इंटरनेट कंपनियों के केबल काटना शुरू

छत्तीसगढ़ संवाददाता कांकेर, 22 अगस्त। विद्युत खंभों में केबल लटकाने वाले इंटरनेट कंपनियों के अॅापरेटरों पर विद्युत विभाग की गाज गिरी। अपना नेटवर्क फैलाने के लिए शहर में एयरटेल, जियो और लोकल टीवी डिस्क वालों का केबल विद्युत खंभों में लटकाए गए थे । विद्युत विभाग ने आज उनके केबल काटना शुरू कर दिया है। विद्युत कंपनी के कार्यपालन अभियंता एस किंडो ने बताया कि जब इंटरनेट कंपनियों एयरटेल और प्राइवेट ऑपरेटरों को नोटिस दिया जा चुका था। उन्हें खंभों का उपयोग करने के लिए पंजीयन करा कर विधिवत अनुमति लेने कहा गया था। उन्हें चंतावनी भी दी गई थी कि अनुमति नहीं लेने पर उनके द्वारा लगाए गए फाइबर आप्टिकल और केबल को काट दिया जाएगा। इसके बावजूद आपरेटरों ने इसे गंभीरता से नहीं लिया था। परिणाम स्वरूप उनके द्वारा लगाए गए केबल को काटना पड़ रहा है। विभाग द्वारा केबल काटने के बाद कंपनियों के ऑपरेटरों ने विभाग से विधिवत अनुमति लेने विद्युत विभाग पहुंचे। कंपनियों के आपरेटरों ने केबल लगाने विद्युत विभाग के खंभो का उपयोग कर उसका विधिवत किराया देने के लिए विद्युत कंपनी में आवेदन देना शुरू कर दिए है। ज्ञात हो कि एयरटेल और प्राइवेट ऑपरेटरों ने अब तक अनुमति ही नहीं ली है। वहीं जियो कंपनी ने अनुमति लेकर एक साल का ही किराया जमा कराया था। जबकि नवीनीकरण नहीं कराया गया है। जिया कंपनी के ऑपरेटर को भी उसके बकाया 69 हजार की राशि को पटाने के लिए डिमांड नोट भेजा गया था। समय पर यह राशि नहीं देने पर जियो पर 18 प्रतिशत जुर्माना लगाया जाएगा। विद्युत विभाग की कार्रवाई से इंटरनेट कंपनियों के ऑपरेटरों में हडक़ंप मच गया है।

इंटरनेट कंपनियों के केबल काटना शुरू
छत्तीसगढ़ संवाददाता कांकेर, 22 अगस्त। विद्युत खंभों में केबल लटकाने वाले इंटरनेट कंपनियों के अॅापरेटरों पर विद्युत विभाग की गाज गिरी। अपना नेटवर्क फैलाने के लिए शहर में एयरटेल, जियो और लोकल टीवी डिस्क वालों का केबल विद्युत खंभों में लटकाए गए थे । विद्युत विभाग ने आज उनके केबल काटना शुरू कर दिया है। विद्युत कंपनी के कार्यपालन अभियंता एस किंडो ने बताया कि जब इंटरनेट कंपनियों एयरटेल और प्राइवेट ऑपरेटरों को नोटिस दिया जा चुका था। उन्हें खंभों का उपयोग करने के लिए पंजीयन करा कर विधिवत अनुमति लेने कहा गया था। उन्हें चंतावनी भी दी गई थी कि अनुमति नहीं लेने पर उनके द्वारा लगाए गए फाइबर आप्टिकल और केबल को काट दिया जाएगा। इसके बावजूद आपरेटरों ने इसे गंभीरता से नहीं लिया था। परिणाम स्वरूप उनके द्वारा लगाए गए केबल को काटना पड़ रहा है। विभाग द्वारा केबल काटने के बाद कंपनियों के ऑपरेटरों ने विभाग से विधिवत अनुमति लेने विद्युत विभाग पहुंचे। कंपनियों के आपरेटरों ने केबल लगाने विद्युत विभाग के खंभो का उपयोग कर उसका विधिवत किराया देने के लिए विद्युत कंपनी में आवेदन देना शुरू कर दिए है। ज्ञात हो कि एयरटेल और प्राइवेट ऑपरेटरों ने अब तक अनुमति ही नहीं ली है। वहीं जियो कंपनी ने अनुमति लेकर एक साल का ही किराया जमा कराया था। जबकि नवीनीकरण नहीं कराया गया है। जिया कंपनी के ऑपरेटर को भी उसके बकाया 69 हजार की राशि को पटाने के लिए डिमांड नोट भेजा गया था। समय पर यह राशि नहीं देने पर जियो पर 18 प्रतिशत जुर्माना लगाया जाएगा। विद्युत विभाग की कार्रवाई से इंटरनेट कंपनियों के ऑपरेटरों में हडक़ंप मच गया है।