चांद की तरफ़ उड़ा चीन का रॉकेट, अब तक ना हुआ कारनामा करने की कोशिश

चीन की अंतरिक्ष एजेंसी ने चांद पर रॉकेट भेजा है. ये पहली बार होगा जब कोई देश चांद के दूरस्थ हिस्से की तरफ़ जाएगा और वहां से सैंपल लेकर धरती पर लौटने की कोशिश करेगा. चीन के दक्षिणी हैनान प्रांत के वेनचांग स्पेस स्टेशन से द चैंग ई-6 मिशन ने उड़ान भरी है. ये अंतरिक्ष अभियान 53 दिनों में पूरा होगा. चीन का अंतरिक्ष यान चांद के दक्षिणी ध्रुप के आइटकेन बेसिन में उतरने की कोशिश करेगा. चांद का ये क्षेत्र सौर मंडल में सबसे बड़े क्रेटर में से एक है. पिछले एक दशक में राष्ट्रपति शी जिनपिंग के कार्यकाल के दौरान चीन का अंतरिक्ष कार्यक्रम तेज़ी से आगे बढ़ा है. ये मिशन चीन के महत्वाकांक्षी अंतरिक्ष अभियान का हिस्सा है. पिछले महीने ही अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने चेताया था कि जिस रफ़्तार और आक्रामकता से चीन का अंतरिक्ष कार्यक्रम आगे बढ़ रहा है, उसका मतलब है कि अब अमेरिका चीन के साथ अंतरिक्ष में आगे बढ़ने की नई दौड़ में है.(bbc.com/hindi)

चांद की तरफ़ उड़ा चीन का रॉकेट, अब तक ना हुआ कारनामा करने की कोशिश
चीन की अंतरिक्ष एजेंसी ने चांद पर रॉकेट भेजा है. ये पहली बार होगा जब कोई देश चांद के दूरस्थ हिस्से की तरफ़ जाएगा और वहां से सैंपल लेकर धरती पर लौटने की कोशिश करेगा. चीन के दक्षिणी हैनान प्रांत के वेनचांग स्पेस स्टेशन से द चैंग ई-6 मिशन ने उड़ान भरी है. ये अंतरिक्ष अभियान 53 दिनों में पूरा होगा. चीन का अंतरिक्ष यान चांद के दक्षिणी ध्रुप के आइटकेन बेसिन में उतरने की कोशिश करेगा. चांद का ये क्षेत्र सौर मंडल में सबसे बड़े क्रेटर में से एक है. पिछले एक दशक में राष्ट्रपति शी जिनपिंग के कार्यकाल के दौरान चीन का अंतरिक्ष कार्यक्रम तेज़ी से आगे बढ़ा है. ये मिशन चीन के महत्वाकांक्षी अंतरिक्ष अभियान का हिस्सा है. पिछले महीने ही अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने चेताया था कि जिस रफ़्तार और आक्रामकता से चीन का अंतरिक्ष कार्यक्रम आगे बढ़ रहा है, उसका मतलब है कि अब अमेरिका चीन के साथ अंतरिक्ष में आगे बढ़ने की नई दौड़ में है.(bbc.com/hindi)