ग्रामीण सडक़ों पर चला रहे हैवी गाडिय़ां

छत्तीसगढ़ संवाददाता रायगढ़, 19 मार्च। तमनार क्षेत्र के प्रधानमंत्री ग्राम सडक़ योजना से बने सडक़ों पर धड़ल्ले से हैवी लोड वाहन चलाई जा रही है, बजरमुडा के शारडा कंपनी से चितवाही (भालुमुडा) रेलवे साइडिंग के लिए कोयला ढोया जा रहा है,जिस सडक़ की अधिकतम क्षमता 12 टन हैं, उस सडक़ पर 45 टन तक के क्षमता वाले वाहन चलाए जा रहे हैं। जिससे सडक़ की हालत जर्जर होती जा रही है। सडक़ में कोल परिवहन का काम जय अंबे ट्रांसपोर्ट कंपनी कर रही है। रविवार को कुंजेमुरा के रास्ते हैवी लोड गाडिय़ा पार कराई जा रही थी, जिसके बाद ग्रमीणों ने 4 गाडिय़ों को रोक तमनार थाने को अवगत कराया, तमनार पुलिस गाडिय़ों को लेकर हुकराडीपा चौक ले आई। अपने सडक़ पर हैवी लोड गाडिय़ा चलते देख ग्रामीण डरे और आक्रोशित नजर आ रहे थे। 12 टन के क्षमता वाले सडक़में 45 टन की गाडिय़ा प्रधानमंत्री ग्राम सडक़ योजना के तहत बने सडक़ों पर हैवी लोड गाडिय़ा चलाई जा रही हैं, जिसकी क्षमता 12 टन है, प्रशासन ने उससे ज्यादा क्षमता वाले गाडियों पर प्रतिबंध लगाया है, लेकिन ट्रांसपोर्टर इस सडक़ पर 45 टन क्षमता वाले हैवी लोड वाहन चलाई जा रही है। पूर्व में ग्रामीण कर चुके है शिकायत पाता के सरपंच ने पूर्व में तमनार थाने में इस मामले को लेकर शिकायत भी की थी, लेकिन शिकायत का कोई असर नहीं दिख रहा है, कभी रात के अंधेरे में तो अब दिन में भी गाडिय़ां जय अंबे ट्रांसपोर्ट द्वारा पार कराई जा रही है। कहां से कहा तक होता है परिवहन बजरमुडा, शारडा कंपनी से निकलकर गाडिय़ा, प्रधामंत्री ग्राम सडक़ योजना से बने सडक़ कुंजेमुरा, पाता, बांधापाली, डोलेसरा, कठरापाली होते हुए रेलवे साईडिंग तक पहुंचती है। क्या कहते हैं ग्रामीण किशोर सिदार ने कहा कि दिन दहाड़े गाडिया चल रही हैं, शासन प्रशासन ध्यान नहीं दे रही। कार्रवाई होनी चाहिए जय अंबे ट्रांसपोर्ट कंपनी लोगों को गुमराह कर गाडिय़ां चला रहे हैं। कार्रवाई के लिए कहागया है- विधायक इस मामले में लैलूंगा विधायक विद्यावती सिदार ने कहा कि मामले की जानकारी मिलते ही मैंने तमनार थानेदार और घरघोड़ा एसडीएम को फोन कर कार्रवाई के लिए बोल दिया है। क्या कहते हैं थाना प्रभारी इस संबंध में तमनार थाना प्रभारी आशीर्वाद रहटगांवकर का कहना है कि प्रतिबंधित सडक़ पर गाडिय़ा चलाई जा रही थी, शिकायत मिलने पर ,115,94 एम्बी एक्ट के तहत कार्रवाई की जाएगी।

ग्रामीण सडक़ों पर चला रहे हैवी गाडिय़ां
छत्तीसगढ़ संवाददाता रायगढ़, 19 मार्च। तमनार क्षेत्र के प्रधानमंत्री ग्राम सडक़ योजना से बने सडक़ों पर धड़ल्ले से हैवी लोड वाहन चलाई जा रही है, बजरमुडा के शारडा कंपनी से चितवाही (भालुमुडा) रेलवे साइडिंग के लिए कोयला ढोया जा रहा है,जिस सडक़ की अधिकतम क्षमता 12 टन हैं, उस सडक़ पर 45 टन तक के क्षमता वाले वाहन चलाए जा रहे हैं। जिससे सडक़ की हालत जर्जर होती जा रही है। सडक़ में कोल परिवहन का काम जय अंबे ट्रांसपोर्ट कंपनी कर रही है। रविवार को कुंजेमुरा के रास्ते हैवी लोड गाडिय़ा पार कराई जा रही थी, जिसके बाद ग्रमीणों ने 4 गाडिय़ों को रोक तमनार थाने को अवगत कराया, तमनार पुलिस गाडिय़ों को लेकर हुकराडीपा चौक ले आई। अपने सडक़ पर हैवी लोड गाडिय़ा चलते देख ग्रामीण डरे और आक्रोशित नजर आ रहे थे। 12 टन के क्षमता वाले सडक़में 45 टन की गाडिय़ा प्रधानमंत्री ग्राम सडक़ योजना के तहत बने सडक़ों पर हैवी लोड गाडिय़ा चलाई जा रही हैं, जिसकी क्षमता 12 टन है, प्रशासन ने उससे ज्यादा क्षमता वाले गाडियों पर प्रतिबंध लगाया है, लेकिन ट्रांसपोर्टर इस सडक़ पर 45 टन क्षमता वाले हैवी लोड वाहन चलाई जा रही है। पूर्व में ग्रामीण कर चुके है शिकायत पाता के सरपंच ने पूर्व में तमनार थाने में इस मामले को लेकर शिकायत भी की थी, लेकिन शिकायत का कोई असर नहीं दिख रहा है, कभी रात के अंधेरे में तो अब दिन में भी गाडिय़ां जय अंबे ट्रांसपोर्ट द्वारा पार कराई जा रही है। कहां से कहा तक होता है परिवहन बजरमुडा, शारडा कंपनी से निकलकर गाडिय़ा, प्रधामंत्री ग्राम सडक़ योजना से बने सडक़ कुंजेमुरा, पाता, बांधापाली, डोलेसरा, कठरापाली होते हुए रेलवे साईडिंग तक पहुंचती है। क्या कहते हैं ग्रामीण किशोर सिदार ने कहा कि दिन दहाड़े गाडिया चल रही हैं, शासन प्रशासन ध्यान नहीं दे रही। कार्रवाई होनी चाहिए जय अंबे ट्रांसपोर्ट कंपनी लोगों को गुमराह कर गाडिय़ां चला रहे हैं। कार्रवाई के लिए कहागया है- विधायक इस मामले में लैलूंगा विधायक विद्यावती सिदार ने कहा कि मामले की जानकारी मिलते ही मैंने तमनार थानेदार और घरघोड़ा एसडीएम को फोन कर कार्रवाई के लिए बोल दिया है। क्या कहते हैं थाना प्रभारी इस संबंध में तमनार थाना प्रभारी आशीर्वाद रहटगांवकर का कहना है कि प्रतिबंधित सडक़ पर गाडिय़ा चलाई जा रही थी, शिकायत मिलने पर ,115,94 एम्बी एक्ट के तहत कार्रवाई की जाएगी।