आईआईआईटी ने नवागंतुकों का किया स्वागत पौधरोपण के साथ

रायपुर, 25 अगस्त। आईआईआईटी ने बताया कि ट्रीवार्ड्स फाउंडेशन के सहयोग से छात्रों के नए बैच का स्वागत एवं वृक्षारोपण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह पहल एक पेड़ मां के नाम अभियान का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य युवाओं के बीच स्थिरता और पर्यावरण जागरूकता को प्रोत्साहित करना है। कार्यक्रम में छात्रों के नए बैच, संकाय सदस्यों और ट्रीवार्ड्स टीम ने भाग लिया, जिन्होंने वृक्षारोपण अभियान में उत्साहपूर्वक भाग लिया। यह अभियान पर्यावरण संरक्षण के महत्व को रेखांकित करता है और माननीय प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी के मिशन, एक पेड़ मां के नाम के दृष्टिकोण के अनुरूप है, जो मां के नाम पर पेड़ लगाने पर जोर देता है। आईआईआईटी ने बताया कि ट्रीवार्ड्स फाउंडेशन के संस्थापक आनंद गोयल ने कार्यक्रम में प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा, आईआईआईटी नया रायपुर ने अपने नए बैच का हरित स्वागत करके एक नया मानदंड स्थापित किया है। यह पहल न केवल छात्रों के लिए शैक्षणिक यात्रा की शुरुआत का प्रतीक है, बल्कि पर्यावरण के प्रति जिम्मेदारी की भावना भी पैदा करती है। इतनी बड़ी संख्या में छात्रों और शिक्षकों की भागीदारी स्थायी भविष्य के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाती है।

आईआईआईटी ने नवागंतुकों का किया स्वागत पौधरोपण के साथ
रायपुर, 25 अगस्त। आईआईआईटी ने बताया कि ट्रीवार्ड्स फाउंडेशन के सहयोग से छात्रों के नए बैच का स्वागत एवं वृक्षारोपण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह पहल एक पेड़ मां के नाम अभियान का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य युवाओं के बीच स्थिरता और पर्यावरण जागरूकता को प्रोत्साहित करना है। कार्यक्रम में छात्रों के नए बैच, संकाय सदस्यों और ट्रीवार्ड्स टीम ने भाग लिया, जिन्होंने वृक्षारोपण अभियान में उत्साहपूर्वक भाग लिया। यह अभियान पर्यावरण संरक्षण के महत्व को रेखांकित करता है और माननीय प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी के मिशन, एक पेड़ मां के नाम के दृष्टिकोण के अनुरूप है, जो मां के नाम पर पेड़ लगाने पर जोर देता है। आईआईआईटी ने बताया कि ट्रीवार्ड्स फाउंडेशन के संस्थापक आनंद गोयल ने कार्यक्रम में प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा, आईआईआईटी नया रायपुर ने अपने नए बैच का हरित स्वागत करके एक नया मानदंड स्थापित किया है। यह पहल न केवल छात्रों के लिए शैक्षणिक यात्रा की शुरुआत का प्रतीक है, बल्कि पर्यावरण के प्रति जिम्मेदारी की भावना भी पैदा करती है। इतनी बड़ी संख्या में छात्रों और शिक्षकों की भागीदारी स्थायी भविष्य के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाती है।