अद्भुत रहा है। पेरिस ओलंपिक में मैदानी गोल करना भारत के लिए चिंता का विषय बना हुआ था लेकिन यहां सुखजीत सिंह, अभिषेक, उत्तम सिंह, गुरजोत सिंह, अरिजीत सिंह हुंडाल और अन्य की युवा स्ट्राइकरों ने उम्मीदों से बेहतर प्रदर्शन किया है। युवा मिडफील्डर राज कुमार पाल ने भी कुछ अच्छे मैदानी गोल दागे। इसके अलावा अनुभवी मनप्रीत सिंह, उप कप्तान विवेक सागर प्रसाद और नीलकांत शर्मा ने मिडफील्ड में बेहतरीन प्रदर्शन किया है। भारतीय डिफेंस भी दमदार रहा है जिसने केवल चार गोल गंवाये हैं। वहीं गोलकीपर कृष्ण बहादुर पाठक और सूरज करकेरा ने टीम को करिश्माई पीआर श्रीजेश के संन्यास से पैदा हुए खालीपन को महसूस नहीं होने दिया। दुनिया के सर्वश्रेष्ठ ड्रैगफ्लिकर में से एक हरमनप्रीत ने पेरिस की अपनी अच्छी फॉर्म जारी रखते हुए पांच पेनल्टी कॉर्नर को गोल में तब्दील किया। हरमनप्रीत को युवा जुगराज सिंह से अच्छा सहयोग मिल रहा है जो इस समय दुनिया के सबसे तेज ड्रैगफ्लिकर हैं। लेकिन नॉकआउट मुकाबला किसी भी टीम के लिए नयी शुरूआत होता है तो भारतीय टीम कोरिया को हल्के में लेने की गलती नहीं कर सकती क्योंकि प्रतिद्वंद्वी टीम का दिन अच्छा रहे तो वह हैरान कर सकती है। कोरिया ने मलेशिया के खिलाफ अंतिम समय में गोल कर वापसी की और 3-3 से ड्रॉ खेलकर अपनी सेमीफाइनल की उम्मीदों को जीवंत रखा। भारतीय डिफेंस को भी बहुत अधिक पेनल्टी कॉर्नर नहीं गंवाने के बारे में सतर्क रहना होगा क्योंकि सात गोल कर चुके टूर्नामेंट के शीर्ष स्कोरर जिहुन यांग के रूप में कोरिया के पास एक मजबूत ड्रैगफ्लिकर है। दिन के दूसरे सेमीफाइनल में पाकिस्तान का सामना मेजबान चीन से होगा। फाइनल मंगलवार को होना है। हरमनप्रीत ने अपनी टीम के साथी खिलाड़ियों को चेताया भी कि वे कोरिया को हल्के में नहीं लें, भले ही उनकी टीम ने इस टूर्नामेंट में अब तक शानदार प्रदर्शन किया हो। उन्होंने कहा, हम इस टूर्नामेंट में अपने ओलंपिक अभियान के बाद बहुत कम आराम या तैयारी के साथ आए थे। इसके बावजूद मैं टीम के प्रदर्शन से खुश हूं, जिसने सेमीफाइनल में जगह बनाई है। हरमनप्रीत ने कहा, कोरिया एक मजबूत टीम है, वे बहुत अच्छा बचाव करते हैं और तेजी से और कुशलता से जवाबी हमला कर सकते हैं। पाकिस्तान के खिलाफ पिछले मुकाबले के बारे में बात करते हुए इस दिग्गज ड्रैग फ्लिकर ने कहा, मुझे लगता है कि पाकिस्तान के खिलाफ मैच में थोड़ा दबाव था। उनके गोल करने के बाद कुछ युवा खिलाड़ियों के पहली बार उनके खिलाफ खेलने के कारण थोड़ी घबराहट थी। उन्होंने कहा, कल हमारा ध्यान खुद पर रहेगा। लेकिन यह देखना दिलचस्प होगा कि पाकिस्तानी टीम चीन के खिलाफ कैसा प्रदर्शन करती है।(भाषा)

कोरिया के खिलाफ फॉर्म में चल रही भारतीय टीम एसीटी हॉकी सेमीफाइनल में प्रबल दावेदार
हुलुनबुइर (चीन), 15 सितंबर । शानदार फॉर्म में चल रही पेरिस ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता भारतीय टीम सोमवार को यहां होने वाले एशियाई चैंपियंस ट्रॉफी (एसीटी) हॉकी टूर्नामेंट के सेमीफाइनल में कोरिया के खिलाफ प्रबल दावेदार होगी। भारतीय टीम ने अभी तक टूर्नामेंट में एक भी मैच नहीं गंवाया है, उसने पांचों लीग मैच जीते हैं। हरमनप्रीत सिंह की अगुवाई वाली टीम ने अपने अभियान की शुरुआत मेजबान चीन पर 3-0 की जीत के साथ की। इसके बाद उसने जापान को 5-1 और मलेशिया को 8-1 से मात दी। भारतीय टीम ने कोरिया को 3-1 से हराने के बाद चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान पर 2-1 से जीत हासिल की। भारतीय टीम का प्रदर्शन शानदार रहा है। खिलाड़ियों ने प्रत्येक विभाग में बेहतर खेल दिखाया है, फिर चाहे अग्रिम पंक्ति हो या मिडफील्ड हो या फिर रक्षण। लीग चरण में भारत के लिए स्ट्राइकरों का प्रदर्शन अद्भुत रहा है। पेरिस ओलंपिक में मैदानी गोल करना भारत के लिए चिंता का विषय बना हुआ था लेकिन यहां सुखजीत सिंह, अभिषेक, उत्तम सिंह, गुरजोत सिंह, अरिजीत सिंह हुंडाल और अन्य की युवा स्ट्राइकरों ने उम्मीदों से बेहतर प्रदर्शन किया है। युवा मिडफील्डर राज कुमार पाल ने भी कुछ अच्छे मैदानी गोल दागे। इसके अलावा अनुभवी मनप्रीत सिंह, उप कप्तान विवेक सागर प्रसाद और नीलकांत शर्मा ने मिडफील्ड में बेहतरीन प्रदर्शन किया है। भारतीय डिफेंस भी दमदार रहा है जिसने केवल चार गोल गंवाये हैं। वहीं गोलकीपर कृष्ण बहादुर पाठक और सूरज करकेरा ने टीम को करिश्माई पीआर श्रीजेश के संन्यास से पैदा हुए खालीपन को महसूस नहीं होने दिया। दुनिया के सर्वश्रेष्ठ ड्रैगफ्लिकर में से एक हरमनप्रीत ने पेरिस की अपनी अच्छी फॉर्म जारी रखते हुए पांच पेनल्टी कॉर्नर को गोल में तब्दील किया। हरमनप्रीत को युवा जुगराज सिंह से अच्छा सहयोग मिल रहा है जो इस समय दुनिया के सबसे तेज ड्रैगफ्लिकर हैं। लेकिन नॉकआउट मुकाबला किसी भी टीम के लिए नयी शुरूआत होता है तो भारतीय टीम कोरिया को हल्के में लेने की गलती नहीं कर सकती क्योंकि प्रतिद्वंद्वी टीम का दिन अच्छा रहे तो वह हैरान कर सकती है। कोरिया ने मलेशिया के खिलाफ अंतिम समय में गोल कर वापसी की और 3-3 से ड्रॉ खेलकर अपनी सेमीफाइनल की उम्मीदों को जीवंत रखा। भारतीय डिफेंस को भी बहुत अधिक पेनल्टी कॉर्नर नहीं गंवाने के बारे में सतर्क रहना होगा क्योंकि सात गोल कर चुके टूर्नामेंट के शीर्ष स्कोरर जिहुन यांग के रूप में कोरिया के पास एक मजबूत ड्रैगफ्लिकर है। दिन के दूसरे सेमीफाइनल में पाकिस्तान का सामना मेजबान चीन से होगा। फाइनल मंगलवार को होना है। हरमनप्रीत ने अपनी टीम के साथी खिलाड़ियों को चेताया भी कि वे कोरिया को हल्के में नहीं लें, भले ही उनकी टीम ने इस टूर्नामेंट में अब तक शानदार प्रदर्शन किया हो। उन्होंने कहा, हम इस टूर्नामेंट में अपने ओलंपिक अभियान के बाद बहुत कम आराम या तैयारी के साथ आए थे। इसके बावजूद मैं टीम के प्रदर्शन से खुश हूं, जिसने सेमीफाइनल में जगह बनाई है। हरमनप्रीत ने कहा, कोरिया एक मजबूत टीम है, वे बहुत अच्छा बचाव करते हैं और तेजी से और कुशलता से जवाबी हमला कर सकते हैं। पाकिस्तान के खिलाफ पिछले मुकाबले के बारे में बात करते हुए इस दिग्गज ड्रैग फ्लिकर ने कहा, मुझे लगता है कि पाकिस्तान के खिलाफ मैच में थोड़ा दबाव था। उनके गोल करने के बाद कुछ युवा खिलाड़ियों के पहली बार उनके खिलाफ खेलने के कारण थोड़ी घबराहट थी। उन्होंने कहा, कल हमारा ध्यान खुद पर रहेगा। लेकिन यह देखना दिलचस्प होगा कि पाकिस्तानी टीम चीन के खिलाफ कैसा प्रदर्शन करती है।(भाषा)