उमरिया के अमरपुर गांव का मामला:ग्रामीणो ने सचिव पर लगाया भ्रष्टाचार का आरोप; जिपं CEO ने दिए जांच के निर्देश

उमरिया जिले की जनपद पंचायत मानपुर के ग्राम अमरपुर में ग्रामीणों ने पंचायत सचिव पर पैसा लेकर अपात्र हितग्राहियों को प्रधानमंत्री आवास और योजनाओं का लाभ देने का आरोप लगाया है। मामले की जानकारी लगने के बाद जिला पंचायत सीईओ ने जांच के निर्देश दिए हैं। बुधवार को अमरपुर ग्राम पंचायत के ग्रामीणों ने कलेक्टर कार्यालय पहुंचकर आवास योजना में मनमानी और लापरवाही करने की शिकायत की। इसके बाद जिला पंचायत सीईओ अभय सिंह ने मामले की जांच के निर्देश दिए हैं। लोग बाेले- आवास योजना के लिए मांगा जाता है पैसा अमरपुर के ग्रामीण रविशंकर ताम्रकार ने बताया कि मैं दस सालों से परेशान हूं। मुझे आवास योजना का लाभ नहीं मिला है। आवास के लिए पैसों की मांग की जाती है। मोहम्मद सहादत ने बताया कि आवास की सूची से मेरा नाम कटवा दिया जाता है। अपात्रों को लाभ दिया जाता है। सचिव बोले- किसी भी अपात्र को नहीं मिला लाभ वहीं मामले में अमरपुर पंचायत के सचिव सत्यदेव त्रिपाठी ने बताया कि किसी भी अपात्र को लाभ नहीं दिया गया और पैसों की भी मांग भी नहीं की गई है। नियमानुसार कार्य किया जा रहा है।

उमरिया के अमरपुर गांव का मामला:ग्रामीणो ने सचिव पर लगाया भ्रष्टाचार का आरोप; जिपं CEO ने दिए जांच के निर्देश
उमरिया जिले की जनपद पंचायत मानपुर के ग्राम अमरपुर में ग्रामीणों ने पंचायत सचिव पर पैसा लेकर अपात्र हितग्राहियों को प्रधानमंत्री आवास और योजनाओं का लाभ देने का आरोप लगाया है। मामले की जानकारी लगने के बाद जिला पंचायत सीईओ ने जांच के निर्देश दिए हैं। बुधवार को अमरपुर ग्राम पंचायत के ग्रामीणों ने कलेक्टर कार्यालय पहुंचकर आवास योजना में मनमानी और लापरवाही करने की शिकायत की। इसके बाद जिला पंचायत सीईओ अभय सिंह ने मामले की जांच के निर्देश दिए हैं। लोग बाेले- आवास योजना के लिए मांगा जाता है पैसा अमरपुर के ग्रामीण रविशंकर ताम्रकार ने बताया कि मैं दस सालों से परेशान हूं। मुझे आवास योजना का लाभ नहीं मिला है। आवास के लिए पैसों की मांग की जाती है। मोहम्मद सहादत ने बताया कि आवास की सूची से मेरा नाम कटवा दिया जाता है। अपात्रों को लाभ दिया जाता है। सचिव बोले- किसी भी अपात्र को नहीं मिला लाभ वहीं मामले में अमरपुर पंचायत के सचिव सत्यदेव त्रिपाठी ने बताया कि किसी भी अपात्र को लाभ नहीं दिया गया और पैसों की भी मांग भी नहीं की गई है। नियमानुसार कार्य किया जा रहा है।