रायपुर शहर को दी 132 करोड़ 42 लाख रूपए के विकास कार्यों की सौगात, शहीद वीरनारायण सिंह की 15 फीट ऊंची प्रतिमा का किया अनावरण
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज शाम रायपुर शहर को 132 करोड़ 42 लाख रुपये के कई विकास कार्याे की सौगात दी। बघेल ने रायपुर शहर के बीच ऐतिहासिक जय स्तंभ चौक पर शहीद वीर नारायण सिंह की भव्य प्रतिमा का अनावरण किया। मुख्यमंत्री ने छतीसगढ़ विद्युत वितरण कंपनी के अंडरग्राउंड केबलिंग व विद्युतीकरण कार्य का शिलान्यास किया। यह काम 102 करोड़ रुपये की लागत से कराया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर कहा कि 1857 के गदर के समय दिल्ली, झांसी, अवध आदि विद्रोह के केंद्र थे। छत्तीसगढ़ भी लड़ाई में पीछे नहीं था। वीरनारायण सिंह के पास जमींदारी भी थी इसके बावजूद अंग्रेजों के हुक्म को मानने से इंकार कर दिया। लड़ाई हुई और मुखबिर की सूचना के आधार पर उन्हें पकड़ा गया। 10 दिसंबर को जयस्तंभ चौक में उन्हें फांसी दी गई। बताते हैं कि कई दिनों तक उनके शव को फांसी से उतारा नहीं गया ताकि लोगों में खौफ आ जाए। उनके वंशज गांव छोड़कर भागे, छूपकर रहे। उनके परिवार को बड़ी तकलीफ हुई। बाद में उनकी वंशावली बनाई गई और शासन से उनके वास्तविक वंशजों को मान्यता मिली। ऐसे शहीदों के बलिदान से हमारा देश आजाद हुआ। आज मुझे इस बात की खुशी है कि जिस जगह पर उन्होंने बलिदान दिया, वहीं पर उनकी 15 फीट ऊंची प्रतिमा स्थापित की गई। मुझे इस बात की खुशी है कि जिला प्रशासन ने यह अच्छा कार्य किया है। आज रजक गुड़ी का लोकार्पण भी मैंने किया है। बहुत से सरोवरों-उद्यानों के जीर्णाेद्धार का आज लोकार्पण हुआ है। बहुत से समाज के लोग जुटे हैं। आज 36 सामुदायिक भवनों का शिलान्यास किया गया है जिनकी घोषणा भेंट मुलाकात के दौरान मैंने की थी।
इस मौके पर उपमुख्यमंत्री श्री टीएस सिंहदेव ने भी अपना संबोधन दिया। उन्होंने कहा कि हम ऐसे वीरों की भूमि से हैं जिन्होंने अपने लोगों के खातिर अपनी जान गंवाने में भी कदम पीछे नहीं किये। इस मौके पर शहीद वीरनारायण सिंह की सातवीं पीढ़ी के वंशज श्री राजेंद्र सिंह दीवान ने सोनाखान का इतिहास और सोनाखान की गाथा सुनाई तथा कविता के रूप में शहीद वीरनारायण सिंह के पराक्रम का वर्णन किया। इस मौके पर सांसद श्री दीपक बैज, विधायक श्री कुलदीप जुनेजा, विधायक श्री विकास उपाध्याय, महापौर श्री एजाज ढेबर, सभापति श्री प्रमोद दुबे, कलेक्टर डा. सर्वेश्वर भुरे, नगर निगम आयुक्त श्री मयंक चतुर्वेदी भी मौजूद रहे।
शहीद वीरनारायण सिंह जी की प्रतिमा का अनावरण
स्वाधीनता आंदोलन में अग्रणी रहे शहीद वीरनारायण सिंह जी की भव्य प्रतिमा जयस्तंभ चौक में स्थापित की गई है। ग्राम थनौद के मूर्तिकार श्री राधेश्याम चक्रधारी व श्री लव चक्रधारी ने इस प्रतिमा का निर्माण किया है। यह कांस्य प्रतिमा 15 फीट ऊंची व 02 टन वजन की है। प्रतिमा निर्माण व सौंदर्यीकरण कार्य की कुल लागत लगभग 51 लाख रूपए है।
सीएसपीडीसीएल की 112 करोड़ की कार्य योजनाओं का शुभारंभ
सीएसपीडीसीएल द्वारा 109 करोड़ रूपए की लागत से प्रस्तावित अंडरग्राउंड केबलिंग व विद्युतीकरण कार्य का शिलान्यास आज किया गया हैं। इस कार्य के पूरा हो जाने से सड़कों पर फैले तार अंडरग्राउंड होंगे, जिससे शहरों को सुव्यवस्थित व सुंदर स्वरूप में विकसित करने में सहायता मिलेगी। इसके अलावा मठपुरैना व आईएसबीटी में 03 करोड़ रूपए की लागत से अतिरिक्त सब-स्टेशन व ट्रांसफार्मर स्थापना का कार्य का लोकार्पण हुआ है। अब इस क्षेत्र के निवासियों को निर्बाध बिजली आपूर्ति उपलब्ध होगी।
शहरी औद्योगिक पार्क ‘रजक गुड़ी’ का लोकार्पण
परंपरागत रूप से कपड़े की धुलाई व प्रेस करने के काम में जुटे रजक समाज को उनके व्यवसाय से जुड़ी आधुनिक सुविधाएं सुलभ कराने के उद्देश्य से रायपुर स्मार्ट सिटी लि. द्वारा शहर के मध्य स्थित नरैया तालाब में राशि 69 लाख रूपए की लागत से स्थापित शहरी औद्योगिक पार्क ‘रजक गुड़ी’ का लोकार्पण हुआ है। इस परिसर में मैनुअल के साथ-साथ आटोमेटिक इलेक्ट्रिकल वॉशिंग मशीन लगाई गई है, जिसमें 25-25 कि.ग्रा. के 02 कपड़े निचोड़ने वाली एक्सपेक्टर मशीन, 60 कि.ग्रा. क्षमता की 01 वॉशर तथा 50 कि.ग्रा. क्षमता वाली 01 ड्रायर मशीन स्थापित की गई है। परंपरागत व्यवसाय से जुड़े धोबी समाज के परिवारों को परंपरागत व्यवसाय के साथ ही उनके रोजगार सृजन की व्यवस्था इस पार्क में की गई है, जिसके अंतर्गत कपड़ा धोने के लिए साबुन और डिटर्जेंट बनाने का भी प्रशिक्षण इन परिवारों को दिया जाएगा। इस रोजगारोन्मुखी योजना का लाभ इस तालाब से जुड़कर परंपरागत व्यवसाय कर रहें धोबी समाज के लगभग 100 से अधिक परिवारों को प्राप्त होगा।
रायपुर में 12 करोड़ की लागत से 16 शहरी उद्यानों व तालाबों का जीर्णाेद्धार कार्य का लोकार्पण
रायपुर स्मार्ट सिटी लि. द्वारा जल संरक्षण व कार्य का शिलान्यास हुआ है। इन भवनों के निर्माण हो जाने से विभिन्न समाजों के सैकड़ों परिवारों को अपने आयोजनों के लिए उपयुक्त स्थल उपलब्ध होगा।
छत्तीसगढ़ के पढ़ई तुंहर दुआर ल मिलिस ई-गवर्नेंस अवार्ड
मुख्यमंतरी अउ स्कूल शिक्छा मंतरी दिस बधई
कोरोना महामारी अउ लॉकडाउन के चलत स्कूल के लइका मन ल घर बइठे ऑनलाइन पढ़ई लिखई के सुविधा 'पढ़ई तुंहर दुआर' के तहत उपलब्ध कराय गिस। छत्तिसगढ़ के ये कारयकरम ल रास्टीय स्तर म परसंसा करे गिस, अउ येला रास्टीय स्तर म ई-गवर्नेंस अवार्ड घलो मिलिस। ये अवार्ड उत्तरप्रदेश के मुख्यमंतरी योगी आदित्यनाथ के उपस्थिति म उत्तरप्रदेश के राज मंतरी स्टाम्प अउ न्यायालय फीस, पंजीयन रविन्द्र जायसवाल के हाथ म परदान करे गिस। छत्तीसगढ़ के तरफ ले संचालक लोक सिक्छन अउ प्रबंध संचालक समग्र सिक्छा जितेंद्र शुक्ला, सहायक संचालक समग्र सिक्छा डॉ. एम. सुधीस अउ एनआईसी के बिग्यानिक ललिता वर्मा ह ये इनाम ला ग्रहण करिन। छत्तिसगढ़ सासन स्कूल सिक्छा बिभाग के महत्वपूरन उपलब्धि म मुख्यमंतरी भूपेश बघेल अउ स्कूल सिक्छा मंतरी डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम ह बिभाग के परमुख सचिव डॉ. आलोक शुक्ला अउ पूरा टीम ल बधई दिस।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ये इनाम ल छत्तीसगढ़ी के जम्मो सक्रिय सिक्छक मन ल समरपित करिन। जउन मन एक उत्कृस्ट कोरोना वारियर के रूप म अपन महत्वपूरन भुमिका निभाय हे।
धियान दे के बात हे कि छत्तिसगढ़ के मुख्यमंतरी भूपेश बघेल अउ स्कूल सिक्छा मंतरी डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम दवारा ' पढई तुंहर दुआर' कारयकरम के सुरुवात 7 अप्रैल 2020 के करिन। छत्तिसगढ़ म 20 मार्च 2020 ले स्कूल म लॉकडाउन के घोसना होत ही ये कारयकरम ल जल्दी तइयार करके पूरा परिक्छन करिन। येला स्कूल सिक्क्षा बिभाग के परमुख सचिव डॉ. आलोक शुक्ला ह कोविड लॉकडाउन के चलत कार्यालय बन्द होय के स्थिति म अपन निवास म एनआईसी अउ बिभाग के टीम के संग बहुत कम पइसा म बिना कोनो बाहर के एजेंसी ले मदद लेय बिना तइयार करिन।
पढ़ई तुंहर दुआर वेबसाइड म बहुत ही कम समय म सिक्छक मन ल अउ लइका मन ल जोडिन। ये कारयकरम के अलग-अलग घटक मन के प्रचार- प्रसार बर राज के निचला स्तर तक मीडिया सेल ल जोडिन। नोडल अधिकारी, सिक्छ्गक अउ पढ़इया लिखइया लइका मन ये वेबसाइट के उपयोग बर प्रेरित करिस। अभी के स्थिति म वेबसाइड म 25.97 लाख लइका अउ 2.07 लाख सिक्छक जुड़े हे।
'पढ़ई तुंहर दुआर' के वेबसाइट म कछावर अउ विसयवार अब्बड़ अकन सिखे म सहायक सामग्री अपलोड करे गेय हे। ये सामग्री राज्य के सिक्छक ह अपन खुद तइयार करके अपलोड करे हे। कोरोना के चलत सिक्छक पढ़ाय के ये तरीका ल बहुत जल्दी सिख गेय। रोज ऑनलाइन कक्छा ल चलाना, घर म लिखे के काम देना, गिरिह कार्य के जांच करके लइका मन ल जानकारी देना। लइका के संका ल पूछ के ओकर समाधान करे गिस, हर लइका के आकलन के बाद रिकार्ड रखे गिस। सब्बो पाठ्यपुस्तक के पीडीएफ डाउनलोड करें जइसे बहुत अकन सुविधा ये वेबसाइड म देय गिस।
छत्तिसगढ़ म ऑनलाइन के अलावा ऑफलाइन सिक्छा म घलो बहुत नवाचार सिक्छक मन करे हे। ये कड़ी म मुहल्ला म कक्छा के आयोजन, लाउड स्पिकर के माध्यम ले सिक्छा, बुल्टू के बोल, मिस्ड कॉल गुरुजी जइसे अनेक नवाचार सिक्छक मन बिना कोनो सासकीय आदेश के लइका मन ल अलग-अलग वैकल्पिक साधन के माध्यम ले पढाइस।
कैम्पा मद के रासि के सदुपयोग म छत्तिसगढ़ के रास्ट्रीय स्तर म सराहना
राज्यपाल अनुसुइया उइके कहिन कि छत्तिसगढ़ सरकार वन संरक्षन अउ हरियाली के विस्तार बर जागरूक हे। विगत बछर म 2 करोड़ 23 लाख पेड़-पउधा लगाय गेय हे। जेमा राम वनगमन पथ, नदिया के तीर म पेड़- पउधा लगाय गिस। 16 हजार हेक्टेयर ले ज्यादा बिगड़े बास वन के सुधार करे गिस। कैम्पा मद के रासि के सदुपयोग म छत्तिसगढ़ के काम के रास्ट्रीय स्तर म परसंसा होय हे। इहि कारन हे कि विगत दू बछर म छत्तिसगढ़ के जउन कार्य योजना स्वीकृत होत हे, ओहा अपन आकार अउ आयाम म देस म अव्वल हे।
रास्ट्रीय योजना के किरियान्वयन म छत्तिसगढ़ देस म अघुवा
छत्तिसगढ़ सरकार रास्ट्रीय योजना अउ कारयकरम ल पुरा लगन ले करिस, जेकर सति 'श्यामा प्रसाद मुखर्जी रुबर्न मिशन' म छत्तिसगढ़ देस म पहिली स्थान ल हासिल करिस। 'प्रधानमंत्री आवास योजना' अउ 'स्वछ भारत मिशन' लागु करे म छत्तिसगढ़ देस म दुसरा स्थान म हे। 86 ग्राम पंचायत के ' ओडीएफ प्लस' घोसित होय के संग छत्तिसगढ़ ये मापदंड म दूसरा स्थान म हे। ' स्वच्छ सरवेक्छन 2020' म परदेस ल स्वछतम राज के पहिली पुरुस्कार मिलिस। 14 नगरीय निकाय ल घलो रास्ट्रीय स्तर म आने-आने स्तर म पुरुस्कार मिलिस। ये सफलता के श्रेय स्वच्छता दीदी, कमांडो जइसे नाव ले लोकप्रिय कार्यकर्ता मन ल जाथे।
राज्यपाल ह कहिन कि मोर सरकार सहर ल झुग्गी झोपड़ी मुक्त करे बर गरीब मन ल बेहतर आवास देवाय के दिसा म ' मोर जमीन- मोर मकान' अउ 'मोर मकान- मोर चिन्हारी' योजना के तहत सफल काम करत हे, जेकर बर भारत सरकार कोती ले राज्य ल पुरुस्कृत करे हे।
अउ कहिन कि ' प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना' म दु बछर के उन्नति के उल्लेख हे। आने वाला 3 बछर बर 5 हजार 600 किलोमीटर सड़क अउ 26 पुलिया के निर्माण ल स्वीकृति बर मोर सरकार के कार्य कुसलता के सुचक हरय। येकर अलावा 'मुख्यमंतरी ग्राम सड़क योजना' जइसे पहल ले घलो गांव म अच्छा बिकास काम होहि।
परदेस के 95 प्रतिशत ले ज्यादा किसान के धान खरीदे म आघुवा छत्तीसगढ़
राज्यपाल ह कहिन की मोर सरकार ह एक बार अउ किसान मन करा वादा निभाए हे। चुनौती मन के बीच सुधार अउ संकल्प के संग समर्थन मूल्य म धान खरीदी करे गए हे। ए बछर सबले ज्यादा 21 लाख 52 हजार 980 किसान पंजीकृत होए हे, जेमा से 20 लाख 53 हजार 483 किसान मन ह अपन धान ल बेचिन। ए प्रकार नवा ब्यवस्था अउ नवा संकल्प से छत्तीसगढ़ 95.40 प्रतिसत किसान मन के धान खरीदे वाला देश के पहिली राज बने हे। धान खरीदे के हर पहलू म एक नवा रिकार्ड बने हे। जइसे पूरा पंजीकृत छेत्रफल , पूरा धान खरीदे के छेत्रफल, पूरा उपार्जित धान के मात्रा 92 लाख मीट्रिक टन ल पार करना कोनो चमत्कार ले कम नई हे। ए उपलब्धि मन से न सिरिफ किसान मन के जीवन म बल्कि पूरा पपरदेस म कृषि उत्पादन अउ खुशहाली के एक नवा युग सुरु होए हे
दूरदरसन म अलग छत्तिसगढ़ी चइनल के मांग करिन फूलोदेवी नेताम
रायपुर। सांसद फूलोदेवी नेताम ह राज्यसभा म दूरदरसन के छत्तिसगढ़ी भाखा के अलग चइनल बनाय के मांग करिन। सांसद नेताम ह कहिन कि छत्तिसगढ ल अलग राज्य बने 20 बछर हो गेय हे। ये दउरान छत्तिसगढ़ी भाखा के बिकास बर कोनो ठोस कदम नई उठाय गिस।
फूलोदेवी नेताम कहिन कि दूसर राज्य म स्थानीय भाखा के परसारन बर दूरदरसन के चइनल हे, जेमा उहा के स्थानीय भाखा म परसारन करे जात हे. फेर छत्तिसगढ म दूरदरसन अइसे चइनल नई चलात हे। अउ निजी छेतरा के छेतरीय चइनल म छत्तिसगढ़ी भाखा म परसारन होत हे।
राज्यसभा सांसद कहिन कि छत्तिसगढ म एक अइसे चइनल के आवस्यकता हे जउन इहा के कला, संकिरिति ल बचाय के संगे-संग कलाकार के हित ल घलो सुरक्छित करहि अउ छत्तिसगढ़ म दूरदरसन ये आवस्यकता ल पूरा कर सकत हे।
फूलोदेवी नेताम ह सदन के माध्यम ले मांग करिन कि दूरदरसन ह छत्तिसगढ़ी भाखा म परसारन बर दूसर चइनल चलाय जाय, जेखर ले छत्तिसगढी भाखा के संगे-संग स्थानीय कलाकार, गायक, निर्माता मन के घलो बिकास हो सकय।