सातधार की पहाडिय़ों में आग, ग्रामीणों की बैठक लेकर वनों में आग न लगाने की समझाइश- अफसर

छत्तीसगढ़ संवाददाता दंतेवाड़ा,3 मई। जिले के वनों में ग्रामीणों द्वारा आग लगाई जा रही है, जिससे बेशकीमती वनस्पतियों को क्षति पहुंच रही है। गौरतलब है कि स्थानीय ग्रामीणों द्वारा वन्य पशुओं के शिकार के उद्देश्य से पहाड़ों में आग लगाई जाती है, जिससे बड़ी संख्या में छोटे पौधे नष्ट हो जाते हैं। इसी क्रम में वन मंडल दंतेवाड़ा अंतर्गत सातधार की पहाडिय़ों में ग्रामीणों द्वारा गुरुवार को आग लगाई गई, जो धीरे-धीरे विकराल रूप लेती जा रही है। पहाड़ों में दूर से धुआं नजर आता है। इसके फल स्वरुप पर्यावरण को भी अपूरणीय क्षति पहुंच रही है। इससे स्थानीय तापमान में इजाफा भी हो रहा है। बुझा रहे आग इस गंभीर मुद्दे पर वन परिक्षेत्र अधिकारी दंतेवाड़ा, आर आर मौर्य ने छत्तीसगढ़ को जानकारी में बताया कि वन विभाग का अमला आग बुझाने में जुटा हुआ है। फायर वाचर को मौका स्थल पर भेजा गया है। शीघ्र आग बुझाई जाएगी। ग्रामीणों की नियमित बैठक लेकर वनों में आग न लगाने की समझाइश दी जाती है, जिससे पर्यावरण को नुकसान न हो।

सातधार की पहाडिय़ों में आग, ग्रामीणों की बैठक लेकर वनों में आग न लगाने की समझाइश- अफसर
छत्तीसगढ़ संवाददाता दंतेवाड़ा,3 मई। जिले के वनों में ग्रामीणों द्वारा आग लगाई जा रही है, जिससे बेशकीमती वनस्पतियों को क्षति पहुंच रही है। गौरतलब है कि स्थानीय ग्रामीणों द्वारा वन्य पशुओं के शिकार के उद्देश्य से पहाड़ों में आग लगाई जाती है, जिससे बड़ी संख्या में छोटे पौधे नष्ट हो जाते हैं। इसी क्रम में वन मंडल दंतेवाड़ा अंतर्गत सातधार की पहाडिय़ों में ग्रामीणों द्वारा गुरुवार को आग लगाई गई, जो धीरे-धीरे विकराल रूप लेती जा रही है। पहाड़ों में दूर से धुआं नजर आता है। इसके फल स्वरुप पर्यावरण को भी अपूरणीय क्षति पहुंच रही है। इससे स्थानीय तापमान में इजाफा भी हो रहा है। बुझा रहे आग इस गंभीर मुद्दे पर वन परिक्षेत्र अधिकारी दंतेवाड़ा, आर आर मौर्य ने छत्तीसगढ़ को जानकारी में बताया कि वन विभाग का अमला आग बुझाने में जुटा हुआ है। फायर वाचर को मौका स्थल पर भेजा गया है। शीघ्र आग बुझाई जाएगी। ग्रामीणों की नियमित बैठक लेकर वनों में आग न लगाने की समझाइश दी जाती है, जिससे पर्यावरण को नुकसान न हो।