अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस

अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस

06-Mar-2022
महिला मड़ई में दिखी छत्तीसगढ़ की सशक्त महिलाओं की झलक महिला एवं बाल विकास मंत्री अनिला भेंड़िया ने महिला मड़ई का किया शुभारंभ राजधानी में चार दिवसीय महिला मड़ई का आयोजन 8 मार्च तक महिला समूहों द्वारा निर्मित सामग्रियों ने महिला नेत्रियों का मन-मोहा सजावटी सामान, सौदर्य प्रसाधन, कपड़ों, व्यंजन से लेकर हर्बल प्रोडक्ट तक सभी उत्पादों की हो रही बिक्री   अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर महिला एवं बाल विकास मंत्री अनिला भेंड़िया ने आज राजधानी रायपुर के शंकर नगर स्थित बीटीआई ग्राउंड में चार दिवसीय महिला मड़ई का शुभारंभ किया। यहां प्रदेश के विभिन्न जिलों से आए महिला स्व-सहायता समूहों और महिला उद्यमियों द्वारा निर्मित सामग्रियों की प्रदर्शनी लगाकर बिक्री की जाएगी। मड़ई के शुभारंभ अवसर पर राज्य सभा सांसद द्वय श्रीमती छाया वर्मा, ज्योत्सना महंत, छत्तीसगढ़ राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष डॉ. किरणमयी नायगक, धरसींवा विधायक श्रीमती अनिता योगेन्द्र शर्मा और रायपुर की जिला पंचायत अध्यक्ष  डोमेश्वरी वर्मा भी शामिल हुईं। महिला बाल विकास विभाग द्वारा आयोजित महिला मड़ई 08 मार्च तक चलेगी।  भेंड़िया ने मड़ई से गोबर से बना झालर,फिनाइल, हर्बल साबुन, मां-बच्चे की पेंटिंग, मोमबत्ती सहित कई सामान खरीदा। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए कई नई राहें तैयार की है। इस मड़ई में छत्तीसगढ़ की महिलाओं के सशक्त होते कदमों और आत्मनिर्भर बनते जीवन की स्पष्ट झलक दिखाई देगी। इसके साथ महिला समूहों और उद्यमियों को प्लेटफार्म और नई पहचान मिलेगी। मड़ई में महिला समूहों द्वारा निर्मित उत्पादों ने सभी महिला नेत्रियों का मन-मोह लिया। मंत्री श्रीमती भेंड़िया सहित सभी नेत्रियों ने मड़ई से विभिन्न सामानों की खरीददारी की और महिला समूहों द्वारा निर्मित सामानों की सराहना की। सभी ने कोरिया से आई महिला समूह द्वारा निर्मित हल्दी के लड्ुओं, रायगढ़ के अनुभव महिला समूह द्वारा रागी-गुड़ से बनाई जलेबी और मुगेली के महिला समूह द्वारा बनाए पापड़ के चाट का स्वाद चखा और सराहना की। सभी नेत्रियों ने रायपुर के रोशनी दिव्यांग महिला समूह द्वारा बनाए गए रेशम के झुमके भी खरीदे। उन्होंने मड़ई में रहचूली झूूले के साथ सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आनंद लिया। इस अवसर पर महिला एवं बाल विकास विभाग की संचालक सहित विभागीय अधिकारी-कर्मचारी मौजूद थे।
सभी वर्गों के विकास के लिए काम कर रही है राज्य सरकार

सभी वर्गों के विकास के लिए काम कर रही है राज्य सरकार

06-Mar-2022
चंदखुरी में आयोजित जैविक कृषि मेला में शामिल हुए नगरीय प्रशासन मंत्री डॉ. डहरिया नगरीय प्रशासन मंत्री डॉ. शिवकुमार डहरिया आज यहां चंदखुरी में आयोजित जिला स्तरीय जैविक कृषि मेला सह स्वाइल हेल्थ कार्ड (नमसा) योजना अंतर्गत प्रशिक्षण एवं प्रदर्शनी कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रुप में पहुंचे। उन्होंने कहा कि कृषि विभाग सरकार के सबसे महत्वपूर्ण विभागों में से एक है, हर व्यक्ति किसी न किसी रूप से कृषि से जुड़ा हुआ है। उन्होंने कृषक के हितों के लिए चलाई जा रही राज्य सरकार की योजनाओं के बारे में भी बताया और कहा सरकार अपना वादा पूरा कर रही है। मंत्री डॉ. डहरिया ने किसानों का कर्जा माफ, बिजली बिल हाफ, समर्थन मूल्य पर धान खरीदी, सुराजी गांव योजना, नरवा गरवा घुरवा बाड़ी, गोधन न्याय योजना, राजीव गांधी किसान न्याय योजना, भूमिहीन मजदूर न्याय योजना सहित अन्य योजनाओं के बारे में बताते हुए कहा कि हमारी सरकार किसान हितैषी सरकार है, किसानों के हित के लिए हर पल खड़ी है। लोगों को विभिन्न सरकारी योजनाओं के माध्यम से रोजगार और स्वरोजगार से जोड़ा जा रहा है जिससे वे आर्थिक समृद्धि की ओर बढ़ रहे हैं तथा सबके जीवन स्तर में सकारात्मक सुधार आ रहा है। उन्होंने कहा कि चंदखुरी में कौशल्या माता मंदिर है जो कि पूरे विश्व में एक ही मंदिर है। चंदखुरी पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित हो रहा है। उन्होंने गौठान में लगाए गए विभिन्न विभागों के स्टालों का भी अवलोकन किया। उन्होंने कहा कि शासकीय योजनाओं का व्यापक रूप से प्रचार-प्रसार होना चाहिए, ताकि आम जनों को योजनाओं की जानकारी हो सके और वह उस योजना के तहत लाभ ले सके। डॉ. डहरिया ने कृषि विभाग, उद्यानिकी विभाग, मत्स्य विभाग के हितग्राहियों को चेक एवं सामग्री का भी वितरण किया। इस अवसर पर उन्होंने हितग्राहियों को दस हजार रुपए का चेक, आइस बॉक्स, जाल तथा 30 किलो और 5 किलो के वर्मी पैकेट का भी वितरण किया। इस अवसर पर जिला पंचायत रायपुर कि अध्यक्ष श्रीमती डोमेश्वरी वर्मा, कृषि स्थाई समिति जिला पंचायत रायपुर के सभापति श्री राजू शर्मा, आरंग जनपद पंचायत के अध्यक्ष श्री खिलेश्वर देवांगन, जिला पंचायत सदस्य श्रीमती ललिता कृष्णा वर्मा, नगर पंचायत चंदखुरी के अध्यक्ष श्री रविशंकर धीवर, संबंधित विभाग के अधिकारी-कर्मचारी एवं बड़ी संख्या में किसान एवं ग्रामीणजन उपस्थित थे
अधिक भूमि होगी उपचारित: वन मंत्री अकबर

अधिक भूमि होगी उपचारित: वन मंत्री अकबर

06-Mar-2022
नरवा विकास : वर्ष 2021-22 में कैम्पा मद से 392 करोड़ रूपए की राशि स्वीकृत  38 लाख संरचनाओं का निर्माण प्रगति पर वनांचल के 1962 छोटे-बड़े नालों में 8 लाख हेक्टेयर से अधिक भूमि होगी उपचारित: वन मंत्री अकबर राज्य सरकार द्वारा संचालित सुराजी गांव योजना के तहत नरवा विकास कार्यक्रम अंतर्गत कैम्पा की वार्षिक कार्ययोजना 2021-22 में 392 करोड़ रूपए से अधिक की राशि स्वीकृत की गई है। इसमें 01 हजार 962 छोटे-बड़े  नालों के 8.17 लाख हेक्टेयर जल ग्रहण क्षेत्र में लगभग 38 लाख भू-जल संरक्षण संबंधी संरचनाओं का निर्माण प्रगति पर है। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की विशेष पहल और वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री श्री मोहम्मद अकबर के मार्गदर्शन में राज्य के वन क्षेत्रों में भू-जल संरक्षण तथा संवर्धन के लिए बड़े तादाद में जल स्रोतों, नदी-नालों और तालाबों को पुनर्जीवित करने का कार्य लिया गया है। कैम्पा की वार्षिक कार्ययोजना 2021-22 के तहत प्रदेश के दो राष्ट्रीय उद्यान, दो टाईगर रिजर्व, 01 सामाजिक वानिकी तथा 01 एलीफेंट रिजर्व सहित 30 वन मंडलों के नालों में भू-जल संवर्धन संबंधी संरचनाएं निर्मित की जा रही है। छत्तीसगढ़ राज्य प्रतिकरात्मक वनरोपण, निधि प्रबंधन एवं योजना प्राधिकरण (कैम्पा) मद से बनने वाली इन जल संग्रहण संरचनाओं से वनांचल में रहने वाले लोगों और वन्य प्राणियों के लिए पेयजल की उपलब्धता सुनिश्चित होगी। साथ ही नाले में पानी का भराव रहने से आस-पास की भूमि में नमी बनी रहेगी। इससे खेती-किसानी में सुविधा के साथ-साथ आय के स्रोत और हरियाली में भी वृद्धि होगी। इस संबंध में प्रधान मुख्य वन संरक्षक एवं वन बल प्रमुख श्री राकेश चतुर्वेदी ने बताया कि नरवा विकास योजना के तहत कैम्पा की वार्षिक कार्ययोजना 2021-22 के अंतर्गत गुरू घासीदास राष्ट्रीय उद्यान सरगुजा के 50 नालों में 96 हजार 850 तथा कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान जगदलपुर के 7 नालों में 13 हजार 559 संरचनाओं का निर्माण किया किया जा रहा है। इसी तरह इन्द्रावती टायगर रिजर्व बीजापुर के 93 नालों में एक लाख 80 हजार 847 तथा अचानक मार्ग टायगर रिजर्व लोरमी के 52 नालों में एक लाख से अधिक संरचनाओं का निर्माण हो रहा है। इसके अलावा एलीफेंट रिजर्व सरगुजा के 64 नालों में एक लाख 23 हजार 580 तथा अनुसंधान एवं विस्तार जगदलपुर के अंतर्गत 33 नालों में 63 हजार से अधिक संरचनाओं का निर्माण किया जा रहा है। इसी तरह वन मंडलवार खैरागढ़ के 33 नालों में 64 हजार 775, बालोद के 20 नालों में 38 हजार 678, राजनांदगांव के 80 नालों में एक लाख 54 हजार 475 तथा कवर्धा के 75 नालों में एक लाख 35 हजार 275 संरचनाओं का निर्माण हो रहा है। बिलासपुर के 50 नालों में 96 हजार 850, मरवाही के 128 नालों में 2 लाख 48 हजार 516, कोरबा के 83 नालों में एक लाख 59 हजार 802 तथा कटघोरा के 50 नालों में 96 हजार 850 संरचनाओं का निर्माण किया जा रहा है। रायगढ़ के 19 नालों में 36 हजार 415, धरमजयगढ़ के 86 नालों में एक लाख 65 हजार 613, जांजगीर-चांपा के 5 नालों में 9 हजार 685 तथा मुंगेली के 35 नालों में 68 हजार 614 संरचनाओं का निर्माण किया जा रहा है। रायपुर के छह नालों में 12 हजार, बलौदाबाजार के 97 नालों में एक लाख 87 हजार 970, धमतरी के 10 नालों में 19 हजार 757, सुकमा के 65 नालों में एक लाख 24 हजार 936, बीजापुर के 28 नालों में 53 हजार 752 तथा दंतेवाड़ा के 5 नालों में 10 हजार 575 संरचनाओं का निर्माण हो रहा है। जशपुर के 50 नालों में 96 हजार 850, सरगुजा के 49 नालों में 94 हजार 913, सूरजपुर के 35 नालों में 68 हजार 279, बलरामपुर के 136 नालों में 2 लाख 64 हजार 987 संरचनाओं का निर्माण किया जा रहा है। कोरिया के 123 नालों में 2 लाख 37 हजार 669, मनेन्द्रगढ़ के 85 नालों में एक लाख 63 हजार 676, कांकेर के 74 नालों में एक लाख 43 हजार 904 तथा पूर्व भानुप्रतापपुर के 25 नालों में 48 हजार 426 संरचनाओं का निर्माण हो रहा है। वन मंडलवार केशकाल के 33 नालों में 64 हजार 260, पश्चिम भानुप्रतापपुर के 43 नालों में 82 हजार 710, दक्षिण कोण्डागांव के 75 नालों में एक लाख 44 हजार 451 तथा नारायणपुर के 60 नालों में एक लाख 16 हजार 220 संरचनाओं का निर्माण किया जा रहा है
सारंगढ़ में टेनिस बाल क्रिकेट प्रतियोगिता का आयोजन

सारंगढ़ में टेनिस बाल क्रिकेट प्रतियोगिता का आयोजन

05-Mar-2022
खेल मंत्री उमेश पटेल ने क्रिकेट प्रतियोगिता ने विजेताओं को किया पुरस्ककार सारंगढ़ में टेनिस बाल क्रिकेट प्रतियोगिता का आयोजन खेल एवं युवा कल्याण मंत्री  उमेश पटेल रायगढ़ जिले के  सारंगढ़ में आयोजित राज्य स्तरीय टेनिस बाल क्रिकेट प्रतियोगिता के समापन समारोह में शामिल हुए। उन्होंने इस प्रतियोगिता के विजेता-उपविजेता एवं उत्कृष्ट खिलाड़ियों को पुरस्कृत कर उन्हें बधाई और शुभकामनाएं दी।   सारंगढ़ के खेलभांठा स्टेडिमय में आयोजित इस क्रिकेट प्रतियोगिता में अन्य राज्यों की टीम ने भी भाग लिया। फाइनल मुकाबला सारंगढ़ और सम्बलपुर (उड़िसा) के बीच खेला गया। इस कड़े मुकाबला में संबलपुर की टीम विजयी रही। विजेता टीम को ट्राफी के साथ एक लाख 11 हजार रूपए एवं उपविजेता टीम को  55 हजार 500 रूपए एवं ट्राफी खेल मंत्री श्री उमेश पटेल के हाथों प्रदान की गई। सफल आयोजन के लिए खेल मंत्री श्री पटेल ने आयोजकों सहित सभी खिलाड़ियों को बधाई दी है। ज्ञात हो कि यह टेनिस बाल क्रिकेट प्रतियोगिता खेलभांठा स्टेडियम में विगत 18 बर्षों से चली आ रही है।
सौर सुजला योजना से किसानों के जीवन में आ रहा बदलाव

सौर सुजला योजना से किसानों के जीवन में आ रहा बदलाव

05-Mar-2022
नारायणपुर जिले की कृषि और ग्रामीण विकास को मजबूत करती शासन की सौर सुजला  सौर सुजला योजना से किसानों के जीवन में आ रहा बदलाव सौर सुजला योजना से आदिवासी अंचल में रहने वाले लोगो के जीवन मे बदलाव नज़र आ रहा है। पहुंचविहीन एवं अविद्युतीकृत क्षेत्रों में सौर सुजला योजना के माध्यम से सिंचाई की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। किसानों के खेत लहराने लगे। इससे किसानों को फसलों की सिंचाई के लिए  समय पर ही पर्याप्त पानी उपलब्ध हो रहा है। किसानों की पैदावार में बढ़ोत्तरी हो रही है और उनकी आय भी बढ़ रही है। इस योजना के माध्यम से जिले में वित्तीय वर्ष नारायणपुर जिले में सौर सुजला योजना अंतर्गत वर्ष 2016-17 से 2020-21 तक कुल 2623 सिंचाई सोलर पंपों का स्थापना कार्य किया गया है तथा वर्ष 2021-22 हेतु 600 सिंचाई सोलर पंपों का लक्ष्य प्राप्त है, जिसमें से 202 हितग्राहियों के खेतों में सोलर पंप स्थापना कार्य पूर्ण कर ली गई है। उक्त सिंचाई सोलर पंपों की स्थापना से ग्रामीण क्षेत्रों के किसानो को दोहरा फसल (साग-सब्जी इत्यादि) लेने में सुविधा हो रही है। साथ ही किसानों की आमदनी में निरंतर बढ़ोतरी हो रही है।  सोलर पंप की स्थापना से पहले किसान केवल खरीफ की फसल ले पाते थे। अब  पंप लग जाने के बाद वर्ष में दो से तीन फसल आसानी से लेने लगे है। इस योजना से कृषक काफी लाभान्वित हुए हैं एवं अनुसूचित क्षेत्र के बाहुल्य ग्रामों के ग्रामीणों को आर्थिक लाभ मिल रहा है। इससे कृषि और ग्रामीण विकास को मजबूती मिल रही है। अब किसानों को सिंचाई के लिए परेशान नहीं होना पड़ता।
राज्य सरकार के प्रस्ताव पर मिली मंजूरी

राज्य सरकार के प्रस्ताव पर मिली मंजूरी

05-Mar-2022
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा खेलों को बढ़ावा देने की पहल को मिली बड़ी सफलता भारतीय खेल प्राधिकरण ने छत्तीसगढ़ में दी 07 खेलो इंडिया सेंटर की मंजूरी राज्य सरकार के प्रस्ताव पर मिली मंजूरी आर्चरी और हॉकी के लिए दो-दो केन्द्रों, वॉलीबाल, मलखम्ब और फुटबाल के लिए एक-एक केन्द्र की मंजूरी छत्तीसगढ़ के खिलाड़ियों को राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर के कोचों से मिलेगा प्रशिक्षण मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा छत्तीसगढ़ में खेलों को बढ़ावा देने के प्रयासों को एक बड़ी सफलता मिली है। मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार छत्तीसगढ़ के खेल एवं युवा कल्याण विभाग के प्रस्ताव पर भारतीय खेल प्राधिकरण द्वारा छत्तीसगढ़ में खेलो इंडिया स्कीम के तहत सात खेलो इंडिया केन्द्रों की स्थापना की मंजूरी दी गई है। ये सातों केन्द्र अलग-अलग जिलों में एक-एक खेल के लिए खोले जाएंगे। भारतीय खेल प्राधिकरण द्वारा आर्चरी और हॉकी के लिए दो-दो केन्द्रों, वॉलीबाल, मलखम्ब और फुटबाल के लिए एक-एक केन्द्र की मंजूरी दी गई है। इन केन्द्रों में संबंधित खेलों के छत्तीसगढ़ के खिलाड़ियों का चयन कर राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर के कोचों के द्वारा प्रशिक्षण दिया जाएगा। इन केन्द्रों की स्थापना के लिए भारतीय खेल प्राधिकरण वित्तीय सहायता भी प्रदान करेगा। मुख्यमंत्री ने छत्तीसगढ़ में सात खेलो इंडिया केन्द्र की मंजूरी मिलने पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा है कि छत्तीसगढ़ के खिलाड़ियों को अपनी खेल प्रतिभा को निखारने का अच्छा मौका मिलेगा। आने वाले समय में ये खिलाड़ी राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रदेश और देश का नाम रौशन करेंगे। उन्होंने कहा कि यह ‘खेलबो जीतबो गढ़बो नवा छत्तीसगढ़’ की परिकल्पना को साकार करने में एक और सार्थक कदम सिद्ध हुआ है। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के निर्देश पर खेल संचालनालय ने विभिन्न खेलों की खेलो इण्डिया सेंटर प्रारंभ करने का प्रस्ताव भारतीय खेल प्राधिकरण को भेजा गया था, जिसमें से शिवतराई बिलासपुर में तीरंदाजी सेंटर, बीजापुर में तीरंदाजी सेंटर, राजनांदगांव में हॉकी सेंटर, जशपुर में हॉकी सेंटर, गरियाबंद में व्हॉलीबॉल सेंटर, नारायणपुर में मलखम्भ सेंटर और सरगुजा में फुटबॉल खेल की खेलो इण्डिया सेंटर प्रारंभ करने की स्वीकृति भारतीय खेल प्राधिकरण से प्राप्त की गई है। छत्तीसगढ़ राज्य में खेलों का प्रशिक्षण अब और मजबूत होगा। इन सभी खेलो इण्डिया सेंटर्स को प्रारंभ करते हुए खेल संचालनालय द्वारा लगातार इन सेंटर्स की मॉनिटरिंग की जाएगी। प्रत्येक खेल के स्थानीय सीनियर खिलाड़ियों को सेंटर से जोड़ा जाएगा, उन्हें प्रशिक्षक के रूप में कार्य करने के लिए मानदेय भी दी जाएगी। सभी खेलो इण्डिया सेंटर्स में बालक एवं बालिका खिलाड़ियों का बराबर प्रतिनिधित्व भी सुनिश्चित की जाएगी। इन सेंटर्स को भारतीय खेल प्राधिकरण के पोर्टल में पंजीकृत किया जाएगा। यह पहला अवसर है कि छत्तीसगढ़ के खिलाड़ियों के लिए राज्य गठन के बाद से बड़े अवसर सृजित किया गया है। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने बीजापुर अकादमी का दौरा कर वहां तीरंदाजी सेंटर प्रारंभ करने का वादा खिलाड़ियों से किया गया था, इसी प्रकार शिवतराई बिलासपुर में स्थानीय बच्चों की तीरंदाजी खेल में रूचि और प्रतिभा को देखते हुए मुख्यमंत्री जी ने इसे राज्य स्तर पर खेल अकादमी का दर्जा दिलाने की बात कही थी, जिसे साकार कर लिया गया है। राजनांदगांव और जशपुर प्रारंभ से ही हॉकी की नर्सरी के रूप में विख्यात है, इन शहरों ने हॉकी के कई खिलाड़ी दिए हैं, अब नई पीढ़ी को बेहतर प्रशिक्षण देकर उन्हें एक नया अवसर प्रदान किया गया। बस्तर क्षेत्र अब तक खेलों में उपेक्षित रहा था, इन क्षेत्रो में मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के निर्देश पर बस्तर में भी खेलों के विकास के लिए विशेष प्रयास किये जा रहे हैं, खेलो इण्डिया सेंटर की स्वीकृति इसका उदाहरण है। नारायणपुर में मलखम्भ की विशेष प्रतिभाओं के देखकर मुख्यमंत्री जी ने इन्हें अकादमी देने की घोषणा की थी, जिसे आज पूरा किया गया है। सरगुजा में फुटबॉल के खिलाड़ियों के लिए एक नया अवसर सृजित कर खिलाड़ियों को सौंगात दी गई है। खेल एवं युवा कल्याण विभाग के द्वारा लगातार खिलाड़ियों के लिए नित्य नये अवसर गढ़े जा रहे हैं। आने वाले समय में राज्य के खिलाड़ी राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर राज्य का नाम रौशन करेंगे।
 केन्द्र ने फिर की तारीफ

केन्द्र ने फिर की तारीफ

05-Mar-2022
आत्मनिर्भर होती आकांक्षी जिलों की महिलाएं : केन्द्र ने फिर की तारीफ नीति आयोग ने बस्तर फूड फर्म और दंतेवाड़ा में महुआ से खाद्य पदार्थाें के उत्पादन को सराहा आकांक्षी जिलों में की गई पहल का आयोग ने अपने ट्वीटर में किया उल्लेख नीति आयोग ने बस्तर फूड फर्म और दंतेवाड़ा में महुआ से खाद्य पदार्थाें के उत्पादन को सराहा नीति आयोग ने आकांक्षी जिले बस्तर में आदिवासी महिलाओं द्वारा संचालित वनोपज आधारित बस्तर फूड फर्म और आकांक्षी जिले दंतेवाड़ा में महुआ से विभिन्न खाद्य उत्पाद तैयार करने की पहल की सराहना करते हुए दो अलग-अलग ट्वीट किए हैं। नीति आयोग ने जनजातीय अर्थव्यवस्था में महुआ के महत्व और बस्तर जिले में शुरू की गई बस्तर फूड फर्म पर ट्वीट किया है। महुआ के महत्व को रेखांकित करते हुए नीति आयोग द्वारा ट्वीट किया गया है- क्या आप जानते है, आंकाक्षी जिले दंतेवाड़ा में, महुआ जनजातीय अर्थव्यवस्था का अभिन्न अंग है? इस ट्वीट में लिखा है कि महुआ पोषण और औषधीय गुणों से भरपूर एक मीठा फूल है। छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले में महुआ से लड्डू, चाय, जैम, जेली और कुकीज जैसे विभिन्न खाद्य पदार्थ बनाए जा रहे हैं। इस ट्वीट में हाईजीन के मापदंडों के साथ किचन में महुआ के उत्पाद तैयार करती महिलाओं और महुआ लड्डू का चित्र दर्शाया गया है। इसी तरह नीति आयोग ने बस्तर जिले में शुरू की गई वनोपजों पर आधारित बस्तर फूड फर्म में खाद्य पदार्थ तैयार करती महिलाओं का चित्र प्रदर्शित करते ट्वीट में लिखा है कि आकांक्षी जिले बस्तर में बस्तर फूड फर्म का लक्ष्य लोगों को वनों से मिलने वाले खाद्य पदार्थाें से स्वास्थ्य को होने वाले लाभों के प्रति जागरूक करना है। बस्तर फूड फर्म से आदिवासी समुदाय के लिए आजीविका के अवसर मिल रहे हैं और महिला सशक्तिकरण के जरिए महिलाएं आत्मनिर्भर हो रही हैं
39 छात्र-छात्राओं की सकुशल वापसी

39 छात्र-छात्राओं की सकुशल वापसी

03-Mar-2022
यूक्रेन से छत्तीसगढ़ के 39 छात्र-छात्राओं की सकुशल वापसी मुख्यमंत्री के निर्देश पर इन छात्र-छात्राओं को वाहन, ठहरने, भोजन की सुविधा उपलब्ध करायी गयी गृह नगर जाने के लिए एयर टिकट कराकर उनके परिजनों को सकुशल सौंपा गया मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा यूक्रेन संकट के दौरान छत्तीसगढ़ के नागरिकों की सहायता हेतु नई दिल्ली में सहायता केन्द्र बनाया गया है। इस केन्द्र से प्राप्त जानकारी के अनुसार 27 फरवरी से आज 2 मार्च को शाम 5 बजे तक छत्तीसगढ़ के 39 छात्र-छात्राओं की सुरक्षित वापसी हो चुकी है। मुख्यमंत्री के निर्देश पर इन छात्र-छात्राओं को वाहन, ठहरने, भोजन की सुविधा उपलब्ध करायी गयी, इसके साथ ही इन छात्र-छात्राओं को अपने गृह नगर जाने के लिए एयर टिकट कराकर उनके परिजनों को सकुशल सौंपा जा चुका है। नई दिल्ली स्थित छत्तीसगढ़ भवन के संयुक्त आवासीय आयुक्त श्री संजय अवस्थी से प्राप्त जानकारी के अनुसार नई दिल्ली में बनाये गए इस सहायता केन्द्र में 22 फरवरी 2022 से निरंतर दूरभाष पर यूक्रेन में फंसे छत्तीसगढ़ के 134 छात्र-छात्राओं तथा उनके परिजनों से लगातार सतत् संपर्क बना हुआ है।
सियान जतन क्लीनिक

सियान जतन क्लीनिक

03-Mar-2022
स्वास्थ्य विभाग ने रायपुर में लगाया सियान जतन क्लीनिक 36 जरूरतमंद मरीजों को वॉकिंग स्टीक व 7 मरीजों को हियरिंग एड का वितरण 60 वर्ष से अधिक आयु के 911 वृद्धजनों का निःशुल्क उपचार 6 स्वास्थ्य केन्द्रों में लगभग एक हजार से अधिक ने कराया स्वास्थ्य परीक्षण शिविर में 45 मरीज मोतियाबिंद से पीड़ित मिले    
लोकार्पण-भूमिपूजन

लोकार्पण-भूमिपूजन

03-Mar-2022
मंत्री अनिला भेंडिया ने ग्राम सुवरबोड़ और भैंसबोड़ में विभिन्न कार्यों का लोकार्पण-भूमिपूजन किया प्रदेश की महिला एंव बाल विकास तथा समाज कल्याण मंत्री श्रीमती अनिला भेंडिया आज बालोद जिले के डौण्डी विकासखण्ड के ग्राम सुवरबोड़ और ग्राम भैंसबोड़ में विभिन्न कार्यों का लोकार्पण-भूमिपूजन किया। मंत्री श्रीमती भेंडिया ने ग्राम सुवरबोड़ में शासकीय प्राथमिक शाला में अतिरिक्त कक्ष निर्माण कार्य का भूमिपूजन किया। उन्होंने ग्राम सुवरबोड़ में ही उप स्वास्थ्य केन्द्र भवन का उन्नयन एवं ब्रांडिंग कार्य तथा पाईप लाईन विस्तार कार्य का लोकार्पण किया। ग्रामीणों की मांग पर ग्राम सुवरबोड़ में मंगल भवन निर्माण की घोषणा की। मंत्री  भेंडिया ने ग्राम भैंसबोड़ में शहीद गैंदसिंह की प्रतिमा का अनावरण किया। उन्होंने उनकी प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर उन्हें नमन किया। ग्रामीणों की मांग पर ग्राम भैंसबोड़ में सीसीरोड निर्माण की घोषणा की। मंत्री श्रीमती भेंडिया ने लोकार्पण, भूमिपूजन कार्यक्रम के अवसर पर उपस्थित ग्रामीणों को सम्बोधित करते हुए शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं की विस्तारपूर्वक जानकारी दी और उसका लाभ उठाने प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा वन क्षेत्र के निवासियों के हित को ध्यान में रखते हुए 61 लघु वनोपजों की खरीदी समर्थन मूल्य पर की जा रही है, उसका लाभ उठाएं। उन्होंने ग्रामीणों से कहा कि वे धान के अतिरिक्त दलहन-तिलहन फसल लें। भांठा, टिकरा जमीन पर कोदो, कुटकी, रागी आदि फसल लेकर अपनी आमदनी में बढ़ोत्तरी करें। उन्होंने कहा कि राज्य शासन द्वारा राजीव गांधी ग्रामीण भूमिहीन कृषि मजदूर न्याय योजना शुरू किया गया है। इस योजना के अंतर्गत पात्र हितग्राहियों को लाभ मिलना शुरू हो गया है। मंत्री श्रीमती भेंडिया ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में समाज के सभी वर्गों की बेहतरी के लिए लगातार कार्य किया जा रहा है। इस अवसर पर क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों सहित गणमान्य नागरिक श्री अनिल लोढ़ा,  हस्तीमल सांखला, गुलाबचंद जैन, पूर्व जनपद सदस्य  अनिल सुथार आदि मौजूद थे