प्रदेश में अब तक 4 करोड़ 80 लाख 52 हज़ार 890  कोविड के टीके

प्रदेश में अब तक 4 करोड़ 80 लाख 52 हज़ार 890  कोविड के टीके

04-Sep-2022
प्रदेश में अब तक 4 करोड़ 80 लाख 52 हज़ार 890  कोविड के टीके लगाए गए कोविड वैक्सीनेशन अमृत महोत्सव के अंतर्गत 18 से 59 वर्ष के व्यक्तियों को भी लगाया जा रहा निःशुल्क प्रिकॉशन डोज 30 सितम्बर तक सभी सरकारी कोविड टीकाकरण केंद्रों में निःशुल्क लगाया जाएगा  छत्तीसगढ़ में कोरोना टीकाकरण का आंकड़ा चार करोड़ 80 लाख को पार कर गया है। कोविड-19 से बचाव के लिए प्रदेश भर में अब तक कुल चार करोड़ 80 लाख 52 हजार 890 टीके लगाए गए हैं। इनमें से दो करोड़ 23 लाख 77 हजार 532 टीके प्रथम डोज के रूप में, दो करोड़  22 हजार 438 द्वितीय डोज के रूप में और 56 लाख 52 हजार 920 टीके प्रिकॉशन डोज के तौर पर लगाए गए हैं। प्रदेश में 18 वर्ष से अधिक की 93 प्रतिशत आबादी को कोरोना से बचाव का दोनों टीका लगाया जा चुका है। वहीं 15 वर्ष से 18 वर्ष के 61 प्रतिशत किशोरों को इसका दोनों टीका लगाया जा चुका है। प्रदेश में 12 वर्ष से 14 वर्ष के 6 लाख 78 हजार 985 बच्चों को भी दोनों टीका लगाया जा चुका है। राज्य में 18 वर्ष से अधिक के एक करोड़ 83 लाख 47 हजार 533 नागरिकों और 15 वर्ष से 18 वर्ष के 9 लाख 95 हजार 920 किशोरों को कोरोना से बचाव के लिए टीके की दोनों खुराकें दी जा चुकी हैं। कोरोना वैक्सीन के दूसरे टीके के 6 माह बाद लगवा सकते हैं बूस्टर डोज देश की आजादी की 75वीं वर्षगांठ पर 75 दिनों तक चलने वाले कोविड वैक्सीनेशन अमृत महोत्सव के तहत आगामी 30 सितम्बर तक 18 वर्ष से 59 वर्ष के लोगों को कोविड वैक्सीन का बूस्टर डोज लगाया जा रहा है। प्रदेश में इस अभियान के अंतर्गत 18 साल से अधिक उम्र के एक करोड़ 70 लाख पात्र लोगों को निःशुल्क प्रिकॉशन डोज लगाने का लक्ष्य रखा गया है।कोरोना टीकाकरण के राज्य नोडल अधिकारी और राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के संचालक श्री भोसकर विलास संदिपान  ने बताया कि अमृत महोत्सव के तहत प्रिकॉशन डोज की निःशुल्क सुविधा दी जा रही है। ऐसे लोग जिन्हें कोविड वैक्सीन का दूसरा टीका लगाए छह माह या 26 सप्ताह पूर्ण हो चुके हैं, वे इन केन्द्रों पर जाकर निःशुल्क बूस्टर डोज लगवा सकते हैं। कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए सभी शासकीय अस्पतालों के साथ-साथ चिन्हांकित स्थलों पर कोविड वैक्सीन की बूस्टर डोज़ निःशुल्क लगाई जा रही है।टीकाकरण संबंधी किसी भी तरह की जानकारी के लिए निःशुल्क टोल फ्री नंबर 104 पर संपर्क कर सकते हैं।स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए सभी पात्र लोगों से प्रिकॉशन डोज अवश्य लगवाने की अपील की है।
छत्तीसगढ़ की पहली कला वीथिका

छत्तीसगढ़ की पहली कला वीथिका

04-Sep-2022
छत्तीसगढ़ की पहली कला वीथिका देखकर अभिभूत हुए मुख्यमंत्री, कहा छत्तीसगढ़ी कला को सुंदर अभिव्यक्ति मिली -सोनाबाई रजवार कलवीथिका का मुख्यमंत्री ने किया लोकार्पण मुख्यमंत्री भूपेश बघेल आज छत्तीसगढ़ की सबसे बड़ी कला वीथिका सोनाबाई रजवार कला वीथिका के लोकार्पण के मौके पर पहुंचे। मुख्यमंत्री ने इस दौरान यहां प्रदर्शित की गई कलाकृतियां देखी। मुख्यमंत्री ने कला वीथिका में छत्तीसगढ़ की संस्कृति के प्रदर्शन पर विशेष रूप से खुशी जताई। उन्होंने कहा कि आप लोगों ने कला वीथिका में छत्तीसगढ़ की सुंदर परंपरा दिखाई है। छत्तीसगढ़ कला के क्षेत्र में बेहद समृद्ध रहा है चाहे सरगुजा की कला हो या बस्तर की कला, हमारी कला शानदार रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि आप लोगों ने यहां ग्राफिक डिजाइन विभाग में छत्तीसगढ़ी परिधानों और ज्वैलरी को जिस तरह से प्रस्तुत करने का कार्य किया है वह बहुत अच्छा है, इसमें आगे काफी गुंजाइश है। मुख्यमंत्री विशेष रुप से बस्तर की कलाकार छात्रा मुस्कान पारख से प्रभावित हुए, मुस्कान ने चटाई में घोटुल का चित्र बनाया था। मुख्यमंत्री को इंदिरा कला एवं संगीत विश्वविद्यालय की कुलपति श्रीमती मोक्षदा चंद्राकर ने बताया कि यह कलाकृति बस्तर में बस्तर में घोटुल की परंपरा से प्रेरित है और इसमें एक छोटे से चित्र के माध्यम से बस्तर की सुंदर और समृद्ध लोक जीवन को दिखाया गया है। उल्लेखनीय है कि मुस्कान ने चटाई में आदिवासी लोक कला का प्रदर्शन किया है और घोटुल को दिखाया है। इसमें उन्होंने बताया है कि किस प्रकार बस्तर में घोटुल में अपने प्रियजनों को डिज़ाइनर कंघी देने की परंपरा थी। जिस तरह अभी के समय में प्रियजनों का गुलाब देकर स्वागत करते हैं। जितनी सुंदर कंघी होगी प्रियजन को यह उपहार इतना ही पसंद आएगा। उल्लेखनीय है कि स्वर्गीय श्रीमती सोनाबाई रजवार छत्तीसगढ़ की प्रसिद्ध लोककलाकार थीं। भारत भवन के लिए जब प्रख्यात चित्रकार स्वामीनाथन सुंदर कलाकृतियों का संग्रह कर रहे थे तब वे स्वयं सोनाबाई से मिलने आये। सोनाबाई का अधिकांश समय घर आंगन में ही गुजरा और इस दुनिया का सूक्ष्म अवलोकन कर उन्होंने चित्र में उतार दिया। आज प्रदेश की सबसे बड़ी कला गैलरी का नाम उनके नाम पर रखकर कला जगत की इस विभूति का बड़ा सम्मान हुआ है।
छत्तीसगढ़ में अब 31 जिले

छत्तीसगढ़ में अब 31 जिले

04-Sep-2022
प्रदेश में नवगठित तीन जिले 29वां जिला मोहला-मानपुर-चौकी, 30वां जिला सारंगढ़-बिलाईगढ़ और 31 वां जिला बना खैरागढ़-छुईखदान-गंडई: खुले संभावनाओं के नए रास्ते मुख्यमंत्री  भूपेश बघेल ने किया नये जिलों का शुभारंभ मुख्यंत्री श्री बघेल ने जिलेवासियों को दी 1037.37 करोड़ रूपए के विकास कार्यों की सौगात नवगठित जिलों में मुख्यमंत्री का भव्य और आत्मीय स्वागत: क्षेत्रवासियों में दिखा अपार उत्साह, रोड शो में उमड़ी भीड़ जिला बनने पर क्षेत्रवासियों ने मुख्यमंत्री के प्रति जताया आभार नवगठित जिलों में लोगों तक बढ़ेगी प्रशासनिक पहुंच, विकास कार्यों को मिलेगी गति, आखरी गांव में रह रहे व्यक्ति को मिलेगा लाभ     छत्तीसगढ़ में नवगठित तीन जिलों के शुभारंभ के साथ अब 31 जिले हो गए हैं। मुख्यमंत्री  भूपेश बघेल द्वारा 2 सितम्बर को 29वें जिले मोहला-मानपुर-चौकी और 3 सितम्बर को दो और नये जिले सारंगढ़-बिलाईगढ़ और खैरागढ़-छुईखदान-गंडई के शुभारंभ करने के साथ तीन नए जिले अस्तित्व में आ गए। इसके साथ ही सारंगढ़-बिलाईगढ़ राज्य का 30 वां और खैरागढ़-छुईखदान-गंडई 31वां जिला बन गया। छत्तीसगढ़ राज्य के लिए यह बेहद महत्वपूर्ण उपलब्धि है कि दो दिनों के अंतराल में तीन नये जिलों की सौगात जनता को मिली है। नवगठित जिलों के शुभारंभ अवसर पर वहां के क्षेत्रवासियों के चेहरे पर अपनी बरसों पुरानी मांग के पूरा होने का उत्साह और हर्ष स्वाभाविक रूप से दिखाई दिया। इन नये जिलों के बन जाने से शासन-प्रशासन की लोगों तक पहुंच और मजबूत होगी, जिससे इन क्षेत्रों में विकास कार्यों को तीव्र गति मिलेगी। गौरतलब है कि मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने 15 अगस्त 2021 को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर प्रशासनिक कार्यों में कसावट लाने एवं आम जनता को सहूलियत पहुंचाने के उद्देश्य से नए जिलों के गठन की घोषणा की थी। अब जिलों के शुभारंभ के साथ ही मुख्यमंत्री श्री बघेल ने छत्तीसगढ़ बनने के बाद से इन क्षेत्रों के निवासियों की बरसों पुरानी मांग और सपने को साकार कर दिया है। रैली निकाली और स्कूली बच्चों ने लोकनृत्य किया। मुख्यमंत्री के रोड शो के दौरान उनके स्वागत में सड़क के दोनों ओर लोगों की लंबी कतारें देखने को मिली। विभिन्न संगठनों द्वारा मुख्यमंत्री को पारंपरिक छत्तीसगढ़ी व्यंजनो और फलों से भी तौला गया। मुख्यमंत्री ने नये जिलों के शुभारंभ पर जिलावासियों को बधाई और शुभकामनाएं दी। मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि नये जिले के गठन के निर्णय से अभूतपूर्व खुशी मुझे दिखी। रोड शो में जो भीड़ दिखी, उससे स्पष्ट है कि लोगों के लाभ के लिए कितना बड़ा फैसला लिया गया। उन्होंने आगे कहा कि ‘छत्तीसगढ़ महतारी के कोरा में नवा जिला जुड़ गे हे’। लोगों की मुश्किल कम हो गई। पुरखों के देखे सपने सच हो रहे हैं।      मुख्यमंत्री  भूपेश बघेल ने मोहला, सारंगढ़ और खैरागढ़ में आयोजित कार्यक्रम के दौरान नवगठित जिलों के शुभारंभ के साथ क्षेत्रवासियों को 1037.37 करोड़ रूपए के कई विकास कार्याें की सौगात दी। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने मोहला-मानपुर-अम्बागढ़ चौकी में 106 करोड़ रूपए के विकास कार्यों का भूमिपूजन एवं लोकार्पण किया वहीं सारंगढ़ और खैरागढ़ में विकास एवं निर्माण कार्यों के लिए 931 करोड़ 37 लाख रूपए की सौगात दी। उन्होंने सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिले के शुभारंभ अवसर पर 512.29 करोड़ के विकास कार्याे का भूमिपूजन एवं 54.52 करोड़ के विकास कार्याे का लोकार्पण किया, जबकि खैरागढ़-छुईखदान-गंडई जिले के शुभारंभ कार्यक्रम में 364 करोड़ 56 लाख रूपए के विकास कार्याे की सौगात के साथ ही 213 हितग्राहियों को शासन की विभिन्न योजनाओं के अंतर्गत 37 लाख 48 हजार रूपए की सामग्री एवं अनुदान सहायता राशि प्रदान की। नवगठित जिले मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी जिला राजनांदगांव जिले से अलग होकर एक नये प्रशासनिक इकाई के रूप में पहचान बनाने जा रहा है। इस जिले की भौगोलिक सीमाएं उत्तर में जिला राजनांदगांव के तहसील छुरिया, दक्षिण में तहसील दुर्गकोंदल, पखांजुर जिला कांकेर, पूर्व में तहसील डौंडी, डौंडी लोहारा जिला बालोद एवं पश्चित में महाराष्ट्र की सीमा से लगी हुई है। नवीन जिला मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी दुर्ग संभाग के अंतर्गत होगा। नवीन गठित इस जिले में तहसीलों की संख्या 3 है जिसमें अम्बागढ़ चौकी, मोहला एवं मानपुर है। विकासखण्ड एवं जनपद पंचायत - अम्बागढ़ चौकी, मोहला एवं मानपुर है।      नवीन जिले में कुल ग्रामों की संख्या 499 है। भौगोलिक क्षेत्रफल 2 लाख 14 हजार 667 हेक्टयर है। यहां कि कुल जनसंख्या 2 लाख 83 हजार 947 है जिसमें अनुसुचित जनजाति की कुल जनसंख्या 1 लाख 79 हजार 662 जो जिले कि कुल जनसंख्या का 63.27 प्रतिशत है। जिले में राजस्व निरीक्षक मंडल की संख्या 13 है, कुल पटवारी हल्का नम्बर 89 है, ग्राम पंचायत की संख्या 185 है। जिला मोहला-मानुपर-चौकी में थानों की कुल संख्या 9 है। विधानसभा क्षेत्र 2 तथा कुल मतदान केन्द्र संख्या 497 है। राजनांदगांव जिले से अम्बागढ़ चौकी की दूरी 50 किलो मीटर, मोहला की दूरी 75 किलो मीटर, मानपुर की दूरी 100 किलो मीटर है। यह क्षेत्र लंबे समय तक नक्सल गतिविधियों से प्रभावित रहा है। नया जिला बन जाने से शासन-प्रशासन इन क्षेत्रों में और नवगठित जिला सारंगढ़-बिलाईगढ़ का जिला मुख्यालय सारंगढ़, रायगढ़ से रायपुर राष्ट्रीय राज्य मार्ग क्रमांक 200 पर स्थित है। यहां रियासत कालीन समय से हवाई पट्टी स्थित है। जिला मुख्यालय सारंगढ़ छत्तीसगढ़ गठन के पूर्व से तहसील मुख्यालय एवं अनुविभागीय अधिकारी राजस्व मुख्यालय है। ज्ञात हो कि बिलासपुर संभाग के अंतर्गत आने वाले जिला रायगढ़ के उप खण्ड सारंगढ़, तहसील सारंगढ़ एवं बरमकेला तथा रायपुर संभाग के अंतर्गत आने वाले जिला बलौदाबाजार-भाटापारा के उप खण्ड-बिलाईगढ़ तथा तहसील बिलाईगढ़ को शामिल करते हुए नये जिले सारंगढ़-बिलाईगढ़ का गठन किया गया है, जिसमें तीन तहसील सारंगढ़, बरमकेला एवं बिलाईगढ़ एवं उप तहसील कोसीर तथा भटगांव शामिल होंगे। नवगठित जिले में तीन जनपद पंचायत सारंगढ़, बरमकेला व बिलाईगढ़ शामिल हैं। इस नवगठित जिलेे की सीमाएं उत्तर में रायगढ़, दक्षिण में महासमुंद जिले तथा पूर्व में उड़ीसा के बरगढ़ और पश्चिम में बलौदा बाजार तथा उत्तर-पश्चिम में जांजगीर-चाम्पा जिले से लगी हुई है। नवगठित जिले में रामनामी समुदाय के लोग बड़ी संख्या में निवास करते हैं। महानदी सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिले की मुख्य नदी है। वहीं जिले के सारंगढ़- तहसील में स्थित गोमर्डा अभ्यारण्य सैलानियों को सहज ही अपनी ओर आकर्षित कर लेता है। सारंगढ़ का दशहरा-उत्सव बस्तर-दशहरा की भांति बहुत प्रसिद्व है।         वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार यहां की कुल जनसंख्या 6 लाख 17 हजार 252 है। 759 ग्राम, 349 ग्राम पंचायत, 5 नगरीय निकाय है। जिसके अंतर्गत 20 राजस्व निरीक्षक मंडल शामिल है जिनमें सारंगढ़, हरदी, सालर, कोसीर, छिंद, गोड़म, उलखर, बरमकेला, गोबरसिंघा, देवगांव, डोंगरीपाली, सरिया, बिलाईगढ़, पवनी, गोविंदवन, जमगहन, भटगांव, गिरसा, बिलासपुर एवं सरसीवा शामिल है। जिसका कुल राजस्व क्षेत्रफल 01 लाख 65 हजार 14 है एवं 2518 राजस्व प्रकरण की संख्या है। वर्तमान में नवीन जिला सारंगढ़-बिलाईगढ़ में 1406 स्कूल, 7 कालेज, 33 बैंक, 3 परियोजना, 141 स्वास्थ्य केन्द्र, 10 थाना एवं 2 चौकी स्थापित है। नवगठित खैरागढ़-छुईखदान-गण्डई दुर्ग संभाग के अंतर्गत इसकी जनसंख्या 3 लाख 68 हजार 444 है। कुल ग्रामों की संख्या 494 तथा 3 नगरीय निकाय हैं। दो उप खण्ड खैरागढ़ एवं गण्डई-छुईखदान होंगे। तीन तहसील गण्डई, छुईखदान, खैरागढ़ होंगे, वहीं 2 विकासखण्ड छुईखदान एवं खैरागढ़, 16 राजस्व निरीक्षक मंडल होंगे। इस नवीन जिले में 107 पटवारी हल्का, 221 ग्राम पंचायतें है। इस नवीन जिले के उत्तर में कबीरधाम जिला, दक्षिण में तहसील डोंगरगढ़, तहसील राजनांदगांव, पूर्व में तहसील साजा एवं धमधा और पश्चिम में तहसील लांजी जिला- बालाघाट (मध्यप्रदेश) की सीमाएं लगी है। खनिज और संसाधनों से समृद्धि होने से जिला बनने से यहां औद्योगिक विकास को गति मिलेगी।  नया जिला बन जाने से नागरिकों को काफी राहत मिलेगी और कई महत्वपूर्ण कार्य आसानी से होंगे। प्रशासनिक विकेन्द्रीकरण होने का फायदा आम जनता को मिलेगा। बुनियादी सुविधाएं शिक्षा, स्वास्थ्य, पेयजल, खाद्यान्न लोगों तक आसानी से उपलब्ध होगी और सुविधाओं का विस्तार होगा। वहीं शासन की लोककल्याणकारी योजनाओं का क्रियान्वयन दूरस्थ अंचलों तक आसानी होगा। रोड कनेक्टिविटी, पुल-पुलिया के निर्माण से सुदूर वनांचल के क्षेत्रों में आवागमन की सुविधा बढ़ेगी। नया जिला गढ़ने से आने वाले वर्षों में इसके सुखद परिणाम मिलेंगे।
मुख्यमंत्री बघेल ने सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिले का किया शुभारंभ

मुख्यमंत्री बघेल ने सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिले का किया शुभारंभ

04-Sep-2022
पौने चार साल में 6 नए जिले बने, जनता और प्रशासन के बीच की दूरी हुई कम: मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल 72 साल पुराना सपना हुआ साकार   मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने आज सारंगढ़ के खेल भांठा मैदान में आयोजित विशाल समारोह में राज्य के 30 वें जिला सारंगढ़ बिलाईगढ का शुभारंभ किया। उन्होंने नए जिले में बुनियादी सुविधाओं के विकास के लिए 540 करोड़ रुपए के विकास कार्यों की सौगात भी दी। उन्होंने सारंगढ़ बिलाईगढ़ के नए जिले के रूप में अस्तित्व में आने पर बधाई एवं शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि प्रशासन और जनता के बीच दूरी कम करने के लिए पिछले 4 साल में 6 नए जिले बनाए हैं। इससे जनता को काफी सुविधा मिलेगी।  मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर  नए जिलों में बुनियादी सुविधाओं के लिए 540 करोड़ रुपए के विकास कार्यों की सौगात दी। श्री बघेल ने कहा की 72 साल के लगातार संघर्ष के बाद सारंगढ़ अलग जिला बन पाया है। जिले के निर्माण के संघर्ष में कई पीढ़ियांे ने योगदान दिया। उन्होंने कहा कि सारंगढ़ को जिला बनाने में बिलाईगढ का महत्वपूर्ण सहयोग रहा है। बिलाईगढ वासियों की सहमति से ही सारंगढ़ जिला बन पाया है। श्री बघेल ने कहा कि सारंगढ़ शुरू से मानव जाति की सभ्यता का केंद्र रहा है। कई शक्तिपीठों के साथ ही बाबा घासीदास जी के प्रति आस्था रखने वालों की बहुलता है। सारंगढ़ का दशहरा उत्सव भी बस्तर दशहरा की तरह विख्यात है। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा की कलेक्टर एसपी के बाद अन्य जिला स्तरीय कार्यालय भी जल्द खुलेंगे। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने कहा की पिछले 4 सालों में प्रदेश में सर्वांगीण विकास के काम हुए हैं। धान खरीदी के संबंध में की गई घोषणा पर हम अटल है। हर साल खरीदी मूल्य बढ़ा रहे हैं। उन्होंने कहा कि गत 4 साल में धान बेचने वाले किसानों की संख्या 11 लाख बढ़ी है। अब लगभग 26 लाख किसान धान बेच रहे हैं। सरकार की नीति से सभी किसान एवं ग्रामीण खुश हैं। खेतों में फसल लहलहा रही है। मुख्यमंत्री ने बताया कि अब तक 150 करोड़ रुपए की गोबर खरीदी की जा चुकी है। गोबर के बाद अब गोमूत्र की खरीदी भी गोठानो से हो चुकी है। इन सबके असर से जैविक खेती को बढ़ावा मिल रहा है। तेंदूपत्ता की 4 हजार  प्रति मानक बोरे में खरीदी के साथ ही 65 प्रकार के लघु वनोपजों की सरकारी खरीदी की जा रही है। छत्तीसगढ़ में पिछले 4 सालों में रोजगार के अवसर बढे हैं। गोठान रोजगार के महत्वपूर्ण केंद्र बने हैं। इन सबके परिणाम स्वरूप छत्तीसगढ़ देश में सबसे कम बेरोजगारी दर वाला राज्य बन गया है। उन्होंने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में 279 आत्मानंद स्कूल खुल चुके हैं। 422 और नए स्कूल खोलने की कार्ययोजना पर काम चल रही है। अंग्रेजी माध्यम के कॉलेज भी खोले गए हैं। स्वास्थ्य व्यवस्था में सुधार के लिए चार साल में 4 नए मेडिकल कॉलेज भी खोले हैं। हॉट बाजार क्लीनिक के साथ लोगों को धन्वंतरी जेनेरिक मेडिकल स्टोर्स से सस्ती दवाइयां भी मुहैया करा रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि विभिन्न योजनाओं के माध्यम से जनता के जीवन स्तर ऊंचा उठाने के लिए मदद करने को हम रेवड़ी बांटना नहीं मानते। लोकतंत्र में यह हमारा कर्तव्य है। इस अवसर पर जनप्रतिनिधि, अधिकारीगण एवं ग्रामीणजन उपस्थित थे।
 मुख्यमंत्री का सारंगढ़ पहुँचने पर हुआ भव्य स्वागत

 मुख्यमंत्री का सारंगढ़ पहुँचने पर हुआ भव्य स्वागत

04-Sep-2022
मुख्यमंत्री को छत्तीसगढ़ी व्यंजनों और फलों से तौला गया नये जिले की सौगात मिलने पर सारंगढ़ वासियों ने गजमाला पहनाकर मुख्यमंत्री का किया अभिनंदन कलेक्टर कार्यालय का किया शुभारंभ मुख्यमंत्री के रोड शो में उमड़ा जनसैलाब कका जिंदाबाद, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जिंदाबाद के नारों से गूंजा सारंगढ़ मुख्यमंत्री  भूपेश बघेल का नवगठित जिला सारंगढ़-बिलाईगढ़ पहंुचने पर स्थानीय लोगों ने पुष्प वर्षा कर उनका भव्य एवं आत्मीय स्वागत किया। मुख्यमंत्री के स्वागत में युवाओं ने बाइक रैली निकाली और स्कूली बच्चों ने करमा लोकनृत्य किया। मुख्यमंत्री के रोड शो के दौरान उनके स्वागत में सड़क के दोनों ओर लोगों की लंबी कतारें देखने को मिली। रोड शो के दौरान नृत्यश्री धारा इंस्टीट्यूट, रायपुर के छोटे-छोटे बच्चों द्वारा करमा लोकनृत्य के मनमोहक प्रस्तुति दी गई। इसके साथ मुख्यमंत्री को बेंगलुरु में कांजीवरम सिल्क से निर्मित और तिरुपति बालाजी मे चढ़ाए गए मुकुट और साल भेंट किया गया।  मुख्यमंत्री का राइस मिल एसोसिएशन, मुस्लिम जमात, चंद्रनाहु (चंद्रा) समाज, प्रदेश संयुक्त शिक्षक संघ, ब्लॉक इकाई द्वारा पुष्प माला और गजमाला पहनाकर भव्य स्वागत किया गया। उन्हें विभिन्न संगठन पारंपरिक छत्तीसगढ़ी व्यंजनो अइरसा, खुरमी, ठेठरी, गचकुलिया और केलों से भी तौला गया। मुख्यमंत्री श्री बघेल रोड शो के दौरान गुरु घासीदास पुष्प वाटिका पहंुचे। वहां उन्होंने संत गुरू घासीदास जी के तैल चित्र पर माल्यार्पण कर जैतखाम में ध्वजारोहण किया। गौरतलब है कि गुरु घासीदास पुष्प वाटिका सारंगढ़ क्षेत्र मे सतनाम समाज का पहला जैतखाम है।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से विभिन्न समाज के प्रमुखों ने की मुलाकात

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से विभिन्न समाज के प्रमुखों ने की मुलाकात

02-Sep-2022
विभिन्न सामाजिक भवन निर्माण के लिए स्वीकृत की एक करोड़ से अधिक की राशि की एक करोड़ से अधिक की राशि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से आज रायगढ़ विधानसभा में भेंट-मुलाकात के दौरान विभिन्न समाज के प्रतिनिधिमंडल के समाज प्रमुखों ने सौजन्य मुलाकात की। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर विभिन्न सामाजिक भवन के निर्माण के लिए एक करोड़ से अधिक की राशि स्वीकृत की। मुख्यमंत्री बघेल ने सोनार समाज के मंगल भवन निर्माण के लिए 10 लाख रूपए, कोलता समाज को बड़ा हाल निर्माण के लिए 20 लाख रूपए, यादव समाज को शहरी क्षेत्र के सामाजिक भवन निर्माण के लिए 20 लाख और पुसौर में सामाजिक भवन के लिए 10 लाख रूपए, चन्द्रा समाज को सामाजिक भवन बनाने के लिए 20 लाख रूपए, सोढ़ी समाज के भवन निर्माण के लिए 10 लाख रूपए, उरांव समाज के कब्रिस्तान का बाउंड्री वॉल करवाने और सामुदायिक भवन बनाने के लिए 20 लाख रूपए देने की घोषणा की। इसी तरह कोस्टा समाज के बुनकर समिति को खादी ग्रामोद्योग से जोड़कर उनके व्यापार को बढ़ावा देने और सतनामी समाज के रायगढ़ शहर के रामभाठा में उपलब्ध जमीन पर तार घेरा और वृक्षारोपण करवाने के निर्देश अधिकारियों को दिए। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कोतरा रोड बावली कुआं निवासी दिव्यांग अमन भारद्वाज को मुख्यमंत्री स्वेच्छानुदान मद से तीन लाख रूपए की घोषणा की।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से विभिन्न समाज के प्रमुखों ने की मुलाकात

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से विभिन्न समाज के प्रमुखों ने की मुलाकात

02-Sep-2022
विभिन्न सामाजिक भवन निर्माण के लिए स्वीकृत की एक करोड़ से अधिक की राशि की एक करोड़ से अधिक की राशि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से आज रायगढ़ विधानसभा में भेंट-मुलाकात के दौरान विभिन्न समाज के प्रतिनिधिमंडल के समाज प्रमुखों ने सौजन्य मुलाकात की। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर विभिन्न सामाजिक भवन के निर्माण के लिए एक करोड़ से अधिक की राशि स्वीकृत की। मुख्यमंत्री बघेल ने सोनार समाज के मंगल भवन निर्माण के लिए 10 लाख रूपए, कोलता समाज को बड़ा हाल निर्माण के लिए 20 लाख रूपए, यादव समाज को शहरी क्षेत्र के सामाजिक भवन निर्माण के लिए 20 लाख और पुसौर में सामाजिक भवन के लिए 10 लाख रूपए, चन्द्रा समाज को सामाजिक भवन बनाने के लिए 20 लाख रूपए, सोढ़ी समाज के भवन निर्माण के लिए 10 लाख रूपए, उरांव समाज के कब्रिस्तान का बाउंड्री वॉल करवाने और सामुदायिक भवन बनाने के लिए 20 लाख रूपए देने की घोषणा की। इसी तरह कोस्टा समाज के बुनकर समिति को खादी ग्रामोद्योग से जोड़कर उनके व्यापार को बढ़ावा देने और सतनामी समाज के रायगढ़ शहर के रामभाठा में उपलब्ध जमीन पर तार घेरा और वृक्षारोपण करवाने के निर्देश अधिकारियों को दिए। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कोतरा रोड बावली कुआं निवासी दिव्यांग अमन भारद्वाज को मुख्यमंत्री स्वेच्छानुदान मद से तीन लाख रूपए की घोषणा की।
जलशक्ति अभियान की ज़िले में प्रगति की हुई समीक्षा

जलशक्ति अभियान की ज़िले में प्रगति की हुई समीक्षा

02-Sep-2022
संयुक्त सचिव श्री निलेश शाह ने मार्च 2021 से अब तक हुए कामों की प्रगति पर कलेक्टर से की चर्चा और दिए सुझाव पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय, भारत सरकार के संयुक्त सचिव श्री नीलेश कुमार शाह ने आज एनआईसी कक्ष में बैठक लेकर जल शक्ति अभियान की अब तक की प्रगति की समीक्षा की। आज सुबह 11 बजे से शुरू हुई इस बैठक में कलेक्टर श्री पी.एस.एल्मा ने बताया कि मार्च 2021 से अब तक जल संरक्षण और संचयन के 1120 काम ज़िले में किए गए हैं। फिलहाल 431 काम प्रगति पर हैं। इसी तरह परंपरागत जल स्त्रोतों के जीर्णोधार के 842 काम पूरे और 481 कार्य प्रगति पर हैं। उन्होंने यह भी बताया कि वाटर शेड के ज़िले में 1017 काम पूरे कर लिए गए हैं और 257 काम जारी हैं। इसके साथ ही नर्सरी और पौधरोपण के तीन लाख 40 हजार कार्य किए गए हैं। इन सभी कार्यों को करने के पीछे मंशा यही रही कि जल शक्ति अभियान के तहत जल संरक्षण, संचयन को बढ़ावा मिले, मृदा अपरदन (कटाव) को कम करने के जतन किए जाएं। जल शक्ति अभियान के तहत जो काम किए जा रहे, उनमें लूज बोल्डर, चेक डैम, 30ः40 मॉडल, स्टॉप डैम, रूफ वाटर हार्वेसिं्टग संरचनाएं इत्यादि बनाने के साथ पौध रोपण, परम्परागत जल स्त्रोतों का जीर्णोद्धार आदि शामिल है। कलेक्टर श्री एल्मा ने बैठक में यह भी बताया कि ज़िले में कुल 1741 जल संरचनाएं चिन्हांकित की गई हैं। इनमें से 1720 का जियो टैगिंग कर लिया गया है, शेष की भी जियो टैगिंग नवंबर माह तक पूरी कर ली जाएगी।  बैठक में संयुक्त सचिव श्री शाह ने ज़िले में बनाई गई जल संरक्षण की कार्ययोजना की बारीकी से समीक्षा करते हुए सुझाव दिया कि इसके अंतर्गत संबंधित विभागों के जल संरक्षण संबंधी सभी काम लिए जाएं। उन्होंने जल शक्ति अभियान के पोर्टल में इसकी एमआईएस एंट्री भी सुनिश्चित करने पर बल दिया। कलेक्टर श्री एल्मा ने उन्हें आश्वस्त किया कि निश्चित ही उनके सुझाव पर अमल किया जाएगा और पोर्टल में एमआईएस एंट्री भी सतत् जारी है। बैठक में कलेक्टर ने बताया कि ज़िले में जल शक्ति अभियान के तहत एक ज़िला स्तरीय और तीन ब्लॉक स्तर पर जल शक्ति केंद्र स्थापित है। इसका मुख्य उद्देश्य जल संरक्षण, संचयन और जल की महत्ता बताने लोगों को प्रेरित करना है। बैठक में प्रशिक्षु वनमण्डलाधिकारी सुश्री ग्रीष्मी चांद, राज्य तकनीकी सलाहकार सुश्री प्रियंका सोनवर्षी, जल संसाधन के अधिकारी, जिला सूचना एवं विज्ञान अधिकारी श्री उपेन्द्र चंदेल सहित अन्य विभागीय अधिकारी मौजूद रहे।
शासन की योजनाओं का लाभ मिले : गृहमंत्री साहू

शासन की योजनाओं का लाभ मिले : गृहमंत्री साहू

02-Sep-2022
प्रभारी मंत्री ने की ज़िले के विकास कार्यों और कामकाज की समीक्षा समाज के हर तबके, गरीब, मजदूर, जरूरतमंदों की सुनवाई हो और उन्हें शासन की योजनाओं का लाभ मिले : गृहमंत्री साहू छत्तीसगढ़ के लोक निर्माण, गृह व जिले के प्रभारी मंत्री श्री ताम्रध्वज साहू ने आज ज़िला पंचायत सभागार में विभागीय अधिकारियों के कामकाज की समीक्षा की।  इस दौरान उन्होंने जिले में चल रहे विभिन्न विकास कार्याे और कामकाज की समीक्षा की। उन्होंने कहा फ्लैगशिप योजनाओं और जनकल्याणकारी योजनाओं से हितग्राहियों को लाभान्वित करने विभागीय अधिकारी जिम्मेदारी के साथ काम करें। समय-समय पर इनकी मानिटरिंग भी करें।  मंत्री   साहू ने कहा कि अधिकारी इस तरह कार्य करें कि शासन  के प्रति जनता का विश्वास और सुदृढ़ हो। अधिकारी यह भी सुनिश्चित करें कि समाज के हर वर्ग के गरीब, मजदूर और जरूरतमंदों की सुनवाई हो और उन्हें शासन की योजनाओं का लाभ मिले।    कलेक्टर  निलेश कुमार क्षीरसागर ने ज़िले में विभिन्न विभागीय योजनाओं के तहत चल रहे विकास कार्यों और योजनाओं की प्रगति की कम्प्यूटर आधारित प्रस्तुतीकरण दिया। उन्होंने गोधन न्याय योजना, स्वास्थ्य लोक निर्माण एवं आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूल सहित अन्य विभाग के अब तक कार्यों का विस्तार से ब्योरा दिया। बैठक में ज़िले के  विधायक व संसदीय सचिव  विनोद चंद्राकर महासमुंद, द्वारिकाधीश यादव खल्लारी,  देवेंद्र बहादुर सिंह बसना और सरायपाली विधायक  क़िस्मत लाल नंद, ज़िला पंचायत अध्यक्ष  ऊषा पटेल सहित पुलिस अधीक्षक श्री भोजराम पटेल, जिला पंचायत सीईओ  एस.आलोक सहित विभिन्न विभागों के ज़िला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।    गृह एवं प्रभारी मंत्री  ताम्रध्वज साहू ने विभागीय समीक्षा बैठक में कहा कि जिले के गोठानों को बहु उपयोगी और बहुउद्देश्यीय कार्यस्थल के रूप में विकसित किया जाए। इससे रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। मंत्री साहू ने फसल चक्र परिवर्तन के लिए भी कृषि विभाग को निर्देश दिए है कि किसानों को इस दिशा में जागरूक कर कार्य योजना बनाई जाए। जिले में बारिश के कारण क्षतिग्रस्त पुल-पुलिया और सड़कों की मरम्मत का काम प्राथमिकता के साथ करें। यदि बड़े कार्य है, या सड़कों के नवीनीकरण और डामरीकरण और चौड़ीकारण कार्य  के लिए भी प्रस्ताव दें। श्रम विभाग की हितकारी योजनाओं से श्रमिक और उनके परिवार को लाभान्वित किया जाए।   मंत्री श्री साहू ने कहा कि अधिकारी राजीव युवा मितान क्लब पर ध्यान दे रहे हैं। उन्होंने जनप्रतिनिधियों से भी ज़्यादा ध्यान देने की आशा व्यक्त की। उन्होंने कहा कि सरकार की तरफ से राजीव युवा मितान क्लब के माध्यम से युवाओं को राज्य के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए संगठित किया जा रहा है। .साथ ही युवाओं में नेतृत्व विकास स्वावलंबन, शिक्षा और सांस्कृतिक सहभागिता को बढ़ावा देने के लिए प्रोत्साहित किया जाए। उन्हें शासन की योजनाओं की भी जानकारी दी जाए। उन्होंने स्थानांतरण नीति के तहत ज़िले में नियमानुसार निर्धारित प्रतिशत अनुसार तृतीय और चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के स्थानांतरण के आवेदन प्राप्त होने पर प्राथमिकता और दिव्यांग कर्मचारियों की मानवीयता के आधार पर परीक्षण उपरांत करने की बात कही।
नुआखाई पर्व की बधाई

नुआखाई पर्व की बधाई

02-Sep-2022
ग्राम लोइंग में मुख्यमंत्र भूपेश बघेल ने उत्कल समाज की महिलाओं के आग्रह पर ली सेल्फी साथ ही नुआखाई पर्व की बधाई भी दी... ग्राम लोइंग में मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने उत्कल समाज की महिलाओं के आग्रह पर ली सेल्फी साथ ही नुआखाई पर्व की बधाई भी दी।