लेबनान में हुए पेजर धमाके के पीछे का कारण क्या है?

लेबनान में मंगलवार को राजधानी बेरूत समेत कई जगहों पर हुए पेजर धमाकों में अभी तक नौ लोग मारे गए हैं और 2800 से भी ज़्यादा ज़ख़्मी हैं. हालांकि अभी तक यह पता नहीं चल पाया है कि पेजर में यह धमाके आख़िर कैसे हुए. लेकिन हिज़्बुल्लाह ने इसके लिए इसराइल को ज़िम्मेदार ठहराया है जबकि इसराइल ने इस पर कोई भी टिप्पणी नहीं की है. इन धामकों की शुरुआत राजधानी बेरूत में स्थानीय समयनुसार शाम को लगभग पौने चार बजे हुई. एक चश्मदीद ने बताया कि उसने लोगों की जेबों से धुआं निकलते देखा. इससे पहले की कुछ समझ आता धमाका हो गया, जिसकी आवाज़ गोली चलने जैसी या पटाखों जैसी थी. वहीं एक सीसीटीवी वीडियो में दुकान पर ख़रीदारी कर रहे व्यक्ति की जेब में रखे पेजर में हुए धमाके का दृश्य भी सामने आया है. न्यूज़ एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक़ इस पहले धमाके के बाद लगभग एक घंटे तक धमाकों का सिलसिला जारी रहा. विशेषज्ञों ने मंगलवार को हुए इस धमाके पर कहा कि हिज़्बुल्लाह को अपनी सुरक्षा प्रणाली पर बहुत भरोसा था. हालांकि यह धमाके हैकिंग या पेजर की बैटरी के ज़्यादा गर्म होने की वजह से हो सकते हैं. हालांकि कुछ विशेषज्ञों ने बैटरी के गर्म होने की संभावनाओं को ख़ारिज़ किया है. उनका कहना है कि सीसीटीवी में जिस तरह के दृश्य देखे गए हैं, उसके आधार पर यह कहा जा सकता है कि इस तरह के सिलसिलेवार धामके बैटरी के गर्म होने से नहीं हो सकते.(bbc.com/hindi)

लेबनान में हुए पेजर धमाके के पीछे का कारण क्या है?
लेबनान में मंगलवार को राजधानी बेरूत समेत कई जगहों पर हुए पेजर धमाकों में अभी तक नौ लोग मारे गए हैं और 2800 से भी ज़्यादा ज़ख़्मी हैं. हालांकि अभी तक यह पता नहीं चल पाया है कि पेजर में यह धमाके आख़िर कैसे हुए. लेकिन हिज़्बुल्लाह ने इसके लिए इसराइल को ज़िम्मेदार ठहराया है जबकि इसराइल ने इस पर कोई भी टिप्पणी नहीं की है. इन धामकों की शुरुआत राजधानी बेरूत में स्थानीय समयनुसार शाम को लगभग पौने चार बजे हुई. एक चश्मदीद ने बताया कि उसने लोगों की जेबों से धुआं निकलते देखा. इससे पहले की कुछ समझ आता धमाका हो गया, जिसकी आवाज़ गोली चलने जैसी या पटाखों जैसी थी. वहीं एक सीसीटीवी वीडियो में दुकान पर ख़रीदारी कर रहे व्यक्ति की जेब में रखे पेजर में हुए धमाके का दृश्य भी सामने आया है. न्यूज़ एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक़ इस पहले धमाके के बाद लगभग एक घंटे तक धमाकों का सिलसिला जारी रहा. विशेषज्ञों ने मंगलवार को हुए इस धमाके पर कहा कि हिज़्बुल्लाह को अपनी सुरक्षा प्रणाली पर बहुत भरोसा था. हालांकि यह धमाके हैकिंग या पेजर की बैटरी के ज़्यादा गर्म होने की वजह से हो सकते हैं. हालांकि कुछ विशेषज्ञों ने बैटरी के गर्म होने की संभावनाओं को ख़ारिज़ किया है. उनका कहना है कि सीसीटीवी में जिस तरह के दृश्य देखे गए हैं, उसके आधार पर यह कहा जा सकता है कि इस तरह के सिलसिलेवार धामके बैटरी के गर्म होने से नहीं हो सकते.(bbc.com/hindi)