देस के पहिली एथेनॉल प्लांट के स्थापना बर होइस एमओयू
15-May-2021
देस के पहिली एथेनॉल प्लांट के स्थापना बर होइस एमओयू
-मुख्यमंतरी भूपेश बघेल के उपस्थिति म 29 दिसम्बर के पीपीपी मॉडल ले स्थापित होवया पहिली एथेनॉल प्लांट के स्थापना बर अनुबंध (एमओयू) करे गिस। अनुबंध भोरमदेव सहकारी सक्कर कारखाना कवर्धा अऊ छत्तीसगढ़ डिस्टलरी लिमिटेड के सहायक इकाई एनकेजे बायोफ्यूल के बीच 30 बछर बर करे गिस।
मुख्यमंतरी भूपेश बघेल कहिन कि किसान मन ल समय म गन्ना के पइसा के भुगतान अऊ सक्कर कारखाना के छमता के पूरा उपयोग करे बर एथेनॉल प्लांट के स्थापना होत हवय। एथेनॉल प्लांट के स्थापना ले छेत्र म प्रत्यक्ष अऊ अप्रत्यक्ष रोजगार के अवसर उत्पन्न होहि। छेत्र म आर्थिक समृद्धि बढ़हि।
मुख्यमंतरी बघेल कहिन कि ये सरकार म किसान ले संबंधित मुद्दा अऊ ओकर बिकास के काम होत हे। सक्कर कारखाना के आर्थिक समस्या के पीपीपी मॉडल ले एथेनॉल प्लांट के स्थापना करे जाहि। पीपीपी मॉडल ले एथेनॉल संयंतरा के स्थापना करे जात हे। ये अपन तरह के देस म पहला उदाहरन हे।
भूपेश बघेल कहिन कि प्रदेस म एथेनॉल संयंतरा के स्थापना ले बायोफ्यूल के उत्पादन म महत्वपूरन योगदान देहि।
सहकारिता मंतरी टेकाम कहिन कि एथेनॉल संयंतरा के लगे ले किसान मन ल समय म गन्ना के पइसा मिलहि। अऊ गन्ना के मांग बाढ़ हे ले ओखर लाभ किसान मन ल मिलहि।
एथेनॉल संयंतरा के स्थापना छत्तीसगढ़ डिस्टलरी लिमिटेड ह 40 के एलपीडी छमता के 5.27 करोड़ रुपया स्वीकार करिस। पीपीपी मॉडल के तहत कारखाना ह लाइसेंस के सेती जमीन देहि। ये संयंतरा के स्थापना बर निवेसक ह 100 करोड़ रुपया ले ज्यादा पइसा लगाहि। संयंतरा के निर्मान दु बछर म होहि। एकर बाद एथेनॉल के उत्पादन सुरु हो जाहि।