शान्ति सरोवर रिट्रीट सेन्टर में 6 मार्च को महिला जागृति सम्मेलन

रायपुर, 5 मार्च। प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय के महिला प्रभाग ने बताया कि विधानसभा मार्ग स्थित शान्ति सरोवर रिट्रीट सेन्टर में बुधवार 6 मार्च को शाम 4.00 बजे महिला जागृति आध्यात्मिक सम्मेलन का आयोजन किया गया है। चर्चा का विषय होगा- महिला सशक्तिकरण के लिए सकारात्मक परिवर्तन। महिला प्रभाग ने बताया किसमारोह की मुख्य अतिथि राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष श्रीमती किरणमयी नायक होंगी। विशिष्ट अतिथि के रूप में पूर्व डीन एवँ और स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. आभा सिंह तथा जिला पंचायत अघ्यक्ष श्रीमती डोमेश्वरी वर्मा शामिल होंगी। समारोह को अपने आशीर्वचनों से क्षेत्रीय निदेशिका ब्रह्माकुमारी हेमलता दीदी लाभान्वित करेंगी। मूल वक्तव्य रायपुर संचालिका ब्रह्माकुमारी सविता दीदी का होगा। महिला प्रभाग ने बताया कि समारोह का मुख्य उद्देश्य समाज में महिलाओं की सुरक्षा के लिए नैतिक, सामाजिक एवं आध्यात्मिक जागृति लाकर उन्हें स्वयं की सुरक्षा के लिए सशक्त बनाना, महिलाओं के प्रति मानसिकता में परिवर्तन लाना, सार्वजनिक स्थलों, परिवहन तंत्र एवं वाहनों को नारियों के लिए अधिक सुरक्षित बनाने के लिए जन-जन को पे्ररित करना, अश्लील साहित्य, सिनेमा, विज्ञापन आदि पर अंकुश हेतु सामाजिक जागृति लाना आदि है।

शान्ति सरोवर रिट्रीट सेन्टर में 6 मार्च को महिला जागृति सम्मेलन
रायपुर, 5 मार्च। प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय के महिला प्रभाग ने बताया कि विधानसभा मार्ग स्थित शान्ति सरोवर रिट्रीट सेन्टर में बुधवार 6 मार्च को शाम 4.00 बजे महिला जागृति आध्यात्मिक सम्मेलन का आयोजन किया गया है। चर्चा का विषय होगा- महिला सशक्तिकरण के लिए सकारात्मक परिवर्तन। महिला प्रभाग ने बताया किसमारोह की मुख्य अतिथि राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष श्रीमती किरणमयी नायक होंगी। विशिष्ट अतिथि के रूप में पूर्व डीन एवँ और स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. आभा सिंह तथा जिला पंचायत अघ्यक्ष श्रीमती डोमेश्वरी वर्मा शामिल होंगी। समारोह को अपने आशीर्वचनों से क्षेत्रीय निदेशिका ब्रह्माकुमारी हेमलता दीदी लाभान्वित करेंगी। मूल वक्तव्य रायपुर संचालिका ब्रह्माकुमारी सविता दीदी का होगा। महिला प्रभाग ने बताया कि समारोह का मुख्य उद्देश्य समाज में महिलाओं की सुरक्षा के लिए नैतिक, सामाजिक एवं आध्यात्मिक जागृति लाकर उन्हें स्वयं की सुरक्षा के लिए सशक्त बनाना, महिलाओं के प्रति मानसिकता में परिवर्तन लाना, सार्वजनिक स्थलों, परिवहन तंत्र एवं वाहनों को नारियों के लिए अधिक सुरक्षित बनाने के लिए जन-जन को पे्ररित करना, अश्लील साहित्य, सिनेमा, विज्ञापन आदि पर अंकुश हेतु सामाजिक जागृति लाना आदि है।