इंदौर के बेटमा में दशहरा पर अनूठी परंपरा:अमन-चमन टेकरी पर घुड़दौड़, निशाना साध बंदूक से फोड़ी मटकी
इंदौर के बेटमा में दशहरा पर अनूठी परंपरा:अमन-चमन टेकरी पर घुड़दौड़, निशाना साध बंदूक से फोड़ी मटकी
इंदौर के बेटमा में दशहरा पर अनूठी परपंरा है। यहां पर अमन-चमन टेकरी पर शनिवार काे घुड़दौड़ निशानेबाजी सहित कई कार्यक्रम हुए। लेकिन इस बार कार्यक्रम समय से पहले शुरू कर दिए गए, जिससे ग्रामीणों को निराशा हाथ लगी। तीन चरणों में हाेने वाली घुड़दौड़ भी दाे चरणों में हुई। वहीं निशानेबाज भी बंदूक से निशाना तब साध सकें जब तय दूरी से टारगेट काे करीब 50 फीट नजदीक किया गया। अमन-चमन टेकरी पर शनिवार दोपहर दशहरा पर्व की रियासत कालीन परंपरा काे निभाने के लिए बड़ी संख्या में ग्रामीण पहुंचे। स्थानीय राजवाड़ा पर सार्वजनिक दशहरा उत्सव समिति के मंच पर अतिथियों का साफा बांधकर स्वागत किया गया। शस्त्र, अश्व और गादी का पूजन अतिथियों द्वारा किया गया। दशहरा मैदान पर घुड़दौड़ प्रतियोगिता हुई, जाे तीन राउंड में होती है। वह पहली दाे राउंड में ही पूरी कर ली गई। इसमें पहले छोटे व मध्यम घोड़े व दूसरे राउंड में बड़े घोड़ों काे खड़ी पहाड़ी पर दौड़ाया गया। जैसे ही यहां पहाड़ी पर बंदूक से फायर किया गया। उसके बाद घाेड़े पहाड़ी पर दाैड़े। विजेता प्रतिभागियों काे सार्वजनिक दशहरा उत्सव समिति के अध्यक्ष धर्मवीर सिंह चौहान, वरिष्ठ नेता गौपाल सिंह चौधरी, गुमान सिंह पंवार, आयोजक शशि जैसवाल, संयोजक महावीर सिंह चौहान और अन्य अतिथियों ने पुरस्कृत किया। 19 निशानेबाजों ने साधा मटकी पर निशाना यहां घुड़दौड़ के साथ ही निशानेबाजी की भी प्रतियाेगिता हुई। इसमें 19 निशानेबाजों ने करीब 300 मीटर दूर रखी चुने से पुती सफेद मटकी पर निशाना साधा। लेकिन काफी समय तक जब मटकी नहीं फूटी ताे उसे 50 फीट निशानेबाजों के नजदीक लाया गया। जिसके बाद निशानेजाबों ने मटकी पर निशाना साध फाेड़ा। इसमें पहली व दूसरी मटकी दाेनाें वीरेंद्र सिंह चाैहान निवासी रावला बेटमा ने फाेड़ी। ये रहे विजेता - पहली घुड़दौड़ में प्रथम लाल बाबा, द्वितीय रितेश चाैधरी व तृतीय शुभम जाट रहें। - दूसरी घुड़दौड़ में प्रथम रवि दिनेश माराेठिया, द्वितीय अशाेक महाराज व तृतीय चंदन सनावदा रहे।
इंदौर के बेटमा में दशहरा पर अनूठी परपंरा है। यहां पर अमन-चमन टेकरी पर शनिवार काे घुड़दौड़ निशानेबाजी सहित कई कार्यक्रम हुए। लेकिन इस बार कार्यक्रम समय से पहले शुरू कर दिए गए, जिससे ग्रामीणों को निराशा हाथ लगी। तीन चरणों में हाेने वाली घुड़दौड़ भी दाे चरणों में हुई। वहीं निशानेबाज भी बंदूक से निशाना तब साध सकें जब तय दूरी से टारगेट काे करीब 50 फीट नजदीक किया गया। अमन-चमन टेकरी पर शनिवार दोपहर दशहरा पर्व की रियासत कालीन परंपरा काे निभाने के लिए बड़ी संख्या में ग्रामीण पहुंचे। स्थानीय राजवाड़ा पर सार्वजनिक दशहरा उत्सव समिति के मंच पर अतिथियों का साफा बांधकर स्वागत किया गया। शस्त्र, अश्व और गादी का पूजन अतिथियों द्वारा किया गया। दशहरा मैदान पर घुड़दौड़ प्रतियोगिता हुई, जाे तीन राउंड में होती है। वह पहली दाे राउंड में ही पूरी कर ली गई। इसमें पहले छोटे व मध्यम घोड़े व दूसरे राउंड में बड़े घोड़ों काे खड़ी पहाड़ी पर दौड़ाया गया। जैसे ही यहां पहाड़ी पर बंदूक से फायर किया गया। उसके बाद घाेड़े पहाड़ी पर दाैड़े। विजेता प्रतिभागियों काे सार्वजनिक दशहरा उत्सव समिति के अध्यक्ष धर्मवीर सिंह चौहान, वरिष्ठ नेता गौपाल सिंह चौधरी, गुमान सिंह पंवार, आयोजक शशि जैसवाल, संयोजक महावीर सिंह चौहान और अन्य अतिथियों ने पुरस्कृत किया। 19 निशानेबाजों ने साधा मटकी पर निशाना यहां घुड़दौड़ के साथ ही निशानेबाजी की भी प्रतियाेगिता हुई। इसमें 19 निशानेबाजों ने करीब 300 मीटर दूर रखी चुने से पुती सफेद मटकी पर निशाना साधा। लेकिन काफी समय तक जब मटकी नहीं फूटी ताे उसे 50 फीट निशानेबाजों के नजदीक लाया गया। जिसके बाद निशानेजाबों ने मटकी पर निशाना साध फाेड़ा। इसमें पहली व दूसरी मटकी दाेनाें वीरेंद्र सिंह चाैहान निवासी रावला बेटमा ने फाेड़ी। ये रहे विजेता - पहली घुड़दौड़ में प्रथम लाल बाबा, द्वितीय रितेश चाैधरी व तृतीय शुभम जाट रहें। - दूसरी घुड़दौड़ में प्रथम रवि दिनेश माराेठिया, द्वितीय अशाेक महाराज व तृतीय चंदन सनावदा रहे।