राम वन गमन पर्यटन परिपथ के काॅन्सेप्ट प्लान तइयार
छत्तीसगढ़ के पर्यटन विभाग ह तइयार करिस 137.45 रूपिया के काॅन्सेप्ट प्लान
श्राम राम वन गमन पर्यटन परिपथ म विकसित करे जाही चयनित नौ स्थान
मुख्यंमत्री श्री भूपेस बघेल ह केन्द्रीय पर्यटन राजमंत्री श्री प्रहलाद पटेल ला चिट्टी लिख के उनला छत्तीसगढ़ म राम वन गमन पर्यटन परिपथ ला विकसित करे बर तइयार किए गे हे काॅन्सप्ट प्लान ला केन्द्र सरकार के स्वदेस दर्सन योजना के तहत स्वीकृति प्रदान करे के आग्रह करे गिस। छत्तीसगढ़ म राम वन गमन पर्यटन परिपथ विकसित करे बर छत्तीसगढ़ के पर्यटन विभाग कोति ले 09 स्थान के चिन्हा करके 137करोड45 लाख रूपिया के लागत के कान्सेप्ट प्लान तइयार करे गे हे। केन्द्र सरकार के स्वदेस दर्सन योजना के अंतर्गत पर्यटन के चयनित परियोजना मन में पर्यटक मन के सुविधा बर विष्वस्तरीय अधोसरंचना विकसित करे के प्रावधान हें।
मुख्यमंत्री ह केन्द्रीय पर्यटन राजमंत्री ल चिट्टी म लिख के छत्तीगढ़ के इतिहास प्राचीन होए के साथ प्रसस्त तको हे । ़़त्रेतायुग म छत्तीसगढ़ के प्राचीन नाम दक्षिन कोसल अउ दण्डकारनय के रूप् म विरूयात रहिस। दण्डकारनय म भगवान श्रीराम के वन मगन यात्रा के पुष्टि वाल्मीकि रामायन म हे। सोधकर्ता ले प्राप्त जानकारी,सोध लेख अउ पुस्तक के अनुसार प्रभु श्रीराम के डहार ले अपन वनवास काल के 14 बघ्छर म से लगभग 10 बच्छर स ेले भी ज्यादा समय छत्तीसगढ़ म गुजारिस जिखर जानकारी इंहा के लोकगीत म देखे जा सकत हे।
श्री बघेल ह कहिन कि प्रभु श्रीराम क उत्तर भारत ले छत्तीसगढ़ म प्रवेस के बाद आने -आने स्थान म चैमासा दीन काटत दक्षिन पथ तको कहे जात रिहीस। छत्तीसगढ़ म कोरिया जिला के बावाई नदी ले होकर सीतामढ़ी हरचैका स्थान म प्रभु श्रीराम ह छत्तीसगढ़ म प्रवेस करिन । ये दौरान उन मन 75 स्थान के भ्रमन करत सुकमा जिला के रामाराम ले दक्षिन भारत म प्रवेस करिन। अतका स्थान म 51 स्थान अइसे हे। जिंहा प्रभु श्रीराम ह भ्रमन के दौरान रूक रूक के समय बिताए रिहीस। जेखर जानकारी सोधकरता मन के सोध आलेख ले होथे । छत्तीसगढ़ सरकार कोति ले राम वन गमन पथ के पर्यटन के नगर ले विकास के योजना म काम करे जात हें। जेखर उद्देष्य राज म आने वाला पर्यटक,आगन्तुक के संग संग देस अउ राज के लोगन ल भी राम वन गमन मार्ग अउ स्थान ले परिचित कराना ये ऐतिहासिक स्थान के भ्रमन के संगे संग पर्यटक मन ला उच्च स्तर के सुविधा भी उपलब्ध कराना हें।
मुख्यमंत्री ह चिट्टी म लिखे हे कि छत्तीसगढ़ म राम वन गमन पर्यटन परिपथ ला विकसित करे के उद्देष्य ले पहिली चरम म 9 स्थान के चिन्हा करे गिस इन स्थान म सीमामढ़ी-हरचैका (कोरिया) ,रामगढ़ अम्बिकापुर ,सिवरीनारयन (जाजगींर चापा),तुरतुरिया (बलौदाबाजार),सिहावा-सत्तऋषि आश्रम (घमतरी),जगदलपुर (बस्तर),रामारासम (सुकमा) सामिल हे। राम वन गमन पर्यटन परिपथ म प्रस्तावित 9 स्थान ला लेवत हुए पर्यटन विभाग डहार ले एक काॅन्सेप्ट प्लान तइयार करे गे हे। जेखर लागत 137.45 करोड़ रूपिया हे। राम वन गमन पर्यटन परिपथ बर राज सासन कोति ले साल 2019-20 म 5 करोड रूपिया रासि अउ साल 2020-21 म 10 करोड़ रूपिया रासि के प्रावधान बजट म करे गिस। कुल रासि 15 करोड़ रूपिया राज सासन स्वीकृत करे हे।
मुख्यमंत्री श्री बघेल ह केन्द्रीय पर्यटन राज्यमंत्री श्री पटेल ले छत्तीसगढ म राम बन गमन पर्यटन परिपथ विससित करे ले काॅन्सेप्ट प्लान ला स्वीकृति बर आग्रह करिन।
मानव दिवस व रोजगार दिवस म अगुवा महासमुंद
मनरेगा म छत्तीसगढ़ म लक्ष्य ले ज्यादा मानव दिवस के रोजगार दिलाय बर महासमुंद अगुवा हे । वित्तीय वर्ष2020-21 म राज ले प्राप्त लक्ष्य 71.86लाख मानव दिवस के विरुद्ध कुल 86.94 लाख मानव दिवस के रोजगार दिलाय म छत्तीसगढ़ म अगुवा हे ।जेन के लक्ष्य के 120.98 राज के पहली स्थान हे ।1.45 लाख जॉब कार्डधारी परिवार ल रोजगार मिलिस । वर्ष 2020-21 म अधिकांस जगह मंद अउ श्रमिक ल रोजगार के कमी देखे गिस ।महासमुंद जिला म भी इही समस्या देखे हे । तभो ले कोविड़ के गाइड लाइन अउ नेत घाट के पालन करत सासन के योजना जइसे महात्मा गांधी नरेगा योजना म यादा ले जादा जॉब कारड धारी मजदूर परिवार के रोजगार के अवसर मिलता हे. जिला के छवि राज स्तर म ऊपर उठाय हे । जिला म 1.45 लाख जॉबकारडधारी परिवार के कोविड़-19 जइसे महामारी के समय म कलेक्टर अउ मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत महासमुन्द के मार्गदरसन म जनप्रतिनिधि मन के कोती के करे गे परयास, ग्राम पंचायत के सरपंच ,सचिव अउ रोजगार सहायक अउ महात्मा गांधी नरेगा के कार्यलय के फील्ड स्तर के अमला कोती ले करे गे अथक मिहनत अउ परयास के चलते रोजगार के जादा अवसर परदान करे गिस ।
सखी, देस के पहला
वनस्टाॅप सेन्टर रायपुर मं
1. पीड़ित महिला मनके सहायता खातिर देस के पहला वन स्टाॅप सेंटर रायपुर मं सुरू करे गईस। केंद्रीय महिला अउ बाल विकास मंत्री श्रीमती मेनका गांधी अउ मुख्यमंत्री डाॅ. रमन सिंह वन स्टाॅप सेंटर के षुभारंभ करिन।
2. ये सेन्टर मं घरेलू हिंसा, लैगिक हिंसा, बलात्कार, दहेज उत्पीड़न, तेजाब, डायन/टोहनी के नाम मं प्रताड़ित, कार्यस्थल मं लैगिक उत्पीड़न अवैद्य मानव व्यापार, बाल विवाह, लिंग चयन, भू्रण हत्या अउ सती प्रथा आदि से पीड़ित सबो वर्ग के महिला मनला एके छत के नीचे एकीकृत रूप से सलाह, सहायता, मार्गदर्षन अउ संरक्षण देय जाही।
3. 18 वर्ष ले कम उम्र के पीड़ित बालिका मनला घलव ये सेन्टर मं सहायता मिलही।
4. कोनों भी पीड़ित महिला मनला आने पुनर्वास के व्यवस्था होय तक अधिकतम पांच दिन इहां रहे के सुविधा देय जाही।
5. कोर्ट अउ पुलिस से संबंधित कार्रवाही खातिर वीडियो काॅन्फ्रेसिंग के सुविधा घलव उपलब्ध कराय जाही।
6. वन स्टाॅप सेन्टर के टोल फ्री नम्बर 181 हे।
7. वन स्टाॅप सेन्टर के निर्माण नेषनल बिल्डिंग कंस्ट््रक्षन कार्पोरेषन ह एक महीना के कम बेरा मं प्रीफेब तकनीक ले करे हे।
प्रधान मंत्री आवास योजना
प्रधान मंत्री आवास योजना के तहत दू वष के भीतर देष भर मं 1 करोड़ पक्का मकान बनाए जाही। ये योजना के क्रियान्वयन छत्तीसगढ़ मं करे जावत हे। योजना के उद्देष्य हर परिवार ल स्वयं के आवास उपलब्ध कराना हे। ये योजना के हितग्राही उनमन हो सकहीं जिनकर कहंू भी पक्का मकान नइ हे।
ष्0 षहरी क्षेत्र मं ये योजना के लाभ लेय बर आय के सीमा आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग ई.डब्लू.एस. बर वार्षिक आय 3 लाख रूपए अउ निम्न आय वर्ग एल.आई.जी. बर वार्षिक आय 3 से 6 लाख रूपिया होना चाही।
0 ग्रामीण क्षेत्र मं ये योजना के अंतर्गत आवासहीन परिवार ल 1 लाख 20 हजार रूपिया के वित्तीय सहायता मकान निर्माण बर देय जाय के प्रावधान हे।
भारत सरकार द्वारा प्रधान मंत्री आवास योजना के अंतर्गत पहला प्रोजेक्ट
ये मकान महिला मनके नाम मं आंबटित करे जाही
युवा बजट लागू करइया देष के पहला अउ एक मात्र राज्य
युवा कल्याण मं ध्यान केंद्रित करत अइसन उद्देष्य ले पहलीे बार अलग अलग योजना मं सुवा मन ले संबंधित कार्यक्रम ल एक पृथक युवा बजट के रूप में षामिल करे गेय हे। जेकर अनुसार प्रदेष के लगभग 90 लाख युवा इन कार्यक्रम मन ल लाभ मिलत हे।
कुशल छत्तीसगढ़ सबल छत्तीसगढ़
1. छत्तीसगढ़ देस के पहला राज्य हे जिहां अपन युवक मनला उनकर मनपसंद के व्यवसाय मन मं कुषलता खातिर प्रषिक्षण पाय के कानूनी अधिकार देय गेय हे।
2. विधान सभा मं विधेयक लान के छत्तीसगढ़ के युवक मन के कुसलता बर विकास के अधिकार अधिनियम 2013 बनाय गेय हे। ये अधिनियम के तहत प्रदेष के युवा मन के मनपसंद व्यवसाय करे बर तकनीकी प्रसिक्षण पाय के कानूनी अधिकार मिले हे।
3. युवा मनला हुनरमंद बनाय खातिर राज्य मं प्रधानमंत्री अउ मुख्यमंत्री कौसल विकास योजना मनके संचालन करे गेय हे।
4. राज्य गठन के बाद 128 नवां सरकारी आई. टी. आई. खोले गेय हे। इनला मिला के बिते तेरा साल मं प्रदेष मं षासकीय औद्योगिक प्रसिक्षण संस्थान आई. टी. आई. मनके संख्या बाढ़ के 172 हो गइस हे।
ष् 5. षासकीय आई. टी. आई मं बिते 13 साल मं एक लाख युवा मनला अलग अलग केउ ठन व्यवसाय करे के प्रसीक्षण देय गेय हे।
6. बिते 4 बछर मं राज्य के जमों 27 जिला मन मं संचालित लाइबलीहुड काॅलेज मन मं लगभग 3. 00. 000 युवा मनला प्रसिक्षण देय जा चुके हे।
7. अब तक प्रसिक्षित होय युवा मनले लगभग 74 हजार युवा मनला अलग अलग केउ ठन व्यवसाय मं रोजगार मिले हे।
8. मुख्य मंत्री के अध्यक्षता मं छत्तीसगढ़ राज्य कौसल विकास प्राधिकरण के गठन करे गेय हे। जिला स्तर मं कलेक्टर के अध्यक्षता मं जमों जिला मं कौसल विकास प्राधिकरण बने हे।
मुख्य मंत्री खाद्य अउ पोषण
सुरक्षा योजना पी. डी. एस.
छत्तीसगढ़ देस के पहला राजय हे, जेन विधान सभा मं कानून बना के राज्य के 58 लाख ले ज्यादा गरीब परिवार मनला भेजन के अधिकार देय हे। छत्तीसगढ़ खाद्य सुरक्षा अउ पोषण सुरक्षाा कानून के तहत प्राथमिकता वाले परिवार मनला रासन कार्ड मं प्रति सदस्य यूनिट सिर्फ 1 रूपिया किलो मं 7 किलो चाउंर देय के प्रावधान करे गेय हे।
अनुसूचित जनजाति बहुल क्षेत्र मनमं इन परिवार मनला आयोडिन युक्त 2 किलो नमक मुफ्त देय जावत हे। सामान्य क्षेत्र मं उनला 1 किलो आयोडिन युक्त नमक मिलत हे। आदिवासी क्षेत्र मं गरीब परिवार ल मात्र 5 रू, किलो मं 2 किलो चना देय जावत हे। अंत्योदय परिवार मनला 1 रू. किलो मं प्रति माह 35 किलो चाॅउर देय जावत हे। योजना के लाभ लेय खातिर संपर्क करे के जघा हे - ग्राम पंचायत/नगरीय