कलिंगा विवि-सिटी आई केयर हॉस्पिटल का नि:शुल्क नेत्र एवं दंत चिकित्सा जांच शिविर

रायपुर, 5 सितंबर। कलिंगा विश्वविद्यालय ने बताया कि सिटी आई केयर हॉस्पिटल के सहयोग से मंगलवार को अपने विद्यार्थियों, संकाय सदस्यों एवं कर्मचारियों के लिए नि:शुल्क नेत्र एवं दंत चिकित्सा जांच शिविर का सफलतापूर्वक आयोजन किया। विश्वविद्यालय परिसर में आयोजित शिविर का उद्घाटन दंत चिकित्सा परामर्शदाता डॉ. आतिश साहू ने किया। कलिंगा विश्वविद्यालय ने बताया कि इस अवसर पर डॉ. मनीष श्रीवास्तव और डॉ. मोहम्मद शहरयार खान वरिष्ठ नेत्र रोग विशेषज्ञ, प्रभारी छात्र कल्याण अधिष्ठाता लेफ्टिनेंट विभा चंद्राकर, कुलानुशासक डॉ. ए. विजयानंद, स्टाफ नर्स सुश्री सुमन चौहान एवं श्री कुलदीप बंजारे, उप छात्र कल्याण अधिष्ठाता श्री शेख अब्दुल कादिर, सहायक छात्र कल्याण अधिष्ठाता सुश्री निकिता जोशी, सुश्री आयुषी कुचनवार एवं अन्य विशिष्ट अतिथि उपस्थित थे। शिविर के लिए कुल 278 व्यक्तियों ने पंजीकरण कराया, जिनमें से 190 ने सफलतापूर्वक अपनी आंखों और दांतों की जांच पूरी की। इस कार्यक्रम में अंतर्राष्ट्रीय छात्रों सहित छात्रों की सक्रिय भागीदारी देखी गई, जिसने कलिंगा विश्वविद्यालय में विविधतापूर्ण और समावेशी वातावरण को उजागर किया। कलिंगा विश्वविद्यालय ने बताया कि शिविर सुबह 10:30 बजे शुरू हुआ और शाम 5:00 बजे तक चला, जिसमें डॉ मनीष श्रीवास्तव के विशेषज्ञ मार्गदर्शन में सिटी आई केयर अस्पताल की टीम द्वारा व्यापक नेत्र परीक्षण किए गए। इस पहल के तहत उपस्थित लोगों को मुफ्त आई ड्रॉप भी प्रदान किए गए। डॉ श्रीवास्तव ने बेहतर नेत्र स्वास्थ्य के लिए स्क्रीन टाइम को कम करने के महत्व पर जोर दिया और तनाव को कम करने के उद्देश्य से मूल्यवान नेत्र व्यायाम साझा किए। छात्रों और संकाय सदस्यों सहित प्रतिभागियों ने परिसर में इन आवश्यक स्वास्थ्य सेवाओं को प्राप्त करने के अवसर के लिए अपना आभार और संतुष्टि व्यक्त की। छात्र कल्याण की प्रभारी अधिष्ठाता लेफ्टिनेंट विभा चंद्राकर और कुलानुशासक डॉ ए विजयानंद ने सहयोगात्मक प्रयास के लिए अपनी प्रशंसा व्यक्त की और अपने समुदाय की भलाई के लिए विश्वविद्यालय की प्रतिबद्धता को रेखांकित किया। डॉ ए विजयानंद द्वारा डॉ श्रीवास्तव को एक स्मृति चिन्ह भेंट किया गया। कलिंगा विश्वविद्यालय ऐसी पहलों के माध्यम से अपने छात्रों और कर्मचारियों के स्वास्थ्य और कल्याण को प्राथमिकता देना जारी रखता है, जिससे एक पोषण और सहायक शैक्षणिक संस्थान के रूप में इसकी भूमिका मजबूत होती है।

कलिंगा विवि-सिटी आई केयर हॉस्पिटल का नि:शुल्क नेत्र एवं दंत चिकित्सा जांच शिविर
रायपुर, 5 सितंबर। कलिंगा विश्वविद्यालय ने बताया कि सिटी आई केयर हॉस्पिटल के सहयोग से मंगलवार को अपने विद्यार्थियों, संकाय सदस्यों एवं कर्मचारियों के लिए नि:शुल्क नेत्र एवं दंत चिकित्सा जांच शिविर का सफलतापूर्वक आयोजन किया। विश्वविद्यालय परिसर में आयोजित शिविर का उद्घाटन दंत चिकित्सा परामर्शदाता डॉ. आतिश साहू ने किया। कलिंगा विश्वविद्यालय ने बताया कि इस अवसर पर डॉ. मनीष श्रीवास्तव और डॉ. मोहम्मद शहरयार खान वरिष्ठ नेत्र रोग विशेषज्ञ, प्रभारी छात्र कल्याण अधिष्ठाता लेफ्टिनेंट विभा चंद्राकर, कुलानुशासक डॉ. ए. विजयानंद, स्टाफ नर्स सुश्री सुमन चौहान एवं श्री कुलदीप बंजारे, उप छात्र कल्याण अधिष्ठाता श्री शेख अब्दुल कादिर, सहायक छात्र कल्याण अधिष्ठाता सुश्री निकिता जोशी, सुश्री आयुषी कुचनवार एवं अन्य विशिष्ट अतिथि उपस्थित थे। शिविर के लिए कुल 278 व्यक्तियों ने पंजीकरण कराया, जिनमें से 190 ने सफलतापूर्वक अपनी आंखों और दांतों की जांच पूरी की। इस कार्यक्रम में अंतर्राष्ट्रीय छात्रों सहित छात्रों की सक्रिय भागीदारी देखी गई, जिसने कलिंगा विश्वविद्यालय में विविधतापूर्ण और समावेशी वातावरण को उजागर किया। कलिंगा विश्वविद्यालय ने बताया कि शिविर सुबह 10:30 बजे शुरू हुआ और शाम 5:00 बजे तक चला, जिसमें डॉ मनीष श्रीवास्तव के विशेषज्ञ मार्गदर्शन में सिटी आई केयर अस्पताल की टीम द्वारा व्यापक नेत्र परीक्षण किए गए। इस पहल के तहत उपस्थित लोगों को मुफ्त आई ड्रॉप भी प्रदान किए गए। डॉ श्रीवास्तव ने बेहतर नेत्र स्वास्थ्य के लिए स्क्रीन टाइम को कम करने के महत्व पर जोर दिया और तनाव को कम करने के उद्देश्य से मूल्यवान नेत्र व्यायाम साझा किए। छात्रों और संकाय सदस्यों सहित प्रतिभागियों ने परिसर में इन आवश्यक स्वास्थ्य सेवाओं को प्राप्त करने के अवसर के लिए अपना आभार और संतुष्टि व्यक्त की। छात्र कल्याण की प्रभारी अधिष्ठाता लेफ्टिनेंट विभा चंद्राकर और कुलानुशासक डॉ ए विजयानंद ने सहयोगात्मक प्रयास के लिए अपनी प्रशंसा व्यक्त की और अपने समुदाय की भलाई के लिए विश्वविद्यालय की प्रतिबद्धता को रेखांकित किया। डॉ ए विजयानंद द्वारा डॉ श्रीवास्तव को एक स्मृति चिन्ह भेंट किया गया। कलिंगा विश्वविद्यालय ऐसी पहलों के माध्यम से अपने छात्रों और कर्मचारियों के स्वास्थ्य और कल्याण को प्राथमिकता देना जारी रखता है, जिससे एक पोषण और सहायक शैक्षणिक संस्थान के रूप में इसकी भूमिका मजबूत होती है।